नई दिल्ली: गुजरात में सूरत जिला अदालत द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद लोकसभा से उनकी सदस्यता खारिज कर दी गई है. राहुल गांधी की सदस्यता खारिज किये जाने के बाद कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने भाजपा और मोदी सरकार पर जमकर हमला बोलना शुरू कर दिया है.
हाल के दिनों में कांग्रेस से दूरी बनाए रखने वाली तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बिना राहुल गांधी की नाम लिए बिना मोदी सरकार पर हमला बोला और कहा कि संवैधानिक लोकतंत्र सबसे निचले सत्र पर पहुंच गया है.
गुजरात में सूरत जिला अदालत ने गुरुवार को राहुल गांधी को मोदी के नाम का इस्तेमाल कर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में 2 साल की जेल की सजा सुनाई थी. उसके आधार पर, राहुल गांधी के सांसद पद को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 102 (1) और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम (1951) के अनुच्छेद 8 के अनुसार खारिज कर दिया गया है.
संवैधानिक लोकतंत्र सबसे निचले स्तर पर- बोलीं ममता
ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, “पीएम मोदी के न्यू इंडिया में बीजेपी के निशाने पर विपक्षी नेता हैं, जबकि आपराधिक पृष्ठभूमि वाले भाजपा नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाता है और विपक्षी नेताओं को उनके भाषणों के लिए अयोग्य ठहराया जाता है. आज, हमने अपने संवैधानिक लोकतंत्र के लिए एक नया निम्न स्तर देखा है. ”
अभिषेक बनर्जी ने भी कसा तंज, कहा- RIPDEMOCRACY
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने भी राहुल गांधी की सदस्यता खारिज करने पर तंज कसा है. अभिषेक बनर्जी ने कहा, “लोकतांत्रिक भारत अब एक विरोधाभास है. #रिपलोकतंत्र. ” टीएमसी के राज्यसभा में नेता और सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने राहुल गांधी की सदस्यता खारिज करने पर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है. डेरेक ओ ब्रायन ने जारी बयान में कहा है कि बीजेपी सदा से ही विरोधियों की आवाज दबाने की कोशिश करती रही है. हम यह जानते भी हैं. हम यह जानते हैं कि भाजपा किसी भी स्तर पर जा सकती है.
भाजपा कुछ भी कर सकती है, लेकिन साल 1950 के बाद प्रजातंत्र के इतिहास में यह सबसे नीचा स्तर है. सबसे निचला स्तर है. भाजपा किस नीचे स्तर पर जा सकती है. इसने यह दिखा दिया है. इसके लिए उन्हें शर्म आनी चाहिए. डेरेक ओ ब्रायन ने राहुल गांधी की सदस्यता खारिज किये जाने पर बीजेपी और मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया और कहा कि वह कोलकाता जा रहे हैं.