*मंदिर समिति के पदाधिकारी की गिरफ्तारी केवल घटना पर लीपा पोती करने का प्रयास*
इंदौर। नगर निगम और प्रशासन की लापरवाही के चलते बावड़ी कांड हुआ था। जिसमें 36 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले पर भी सरकार और प्रशासन ने लीपा पोती करने का काम ही किया है । प्रकरण में मुख्य दोषी नगर निगम के अधिकारियों को साफ बचा लिया गया है और पूरी घटना के लिए मंदिर की प्रबंध समिति के पदाधिकारी को जिम्मेदार मानते हुए उन्ही में से दो लोगों की गिरफ्तारी की गई है। बाकी अवैध निर्माण, शिकायतों पर कार्रवाई नहीं करने और बावड़ी को बंद करने के दषियों को अनदेखा करने वाले नगर निगम के अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं करना जनता में चर्चा का विषय बना हुआ है ।
वरिष्ठ समाजवादी नेता और बालाजी सेवा संस्थान के अध्यक्ष रामबाबू अग्रवाल ने बावड़ी कांड पर की गई कार्रवाई पर असंतोष जहिर करते एक बयान में कहा है कि हर तरह के अपराधियों की तरह इस मामले में भी नगर निगम सहित उन तमाम दोषी प्रशासनिक अफसरों को बचा लिया गया है जो सही मायने में इस घटना के मुख्य आरोपी हैं। बावड़ी कांड में आयुक्त एवम अन्य अधिकारीगण दोषी नहीं है क्या ? उन लोगों की लापरवाही नही थी क्या ? उन पर मुकदमा क्यों नही। मंदिर समिति के पदाधिकारी ही सिर्फ दोषी है क्या?
आपने प्रधानमंत्री और मध्यप्रदेश के मख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को पत्र लिखकर इस घटना के लिए जिम्मेदार नगर निगम के उन अधिकारियों पर भी कार्रवाई करने और उन्हें गिरफ्तार करनेकी मांग की है जिन्होंने बावड़ी पर अवैध निर्माण करने और लोगों के जीवन को संकट में डालने की शिकायतें करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की । अपने नगर निगम के तत्कालीन आयुक्त, महापौर और अन्य अधिकारियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है ।