इंदौर
भोपाल के हबीबगंज स्टेशन को जिस प्रकार से री-डेवलप कर नया रूप दिया गया है। यहां पर पूरी तरह से अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। उसी प्रकार से इंदौर स्टेशन को भी नया रूप दिया जाना है, इसके रीडेवलपमेंट के लिए रूपरेखा बनाई जा रही है। हालांकि हबीबगंज स्टेशन में हमें काफी खुली जगह मिली थी। इंदौर में जगह कुछ कम होने से यहां पर जरूरत के हिसाब से सबकुछ तैयार किया जाएगा। पैसेंजर के आवागमन को देखते हुए इस प्रकार के प्रोजेक्ट तैयार किए जाते हैं। यह बात उज्जैन पहुंचे रतलाम रेल मंडल के डीआरएम विनीत कुमार गुप्ता ने कही। उन्होंने कहा कि अभी यात्रियों की संख्या उज्जैन में इस अनुमान से नहीं है कि इस प्रकार के प्रोजक्ट को लेकर तैयारी की जा सके।
इंदौर रेलवे स्टेशन को नया रूप मिलने वाला है।
उज्जैन में यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे स्टेशन के बाहर बनाए जा रहे तीन मंजिला बिल्डिंग को देखते पहुंचे डीआरएम गुप्ता का कहना है कि उज्जैन में जाे नई बिल्डिंग बन रही है। उसके काम से हम संतुष्ट हैं। महीने में यह मेरा तीसरा दौरा है। इसे जल्द पूरा करने का इंटरनल टॉरगेट दिया गया है। पहला काम होता है बिल्डिंग बनना और दूसरा काम उसमें सुविधाएं जुटाना। सभी सुविधाओं को जुटाने में समय लगेगा, इसलिए 31 दिसबंर तक इसे चालू करने का टारगेट रखा गया है। यहां पर यात्रियों के लिए दो फ्लाेर हैं। ग्राउंड फ्लोर पर एक्जीक्यूटिव लांज रहेगा। एसी वेटिंग हॉल रहेगा। जनरल वेटिंग हॉल भी रहेगा। सेेकेंड फ्लोर पर यात्रियों के रहने की व्यवस्था रहेगी। यात्री इसकी ऑनलाइन बुकिंग कर सकेंगे।
हबीबगंज रेलवे स्टेशन को रीडेवलप किया गया है।
भाेपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन में क्या खास है
- जनवरी 2017 में हबीबगंज रेलवे स्टेशन के री-डेवलपमेंट का काम शुरू हुआ था। इसे जुलाई 2019 तक पूरा होना था, लेकिन समय पर काम पूरा नहीं होने के कारण इसे दिसंबर 2019 किया गया। अब यह पूरी तरह से यात्रियों के लिए तैयार है।
- री-डेवलपमेंट के बाद यहां एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं यात्रियाें काे मिलेंगी। एक साथ 1100 यात्रियों के बैठने के साथ ही कई तरह की सुविधाओं पर करीब 100 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।
- करीब 300 करोड़ रुपए से स्टेशन के बाहर की तरफ अस्पताल और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स जैसी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।
- स्टेशन और लोगों की सुरक्षा को देखते हुए यहां पर जगह-जगह कैमरे लगाए गए हैं। पूरे स्टेशन पर 162 हाई रिजोल्यूशन कैमरे लगाए गए हैं।
- कंट्रोल रूम में बैठकर पूरे स्टेशन के अंदर और बाहर नजर रखी जा सकती है। इसके जरिए बच्चों और महिला यात्रियों की सुरक्षा को पूरी तरह पुख्ता किया जा सकेगा।
- स्टेशन दिन में प्राकृतिक रोशनी से जगमगाएगा। रात को मौसम से प्रभावित नहीं होने वाली लाइट लगाई गई हैं। बारिश और तेज हवाओं का इस पर प्रभाव नहीं होगा।
- यहां बड़े वेटिंग एरिया में 700 यात्री एक साथ बैठ सकेंगे। वेटिंग एरिया व प्लेटफॉर्म में 300 समेत करीब 1100 लोगों के एक साथ बैठने की व्यवस्था है। 75-75 यात्रियों की बैठने की क्षमता के दो वेटिंग रूम बनाए गए हैं।
डीआरएम विनीत कुमार गुप्ता ने बिल्डिंग निर्माण की जानकारी ली।