राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 25 नवंबर से शीतकालीन सत्र की शुरुआत होने वाली है। संसद के इस शीतकालीन सत्र के हंगामेदार रहने की संभावना बनी हुई है। इस शीतकालीन सत्र में कई अहम मुद्दों पर जोरदार बहस हो सकती है। इस सत्र में एक अमेरिकी अदालत द्वारा रिश्वतखोरी के आरोप में व्यवसायी गौतम अडानी पर अभियोग लगाने जैसे मुद्दे पर काफी गंभीर चर्चा और विपक्ष का गुस्सा देखने को मिल सकता है।इस पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व वाले विपक्ष द्वारा विरोध दर्ज करा सकते है। संसद का शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा। वक्फ संशोधन विधेयक सहित कुल 16 विधेयक इस सेशन के लिए सूचीबद्ध हैं।
संसद शीतकालीन सत्र के मुख्य बिंदु
– संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो रहा है और 20 दिसंबर को समाप्त होगा।
– वक्फ संशोधन विधेयक उन 16 विधेयकों में शामिल है जिन पर विचार किया जाना है। दोनों सदनों की संयुक्त समिति द्वारा लोकसभा को अपनी रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद वक्फ विधेयक को विचार और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है।
– सरकार द्वारा प्रस्तुतीकरण, विचार और पारित करने के लिए सूचीबद्ध अन्य विधेयक पंजाब न्यायालय (संशोधन) विधेयक है, जो दिल्ली जिला न्यायालयों के वित्तीय (किसी मामले के मौद्रिक मूल्य के रूप में परिभाषित) अपीलीय क्षेत्राधिकार को मौजूदा ₹3 लाख से बढ़ाकर ₹20 लाख करने का प्रावधान करता है।
– संसद का शीतकालीन सत्र हंगामेदार रहने की उम्मीद है, क्योंकि विपक्ष मणिपुर जातीय हिंसा और रिश्वतखोरी के आरोप में अमेरिकी अदालत द्वारा व्यवसायी गौतम अडानी पर अभियोग लगाने के मुद्दे को उठाने की योजना बना रहा है।
विपक्ष भी करेगा बैठक
संयुक्त रणनीति बनाने को लेकर सोमवार सुबह विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल दलों के नेता बैठक करेंगे। विपक्षी दलों के नेता सुबह 10 बजे राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे के कार्यालय में बैठक करेंगे। इस बैठक में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के भी भाग लेने की संभावना है। विपक्ष अमेरिका में अदाणी पर आरोप, मणिपुर हिंसा और मूल्य वृद्धि समेत कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा। यह बैठक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत गठबंधन के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव जीतने, वहीं झारखंड विधानसभा चुनाव में ‘इंडिया’ गठबंधन की जीत के दो दिन बाद होने वाली है।