सराफा इंस्टिट्यूट ऑफ़ चटोरा साइंस के संस्थापक, संरक्षक और भिया की थीसिस….बारीकी से
*”भुट्टे का किस व गराडू खाने से आयु बढ़ती है !”*
इंदौर के “सराफा इंस्टिट्यूट ऑफ़ सेंव एंड चटोरा साइंस” की रिपोर्ट के अनुसार नियमानुसार सेंव के सेवन से पाचन की प्रक्रिया तेज़ होती है। गरम उतरी दाल की कचौरी से शरीर को जरुरी प्रोटीन्स मिलते हैं। सुबे शाम कड़क मसाले वाली चाय पीने से शरीर को जरुरी मिनरल्स प्राप्त होते हैं।
भूखे पेट समोसा खाने से वजन तेजी से कम होता है। वहीं आलू बड़ा वजन बढ़ाता है। समोसा, सेंव-चटनी के साथ बनाकर खाने से स्वास्थ पर रामबाण असर करता है। मुंग के भजिये, हरी मिर्च के साथ खाने से आपको किडनी में भाटे की समस्या नहीं होगी। झन्नाट पॉवर गाठिये हार्ट के लिए फायदेमंद है। जीरावन ब्लड प्यूरी-फायर का काम करता है।
महिलाओं के लिए पानी पतासे का मसालेदार नमकीन पानी अमृत है। इससे बातों के साथ छोले टिकिया, पेटिस पचाने की ताक़त मिलती है। मोरसल्ली गली की चकोनचक्क हलाहल ग्रीन बूटी खाने से मेंटल स्ट्रेस कम होता है। चक मस्ती में सुखानुभुति प्राप्त करने के लिए भंग की एक अंटी दबाकर परम आनन्द प्राप्त कर सकते हैं। जलेबी देखने भर से ब्लड प्रेशर नियंत्रण में आ जाता है।
उस्सल पोहे की गरम तरी पिलाने से शिशुओं की हड्डियां मजबूत होती है। बेबीफूड पर तरी जीरावन निपोरकर खिलाने से बच्चा तेजी से बढ़ता है। शिकंजी पीने से बॉडी फिल्टर होती है। दाल बाफले लड्डू तो संजीवनी बूटी है। विश्वास नहीं हो तो तीन टाइम जीमने वाले बॉडी बिल्डर प्रेमचंद ढींगरा और अर्नोल्ड शिवाजीनगर भिया को देख लो।
सभी चीज़ें अंग को लगती है।
जो नटे उसका खून घटे।
इसलिए आन दो, चक मस्ती में छानते रहो।
– हैं ना भिया