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केजरीवाल दिल्ली का बदला गुजरात में लेंगे

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S P Mittal Ajmer

भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान से आ रही खबरों के मुताबिक पूर्व पीएम इमरान खान कभी भी गिरफ्तार हो सकते हैं। इमरान पर पंजाब प्रांत के एक आईजी,डीआईजी और महिला मजिस्ट्रेट को धमकाने का आरोप है। इमरान ने इन सरकारी कारिंदों को देख लेने की बात सार्वजनिक सभा में कही। इमरान की इस धमकी पर कोर्ट ने एंटी टेरर एक्ट में वारंट जारी कर दिया है। अब पुलिस इमरान को गिरफ्तार करने के लिए इस्लामाबाद स्थित उनके घरों के बाहर खड़ी है। पुलिस घर में न घुस पाए इसके लिए इमरान के समर्थक बड़ी संख्या में एकत्रित हो गए हैं। भारत की तरह पाकिस्तान में भी लोकतंत्र है। यानी जनता जिन्हें सांसद चुनती है, वही सांसद देश के प्रधानमंत्री का चुनाव करते हैं। लेकिन भारत में तो इमरान से कहीं ज्यादा पुलिस और न्यायाधीशों की आलोचना होती है, अशोक गहलोत, अरविंद केजरीवाल जैसे विपक्षी नेता तो सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश की उपस्थिति में न्यायिक फैसलों की आलोचना करते हैं। पुलिस और न्यायिक व्यवस्था अक्सर मीडिया के निशाने पर भी रहते हैं। लेकिन आलोचकों पर इमरान जैसी कार्यवाही नहीं होती। पाकिस्तान के लोकतंत्र की स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एक आईजी और एक मजिस्ट्रेट की आलोचना पर पूर्व प्रधानमंत्री के विरुद्ध एंटी टेरर एक्ट में मुकदमा दर्ज हो जाता है। यह बात इसलिए महत्वपूर्ण है कि भारत में ऐसे अनेक राजनेता है जो पाकिस्तान के समर्थक है। कुछ नेताओं को तो अपने भारत से ज्यादा अच्छा पाकिस्तान लगता है। ऐसे नेता इमरान खान पर हुई एंटी टेरर एक्ट की कार्यवाही से सबक ले सकते हैं। भारत में तो सीधे प्रधानमंत्री पर भी हमला बोला जाता है। भारत में लोकतंत्र की इतनी छूट के बाद भी अनेक राजनेताओं, कलाकारों, बुद्धिजीवियों आदि को डर लगता है।

गुजरात में लेंगे बदला:

दिल्ली के आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया पर सीबीआई की जो कार्यवाही हुई है, उससे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बेहद खफा हैं। केजरीवाल को लगता है कि उन्हें प्रधानमंत्री बनने से रोकने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने यह कार्यवाही करवाई है। यही वजह है कि 22 अगस्त को केजरीवाल और सिसोदिया दोनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह प्रांत गुजरात में पहुंच गए हैं। गुजरात में तीन माह बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं। केजरीवाल को लगता है कि गुजरात में मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा को हरा कर दिल्ली का बदला लिया जाए। यही वजह है कि गुजरात  में केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी ने पूरी ताकत लगा दी है। दिल्ली और पंजाब के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में गुजरात पहुंच गए हैं। हालांकि केजरीवाल के निशाने पर भाजपा है, लेकिन केजरीवाल की गतिविधियों से कांग्रेस सबसे ज्यादा परेशान है। कांग्रेस को लगता है कि केजरीवाल उन्हीं के परंपरागत खास कर मुसलमानों के वोट दीन लेंगे। केजरीवाल ने हाल ही में पंजाब में कांग्रेस से ही सत्ता छीनी है। 

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