कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन को 79 दिन हो गए हैं, लेकिन कोई हल निकलने की बजाय आंदोलन लंबा खिंचता नजर आ रहा है। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने शुक्रवार को कृषि कानूनों की वापसी की मांग दोहराते हुए केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा।
टिकैट ने हरियाणा के बहादुरगढ़ में हुई किसान महापंचायत में कहा, ‘हम देशभर में मार्च निकालेंगे। गुजरात जाकर इसे आजाद करवाएंगे। यह केंद्र के कंट्रोल में है। भारत आजाद है, लेकिन गुजरात के लोग कैद में हैं। अगर वे आंदोलन में शामिल होना चाहें, तो जेल हो जाती है।’
‘सरकार से बातचीत के लिए हमेशा तैयार’
इससे पहले टिकैत ने कहा कि अब कृषि कानूनों की वापसी होने पर ही घर वापसी करेंगे। हमारा मंच और पंच नहीं बदलेंगे। सिंघु बॉर्डर हमारा ऑफिस बना रहेगा। अगर सरकार आज बात करना चाहे तो भी तैयार हैं, अगर 10 दिन बाद या फिर अगले साल बात करना चाहे तो भी हम तैयार हैं। हम दिल्ली में कीलें उखाड़े बिना यहां से लौटेंगे नहीं।
राहुल के हम दो हमारे दो वाले बयान से भी टिकैत सहमत
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को लोकसभा में किसानों का मुद्दा उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर तंज कसा था। राहुल ने कहा कि देश को चार लोग चला रहे हैं, हम दो और हमारे दो। राहुल के इस बयान पर टिकैत ने शुक्रवार को कहा कि सच में ऐसा ही लगता है कि देश को चार लोग ही चला रहे हैं।
किसान लंबे समय तक टिकने की तैयारी में जुटे
कड़ाके की ठंड झेलने के बाद आंदोलनकारी किसान अब गर्मियों के मौसम को देखते हुए तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने टेंट्स में पंखे लगवाना शुरू कर दिए हैं। साथ ही टेंट की ऊंचाई बढ़ाकर उसके अंदर एक और टेंट लगा रहे हैं ताकि गर्मी से बच सकें। इसके साथ ही धरनास्थलों पर AC लगी ट्रॉलियां भी नजर आ रही हैं। किसान नेता राकेश टिकैत कह चुके हैं कि आंदोलन कम से कम अक्टूबर तक चलेगा।