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ताजा समाचार -भारत जोड़ो न्याय यात्रा 11 दिन यूपी में रहेगी,’धर्म के नाम पर हो रहा ढोंग-पाखंड,

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देश आज 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। कर्तव्य पथ पर परेड निकाली जाएगी।परेड में देश की सैन्य ताकत के साथ ही सांस्कृतिक विरासत की झलक दिखेगी। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन गणतंत्र दिवस पर चीफ गेस्ट होंगे। अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) इजराइल के खिलाफ नरसंहार मामले पर अंतरिम फैसला सुनाएगा खेलके मैदान से भारत और इंग्लैंड के बीच हैदराबाद में खेले जा रहे पहला टेस्ट मैच के दूसरे दिन का खेल होगा

14 फरवरी को यूपी में प्रवेश करेगी राहुल की न्याय यात्रा, 30 को जिला मुख्यालयों पर होंगी जनसभाएं

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा कि पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 14 फरवरी तक उत्तर प्रदेश में आने की उम्मीद है। यह यात्रा करीब 11 दिन प्रदेश में रहेगी। यात्रा के आने से पहले हर जिले में विभिन्न कार्यक्रम होंगे। इसके तहत 26 जनवरी को झंडारोहण के बाद हर ब्लॉक में न्याय यात्रा निकाली जाएगी, जो 30 को जिला मुख्यालयों पर पहुंचेगी।

प्रदेश कार्यालय में बृहस्पतिवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा कि 26 जनवरी को दोपहर में हर ब्लाक से निकलने वाली न्याय यात्रा के दौरान रास्ते में पड़ने वाले शहीद स्थलों एवं महापुरूषों के स्थलों पर श्रद्धांजलि दी जाएगी। रास्ते में किसी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का घर पड़ता है तो सेनानी अथवा उनके परिजनों का सम्मान किया जाएगा। इसी तरह रास्ते में किसी वरिष्ठ कांग्रेस नेता का घर पड़ता है तो वहां भी रुक कर उनका सम्मान किया जाएगा। ब्लॉक मुख्यालयों से निकलने वाली यात्रा 30 जनवरी को जिला मुख्यालय पहुंचेगी, जहां महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष सभा होगी। महात्मा गांधी के विचारों को आत्मसात करने और उसे जन- जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया जाएगा।

मणिपुर सरकार पर आरोप, पीएम से सवाल
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने आरोप लगाया कि पार्टी के नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में निकल रही न्याय यात्रा को रोकने के लिए असम सरकार ने कई तरह की साजिशें कीं। केंद्र सरकार के इशारे पर उसने लगातार व्यवधान डाला। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पांच सवाल करते हुए कहा कि आखिर न्याय यात्रा से इतना डर क्यों है? उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुलंदशरह में जनसभा की है, लेकिन वह बताएं कि किसानों की आय दोगुनी करने के लिए अब तक क्या किया? आखिर 2014 से 22 के बीच 100474 किसानों के आत्महत्या के लिए कौन जिम्मेदार है? प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने कृषि बजट में कटौती की। किसान सम्मान निधि में से 2 करोड़ 29 लाख किसानों का नाम क्यों काट दिया गया? प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में किसानों को मुआवजा देने के बजाय निजी कंपनियों के मुनाफा कमाने के पीछे किसका हाथ है? गन्ना किसानों का मुद्दा उठाते हुए प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि गन्ने का मूल्य सिर्फ 20 रुपया बढ़ाया गया है, जो नाकाफी है।

महिला सशक्तिकरण को समर्पित परेड, सेना से लेकर झांकियों में दिखेगी स्त्री शक्ति।

कर्तव्य पथ पर शुक्रवार (26 जनवरी) को ‘महिला सशक्तीकरण’ पर केंद्रित 26 झांकियां प्रदर्शित की जाएंगी जिनमें सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों में महिलाओं की भूमिका से लेकर महिला वैज्ञानिकों के योगदान की झलक मिलेगी. 

‘धर्म के नाम पर हो रहा ढोंग-पाखंड, मंदिरों में व्यापार’, शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने जताई चिंता

ज्योतिष पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती एक दिन के प्रवास पर बृहस्पतिवार को बरेली पहुंचे। रात्रि विश्राम के बाद उन्होंने कारोबारी अशोक गोयल के आवास पर पत्रकारों से वार्ता की। शंकराचार्य ने धर्म के नाम पर हो रहे ढोंग-पाखंड पर चिंता जताई। बड़े-बड़े मंदिरों में वीआईपी दर्शन कराने की व्यवस्था को व्यापार बताया। ज्योतिष पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती एक दिन के प्रवास पर बृहस्पतिवार को बरेली पहुंचे। शहर आगमन पर रामपुर बाग में श्रद्धालुओं ने बैंडबाजे से उनका स्वागत किया। रात्रि विश्राम के बाद शुक्रवार सुबह उन्होंने पत्रकारों से वार्ता की।

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि बड़े-बड़े मंदिरों में विकास कार्य कराया जा रहा है। विकास कार्य के बाद जितना पैसा लगा है, उसे निकालना भी तो पड़ता है। यह व्यापार का नियम है। इसके लिए टिकट लगाए जाएंगे, वीआईपी दर्शंन कराए जाएंगे। यह सब हो रहा है, जो धर्मस्थानों के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि हमारे देवता का दरबार छोड़ दीजिए ताकि वहां जाकर हम सब यह अनुभव कर सकेंगे कि इस दरबार में हम सब एक हैं। यहां न कोई बड़ा है, न छोटा है।

युवा पीढ़ी को दिया संदेश 
धर्म के प्रति युवाओं का लगाव कम होने के सवाल पर शंकराचार्य ने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी ईमानदार है। बड़ी सक्षम है। उन्होंने कहा कि धर्म के मामले में भी ढोंग पाखंड बढ़ रहा है। इसके चलते युवाओं का मन धर्म से हट रहा है। युवा समझते हैं कि धर्म का मतलब ढोंग है। ढोंग करने वाले लोग अपनी दुकानें खोलकर भले ही कुछ कर रहे हैं, लेकिन सच्चाई यही है कि असल में जो धार्मिक लोग हैं, वे आज भी धर्म के मार्ग पर हैं। उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि सच्चे धार्मिक लोगों का अनुसरण करिए। नशे और निराशा से बचिए।

कारोबारियों ने किया स्वागत 
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती इन दिनों भ्रमण पर निकले हैं। बृहस्पतिवार को एक दिन के प्रवास पर वह शहर के रामपुर बाग पहुंचे। यहां कारोबारी अशोक गोयल, योगेश गोयल, योगेंद्र गोयल, विभोर गोयल, दौलतराम गोयल, कैंट विधायक संजीव अग्रवाल, आईएमए अध्यक्ष राजीव गोयल, ब्रह्माकुमारी निशा ने उनका स्वागत किया। मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल की भी मौजूदगी रही। अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा व भगवान परशुराम सेवा ट्रस्ट की ओर से भी शंकराचार्य का स्वागत किया गया। 

काशी के लकड़ी खिलौना मास्टर व मिर्जापुर की गायिका को पद्मश्री, पं. सुरेंद्र को मरणोपरांत सम्मान

Padma Awards 2024 Full List : गोदावरी सिंह ने अमर उजाला से बातचीत में बताया कि जर्मनी, अमेरिका, यूरोप सहित कई देशों में आज भी लकड़ी के खिलौने की बहुत मांग है। उधर, मिर्जापुर की लोक गायिका उर्मिला श्रीवास्तव पद्मश्री मिलने के बाद काफी खुश हैं। वहीं संगीतज्ञ पंडित सुरेंद्र मोहन मिश्र को मरणोपरांत पद्मश्री अवार्ड मिलने से परिवार वाले खुश हैं। 

गृह मंत्रालय की ओर से दिए जाने वाले पद्म पुरस्कार के लिए इस बार काशी से 32 लोगों ने आवेदन किया था, इनमें से किसी को नहीं मिला। काशी से संगीतज्ञ पंडित सुरेंद्र मोहन मिश्र को मरणोपरांत पद्मश्री अवार्ड मिलने की जानकारी पर उनके परिवारीजनों के साथ ही उनके शिष्य गुरु को याद कर भावुक हो गए। उधर, शिल्पी गोदावरी सिंह का नाम शामिल होने की जानकारी मिलने पर लोगों ने उन्हें फोनकर बधाई दी।

विदेश तक है गोदावरी की शिल्प कला की चमक
खोजवा कश्मीरीगंज निवासी गोदावरी सिंह ने पांचवीं तक की पढ़ाई की है। उन्होंने अपनी कला के हुनर से देश-विदेश में अपनी अलग पहचान बनाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इनको बधाई दे चुके हैं। गोदावरी सिंह ने अमर उजाला से बातचीत में बताया कि सबसे पहले 1970 में लकड़ी के खिलौने का निर्यात किया था। कुछ विषम परिस्थितियों की वजह से केवल कक्षा पांच तक पढ़ाई की, लेकिन कला के क्षेत्र में जो जुनून था, उसमें समय बढ़ने के साथ ही तकनीक और विकास का सहारा लेते हुए शिल्प कला को पहचान दिलाने में साधना रत हैं। उन्होंने कहा कि जर्मनी, अमेरिका, यूरोप अब सहित कई देशों में आज भी लकड़ी के खिलौने की बहुत मांग है। लोगों की मांग के हिसाब से खिलौनों को तैयार कर बाहर भेजा जाता है।

शास्त्रीय, उपशास्त्रीय और सुगम संगीत के मर्मज्ञ थे पंडित सुरेंद्र 

रामापुरा निवासी बनारस घराने के मुर्धन्य संगीतज्ञों में शुमार पं. सुरेंद्र मोहन मित्र की पहचान मंच से परहेज करने वाले गुरु के रूप में ज्यादा थी। पिछले साल नवंबर में उनका निधन होने के बाद से उनके शिष्य अपने गुरु के संकल्प को पूरा करने में लगे हैं। बीएचयू संगीत एवं मंच कला संकाय, अन्य विश्वविद्यालयों, संगोत महाविद्यालयों और विदेशों में भी उनके शिष्य हैं। पं. सुरेंद्र मोहन तीन विधाओं के मर्मज्ञ थे। शास्त्रीय, उपशास्त्रीय के साथ सुगम संगीत में जो उनको पकड़ थी। उनको पद्मश्री मिलने पर बीएचयू की प्रो. संगीता पंडित, शारदा वेलंकर व रेवतो साकलकर आदि ने श्रद्धांजलि दी।

मिर्जापुरी कजरी पिया मेहंदी मंगाइ द मोतीझील से मिली पहचान
लोक गायिका उर्मिला श्रीवास्तव पद्मश्री मिलने के बाद खुश हैं। पचास साल से अधिक समय से मिर्जापुरी कजरी गाने वाली उर्मिला का कहना है कि बृहस्पतिवार को फोन से बड़ा सम्मान मिलने की सूचना मिली। इससे मन प्रफुलिल्त हो उठा। उर्मिला ने बताया कि पिया मेंहदी मंगाइ द मोती झील से जाके साइकिल से ना। यह गीत उनका पसंदीदा गीत है। आज सैकड़ों लोग इस गीत को गुनगुनाते हैं, लेकिन जो मिठास इसमें है, वह किसी और गीत में नहीं है। उहोंने संगीत की शिक्षा गुरु अमिता दत्त और प्रो. कमला श्रीवास्तव से ली है। माता-पिता को प्रेरणा से संगीत की साधना को जारी रखी और न केवल युवा पीढ़ी को संगीत से जोड़ा बल्कि देश-विदेश में भी मिर्जापुरी कजरी को पहचान दिलाई।

  देशभक्ति पर आधारित हैं ये फिल्में

शुक्रवार को गणतंत्र दिवस है। हर तरफ इस राष्ट्रीय पर्व की तैयारियां चल रही हैं। हर कोई इस खास दिन को अपने-अपने हिसाब से मनाना पसंद करता है। सिनेमा के शौकीन भी देशभक्ति पर बनीं कुछ अच्छी फिल्मों की तलाश में जुटे होंगे!आज गणतंत्र दिवस है। हर तरफ इस राष्ट्रीय पर्व का उल्लास है, लोग बधाइयां दे रहे हैं। हर कोई इस खास दिन को अपने-अपने हिसाब से मनाना पसंद करता है। सिनेमा के शौकीन भी देशभक्ति पर बनीं कुछ अच्छी फिल्मों की तलाश में जुटे होंगे! इस खास मौके पर अगर आप देशभक्ति और बलिदान पर बनीं कुछ फिल्में देखना चाहते हैं तो इन फिल्मों को अपनी लिस्ट में शामिल कर सकते हैं…. 

पठान
बीते वर्ष गणतंत्र दिवस के मौके पर आई शाहरुख की फिल्म ‘पठान’ आप गणतंत्र दिवस के मौके पर देख सकते हैं। सिद्धार्थ आनंद के निर्देशन में बनी इस फिल्म में दीपिका पादुकोण और जॉन अब्राहम जैसे सितारे हैं। पिछले साल ये फिल्म 25 जनवरी 2023 को रिलीज हुई थी और बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी।

‘उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक’ 
वर्ष 2019 में आई फिल्म ‘उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक’ आपको जरूर पसंद आएगी। इसका निर्देशन आदित्य धर ने किया है। फिल्म की कहानी सर्जिकल स्ट्राइक के ऊपर है, जो भारत ने 2016 में लाइन ऑफ कंट्रोल के पार पाकिस्तानी आतंकवादियों के ऊपर की थी। इस फिल्म में विक्की कौशल इंडियन आर्मी के एक मेजर की भूमिका में नजर आए। उनके अलावा यामी गौतम, परेश रावल, कीर्ति कुल्हारी और मोहित रैना भी अहम भूमिका में हैं।

‘केसरी’ 
2019 में ही आई अक्षय कुमार की फिल्म ‘केसरी’ भी शानदार है। केसरी एक बॉलीवुड वॉर ड्रामा है, जो 12 सितंबर 1897 को भारत के सारागढ़ी में हुए महान युद्ध पर आधारित है। केसरी हवलदार ईशर सिंह की कहानी है, जो सारागढ़ी की लड़ाई में 21 सिखों की एक सेना के साथ 10,000 अफगानों के खिलाफ जंग लड़ते हैं।

मंगल पांडे द राइजिंग
आमिर खान की फिल्म ‘मंगल पांडे द राइजिंग’ (2005) भी इस लिस्ट में शामिल है। आजादी की लड़ाई के अग्रदूत कहे जाने वाले मंगल पांडे के जीवन पर आधारित यह फिल्म देशभक्ति पर बनी शादनार फिल्म है। इसमें मंगल पांडे के जीवन को दिखाया गया है कि कैसे उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह का बिगुल बजा दिया था और अंत में उन्हें फांसी की सजा दे दी गई थी।

‘द लेजेंड ऑफ भगत सिंह’
राजकुमार संतोषी की 2002 की फिल्म ‘द लेजेंड ऑफ भगत सिंह’ को अपनी लिस्ट में शामिल कर सकते हैं। भगत सिंह के जीवन पर बनाई गयी यह फिल्म रांमांचित करने वाली है। इस फिल्म में देश के लिए बलिदान देने वाले भगत सिंह के जज्बे को दिखाया गया है।

नीतीश कैबिनेट की बैठक 20 मिनट में खत्म तो लालू की बेटी ने ट्वीट कर CM नीतीश पर कसा तंज

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से गुरुवार को बुलाई गई कैबिनेट की बैठक महज 20 मिनट की चल पाई। सीएम सचिवालय की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक कैबिनेट बैठक के बारे में प्रेस ब्रीफिंग करने से भी मना कर दिया गया है। इसके साथ ही चर्चा शुरू हो गई है कि आखिर कैबिनेट की बैठक में ऐसा क्या हुआ कि कैबिनेट की बैठक केवल 20 मिनट ही चल पाई। सूत्र बताते हैं कि 20 मिनट की कैबिनेट बैठक में सीएम नीतीश कुमार और डेप्युटी सीएम तेजस्वी यादव के बीच कोई बातचीत नहीं हु्ई। यह चर्चा इसलिए भी जोर पकड़ रही है क्योंकि पिछले कुछ दिनों से पटना के राजनीतिक गलियारे में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं। दूसरी तरफ आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी ट्वीट कर बिना नाम लिए सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला है।

बैठक में शामिल होकर बाहर निकले मंत्री सुरेंद्र राम ने एक निजी टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि कैबिनेट की बैठक बेहद छोटी रही, इसमें किसी मुद्दे पर सहमती नहीं बन पाई, इसलिए किसी भी एजेंडे पर मुहर नहीं लगी है। उन्होंने बताया कि इसके बाद कैबिनेट की बैठक खत्म हो गई और सीएम अपने आवास पर निकल गए और बाकी के मंत्री भी अपने-अपने काम पर वापस लौट गए। सूत्र बताते हैं कि कैबिनेट की यह बैठक बिहार विधानसभा के बजट सत्र से जुड़ा था।

रोहिणी आचार्य ने तीन ट्वीट किए हैं। पहले ट्वीट में लिखा- ‘अक्सर कुछ लोग नहीं देख पाते हैं अपनी कमियां, लेकिन किसी दूसरे पे कीचड़ उछालने को करते रहते हैं बदतमीजियां।’ आगे लिखा – ‘खीज जताए क्या होगा, जब हुआ न कोई अपना योग्य, विधि का विधान कौन टाले, जब खुद की नीयत में ही हो खोट।’ तीसरे ट्वीट में रोहिणी ने लिखा – ‘समाजवादी पुरोधा होने का करता वही दावा है, हवाओं की तरह बदलती जिनकी विचारधारा है..।’

 पिछले कुछ समय से बिहार में सरकार चल रही आरजेडी और जेडीयू के रिश्ते में दूरियां आने की चर्चाएं हैं। बुधवार को आरजेडी और जेडीयू ने अलग-अलग पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाई थी। इतना ही नहीं, कर्पूरी जयंती पर सीएम नीतीश ने राजनीति में परिवारवाद पर हमला बोला था। उन्होंने यह तक कह दिया था कि लोग राजनीति में अपने परिवार के लोगों को सेट करना चाहते हैं। उनके इस बयान को लालू यादव के परिवार से जोड़कर देखा जा रहा है।

इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से एक हिंदी दैनिक के इंटरव्यू में जब पूछा गया कि पुराने साथी जो छोड़कर गए थे नीतीश कुमार आदि, ये आना चाहेंगे तो क्या रास्ते खुले हैं? इस पर अमित शाह ने कहा था कि- जो और तो से राजनीति में बात नहीं होती। किसी का प्रस्ताव होगा तो विचार किया जाएगा। शाह के इस बयान को लेकर भी राजनीतिक गलियारे में कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं। हालांकि बीजेपी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी लगातार कह रहे हैं कि वह नीतीश कुमार का बोझ नहीं ढोएंगे। यह बात उन्होंने कर्पूरी जयंती पर भी दोहराई है।

विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने तिरंगा फहराया, स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद किया

75वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में लाल बाग मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 75वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर पटना में अपने आवास पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके और मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने इंफाल में गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लिया। महाराष्ट्र के नागपुर RSS प्रमुख मोहन भागवत ने 75वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया।

उज्जैन में CM यादव ने फहराया राष्ट्रीय ध्वज

 गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन के दशहरा मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराकर परेड की सलामी ली और प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई व शुभकामनाएं दी।

उज्जैन के दशहरा मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया एवं परेड की सलामी ली। इस अवसर पर सीएम ने कहा कि, राज्‍य सरकार की पहल पर पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल हुए जिला पुलिस बैण्‍ड की धुन पर बजते देशभक्ति के तराने, देश के लिए जीने और देश के लिए मरने की प्रेरणा दे रहे हैं। इस पावन अवसर पर मैं भारत माता की आज़ादी के लिए हँसते-हँसते सूली चढ़ने वाले अमर शहीदों के चरणों में विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।

सीएम डॉ. मोहन यादव ने भाषण में कहा- एमपी में हर साल रामायण मेला लगेगा। उज्जैन में व्यापार मेला लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा- गणतंत्र दिवस के अवसर पर मैं देश की स्वतंत्रता हेतु अपने प्राणों को न्योछावर करने वाले अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं एवं सभी संविधान निर्माताओं के प्रति हृदय से कृतज्ञता ज्ञापित करता हूं। साथ ही सीएम ने कहा- गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्‍य सरकार 161 बंदियों को जेल से रिहा करने जा रही है। आज का दिन इन सभी कैदियों और उनके परिवारजनों के जीवन में खुशियों और आशाओं से भरी एक नई जिन्‍दगी की सुबह लेकर आया है

CM बोले- 15 जनवरी से 29 फरवरी 2024 तक राजस्‍व प्रकरणों के त्‍वरित निराकरण और राजस्‍व अभिलेखों की त्रुटियों को सुधारने के लिए राजस्‍व महाअभियान का आयोजन किया जा रहा है। सुशासन को केंद्र में रखकर उठाए गए ये सभी कदम विकसित मध्यप्रदेश के निर्माण में मील का पत्‍थर साबित होंगे, चमचमाती सड़कें वो आइना हैं, जहां से विकास का प्रतिबिम्‍ब साफ दिखाई देता है। प्रदेश में 29 हजार करोड़ रुपये से अधिक लागत की 78 राष्‍ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के माध्‍यम से 2 हजार 800 किलोमीटर से अधिक लम्‍बाई की सड़कें बन रही हैं।

उज्जैन में आयोजित ‘गणतंत्र दिवस समारोह’ में सीएम ने कही ये बातें…

यूपी के सीएम योगी ने गणतंत्र दिवस पर क्या कहा?

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 75वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “पिछले 74 वर्ष से भारत का संविधान जाति, वर्ग, संप्रदाय, क्षेत्र और अन्य तमाम अवरोधों को समाप्त करते हुए अपनी कसौटी पर खरा उतरा है. यह हमारे संविधान की ही महानता है कि विश्व में लोकतंत्र के रूप में अपने आप को स्थापित करने वाले तमाम देश जो खुदको आज की व्यवस्था को अनुसार सबसे प्रगतिशील मानते हैं, उन देशों ने लंबे समय तक महिलाओं को मताधिकार से वंचित किया था. भारत वो देश है जिसने संविधान लागू करने के साथ ही इस बात को भी सुनिश्चित किया था कि भारत में लिंग, जाति, क्षेत्र, धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होगा.”

दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने दीं गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने कहा कि सभी देशवासियों को 75वें गणतंत्र दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं. आइए हम सब मिलकर अपने संविधान की रक्षा की शपथ लें और अपने महान लोकतंत्र को और मज़बूत बनाएं.

बिहार के CM नीतीश कुमार ने फहराया तिरंगा झंडा

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गणतंत्र दिवस के मौके पर पटना में अपने आवास पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. इसके साथ-साथ सीएम नीतीश कुमार ने वहां मौजूद लोगों के बीच मिठाइयां भी बांटीं.

राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा ने फहराया झंडा

75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राष्ट्रीय ध्वज को फहराया. सीएम भजनलाल शर्मा ने गणतंत्र दिवस के मौके पर अपने आवास पर झंडा फहराया. इसके बाद उन्होंने कहा कि हमारे किसान भाई, हमारे कर्मचारी, अधिकारी और राजस्थान के नागरिकों को मैं गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देता हूं. मैं उन्हें नागरिक के कर्तव्य भी याद दिलाना चाहता हूं क्योंकि देश के निर्माण में हर नागरिक की सहभागिता आवश्यक है. इसलिए अपना कर्तव्य मानते हुए देश निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं.

PM मोदी पहुंचे कर्तव्य पथ, ऐतिहासिक बग्गी में सवार हो कर आ रही हैं राष्ट्रपति मुर्मू

भारतीय सेना की घुड़सवारों की पलटन प्रेसिडेंट बॉडीगार्ड्स के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ऐतिहासिक बग्गी में सवार होकर कर्तव्य पथ की ओर रवाना हो गई हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी मौजूद हैं. वहां नेशनल वॉर मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्तव्य पथ के लिए रवाना हो चुके हैं.

पीएम मोदी ने किया उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का स्वागत

कर्त्वय पथ पर पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का स्वागत करने पहुंचे. अब थोड़ी ही देर में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी कर्तव्य पथ पर पहुंच रही हैं.

देश की पहली महिला महावत पार्वती बरुआ को पद्मश्री, पद्म पुरस्कारों का ऐलान, देखें पूरी लिस्ट

नई दिल्ली: भारत सरकार ने गुरुवार देर शाम पद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया। भारत की पहली महिला हाथी महावत पार्वती बरुआ को पद्मश्री सम्मान से नवाजा जाएगा। वहीं झारखंड के जाशपुर जिले के आदिवासी कल्याण कार्यकर्ता जगेश्वर यादव को भी पद्मश्री सम्मान से नवाजा जाएगा! इसके अलावा कर्नाटक के मैसूरू जिले के आदिवासी कल्याण कार्यकर्ता सोमान्ना और प्लास्टिक रिकंस्ट्रक्टिव सर्जन सोशल वर्कर प्रेमा धनराज को भी पद्मश्री की सूची में चुना गया है। बता दें कि पद्म पुरस्कारों की जो पहली सूची जारी की गई है उसमें पद्मश्री विजेताओं की ही लिस्ट है। अभी पद्मभूषण और पद्म विभूषण विजेताओं की लिस्ट नहीं आई है।

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