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लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था को होगा 5.5 लाख करोड़ का नुकसान

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 कोरोना वायरस के कारण देश को बेहद नुकसान हो रहा है। महामारी की चेन तोड़ने के लिए लॉकडाउन का सहारा लिया जा रहा है। लेकिन इसे अर्थव्यस्था को बेहद चोट पहुंच रही है। इस बीच एसबीआई इकौरेप की एक ताजा रिपोर्ट सामने आई है। यह रिपोर्ट बेहद ही चिंताजनक है। रिपोर्ट के अनुसार कोरोना की दूसरी लहर के कारण 19 राज्यों में लॉकडाउन लागू है। अगर यह जून तक जारी रहा तो इन प्रदेशों को 5.5 लाख करोड़ रुपए का नुकसान होगा।

एसबीआई इकौरेप की रिपोर्ट के मुताबिक मई में बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स साल के निचले स्तर पर आ गया है। 17 मई को इंडेक्स 62.6 पर था। पिछले साल लॉकडाउन के समय 25 मई को समाप्त हफ्ते में इंडेक्स 58.7 रिकॉर्ड हुआ था। इकौरेप के अनुसार व्यापार इंडेक्स में गिरावट को देखते हुए चालू वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही की कारोबारी गतिविधियां पिछले साल की पहली तिमाही से कम रहने की आशंका है। रिपोर्ट में कहा, ‘कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित प्रदेशों में वैक्सीनेशन अभियान तेज तक आर्थिक नुकसान को बचाया जा सकता है।एसबीआई इकौरेप रिपोर्ट के अनुसार अगर राज्य अपनी 50 फीसद आबादी को अपने खर्च से टीका दिलवाते हैं। तो ऐसे में 3.7 लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे। जो महीने में अनुमानित 5.5 लाख करोड़ के नुकसान से कम है। स्टेट बैंक ने सरकार को सलाह दी है कि अधिक संक्रमण वाले जिलों में प्राथमिकता से वैक्सीनेशन में तेजी लानी होगी।

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