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MP में कोरोना सख्ती:पचमढ़ी का महादेव मेला रद्द; इंदौर में रंग पंचमी पर गेर नहीं , बालाघाट में नाइट कर्फ्यू की अनुमति मांगी

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भोपाल

भोपाल और इंदौर में कोरोना के केस बढ़ने से अब शासन और प्रशासन हरकत में आ गया है। मंगलवार को सभी जिलों में क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक हुई। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि दोनों शहरों में एक बार फिर से सख्ती करने जा रहे हैं। मास्क को लेकर अभियान शुरू करेंगे तो लोगों को रोको टोको के साथ जागरूक भी करेंगे। साथ ही अगर किसी जिले में नाइट कर्फ्यू लगाना जरूरी होता है तो संबंधित जिले को गृह विभाग की पहले से अनुमति लेनी होगी।

इंदाैर में काेराेना रिटर्न के खतरे को देखते हुए बड़ा फैसला लिया गया है। पिछले साल की तरह इस बार भी रंगपंचमी पर ऐतिहासिक गेर नहीं निकलेगी। 75 साल में ऐसा दूसरी बार है, जब शहर में रंगपंचमी पर गेर नहीं निकलेगी।

उधर, देर रात बालाघाट कलेक्टर ने अपर मुख्य सचिव गृह को पत्र लिखकर जिले में रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाने की अनुमति मांगी है। इस पर एसीएस डॉ. राजेश राजौरा ने बताया कि इस पर बुधवार को निर्णय लिया जाएगा। बता दें कि बालाघाट कलेक्टर दीपक आर्य ने मंगलवार दोपहर नाइट कर्फ्यू लगाने का आदेश जारी कर दिया था, जिसे उन्होंने बाद में वापस ले लिया। पचमढ़ी में लगने वाले महादेव मेले के आयोजन को रद्द कर दिया गया है।

जुर्माना नहीं बढ़ेगा, लॉकडाउन नहीं लगेगा

मंत्री सारंग ने कहा, ‘कोरोना अभी गया नहीं है, इसलिए ऐहतियात बरतना जरूरी है। सार्वजनिक आयोजनों को लेकर नए सिरे से गाइडलाइन बनाई जाएगी। हमने कोविड वार्ड, बिस्तर, वैक्सीन और वेंटिलेटर की समीक्षा की। सभी तरह की तैयारी पूरी है। मुख्यमंत्री अब दो दिन बाद फिर समीक्षा कर आगे के निर्णय लेंगे। मास्क पर जुर्माना नहीं बढ़ाया जाएगा। नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन जैसी कोई स्थिति नहीं है। हम सिर्फ वही कदम उठाएंगे, जिससे कोरोना को रोका जा सके और लोगों को असुविधा भी ना हो।

हम जागरुकता के साथ ही सख्ती करेंगे। हम सब मिलकर कोरोना के खिलाफ लड़ाई शुरू करेंगे। वैक्सिनेशन का प्रोग्राम अच्छे से चल रहा है। पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन हैं। पहले चरण में नंबर वन पर थे, दूसरे चरण में नंबर 2 पर हैं। वैक्सीनेशन पूरा हो जाएगा तो कोरोना पर काबू हो जाएगा। लोगों को भ्रामक सूचनाओं से बचना चाहिए और इस तरह ही बातों को ज्यादा हवा नहीं देना चाहिए जिससे डर का माहौल बने और लोग घबराएं।’

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