राहुल गांधी ने महालक्ष्मी योजना की घोषणा की है। महालक्ष्मी योजना के तहत इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर हर महिला के बैंक अकाउंट में 3000 रुपये प्रतिमाह भेजे जाएंगे।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाडी ने बुधवार को पांच गारंटियों की घोषणा की है। एमवीए की संयुक्त सभा आज शाम मुंबई के बीकेसी में हुई। इस दौरान 5 चुनावी गारंटियों की घोषणा की गई है। महायुति की मुख्यमंत्री लाडकी बहीण योजना के जवाब में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महालक्ष्मी योजना की घोषणा की है। इसके तहत लाभार्थी महिलाओं को हर महीने 3,000 रुपये दिए जाएंगे।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने आज संयुक्त रैली में एमवीए का घोषणापत्र जारी किया। लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, “यह विचारधारा की लड़ाई है। एक तरफ अरबपतियों की सरकार और दूसरी तरफ गरीबों, किसानों और युवाओं की सरकार। इंडिया गठबंधन ने इसलिए महाराष्ट्र की जनता को 5 गारंटी दी है और आज मुझे आपको 5 गारंटियों में से पहली गारंटी के बारे में बताने के लिए कहा गया है… महालक्ष्मी योजना के तहत हर महिला के बैंक अकाउंट में इंडिया गठबंधन की सरकार 3000 रुपये देने जा रही है… महाराष्ट्र में महिलाएं अगर कहीं बस में यात्रा करेंगी तो उन्हें टिकट खरीदने के लिए एक रुपया नहीं देना होगा… क्योंकि बीजेपी की सरकार ने आपको जो चोट दी है, इसका सबसे ज्यादा दर्द महाराष्ट्र की महिलाओं को झेलना पड़ा है।”
महाराष्ट्र के लिए महाविकास आघाडी (इंडिया गठबंधन) की 5 गारंटी-
1) महालक्ष्मी योजना-
महिलाओं को हर महीने 3,000 रुपए
महिलाओं के लिए फ्री बस सेवा
2) समानता लाएंगे–
जातिगत जनगणना होगी
50% आरक्षण की सीमा हटाएंगे
3) पारिवारिक सुरक्षा–
25 लाख रुपए तक स्वास्थ्य बीमा
मुफ्त दवा
4) समृद्ध कृषि–
किसानों का 3 लाख रुपए तक का कर्ज माफ होगा
नियमित ऋण भुगतान के लिए 50,000 रुपए का प्रोत्साहन
5) युवकों से वादा–
बेरोजगारों को हर महीने 4,000 रुपए तक की मदद
BJP पर किया कटाक्ष
बीजेपी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, “देश में विचारधारा की लड़ाई है। एक तरफ बीजेपी-आरएसएस है। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन है। एक तरफ आंबेडकर जी का संविधान है, जिसमें एकता, समानता, मोहब्बत और सम्मान है। दूसरी तरफ बीजेपी-RSS के लोग हैं, जो संविधान को ख़त्म करना चाहते हैं। लेकिन ये बात वो सामने से नहीं कहते हैं, क्योंकि खुलकर बोलेंगे तो पूरा देश उनके सामने खड़ा हो जाएगा।
कांग्रेस नेता ने कहा, “हिंदुस्तान की संस्थाएं हैं, ब्यूरोक्रेसी है, शिक्षा का सिस्टम है, स्वास्थ्य का सिस्टम है। लेकिन संविधान में कहीं नहीं लिखा कि एक पार्टी और एक विचारधारा को अपने लोग हिंदुस्तान की हर संस्था में डालने हैं। आज देश की यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर की लिस्ट देखेंगे तो उसमें आपको मेरिट नहीं दिखाई देगी। क्योंकि क्वालिफिकेशन सिर्फ आरएसएस की सदस्यता है। अगर आपको वाइस चांसलर बनना है तो आरएसएस की सदस्यता लेनी होगी। महाराष्ट्र में जैसे ही हमारी सरकार आएगी, हम जातिगत जनगणना कराएंगे।”
धारावी पुनर्विकास परियोजना अडानी समूह को देने पर राहुल गांधी ने कहा,”पूरा महाराष्ट्र जानता है कि धारावी की एक लाख करोड़ रुपए की जमीन आपसे छीनकर एक अरबपति को दी जा रही है। महाराष्ट्र के सारे बड़े प्रोजेक्टस यहां से बाहर जा रहे हैं, जिनसे लाखों युवाओं को रोजगार मिल सकता था।”
बता दें कि महाराष्ट्र में 288 सदस्यीय राज्य विधानसभा के लिए मतदान 20 नवंबर को होगा और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। सत्ता के लिए मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ महायुति और एमवीए के बीच है। एमवीए में कांग्रेस, उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और शरद पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) शामिल हैं। जबकि महायुति गठबंधन में बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिवसेना) और एनसीपी (अजित पवार) है। एमवीए के सभी दल इंडिया गठबंधन का हिस्सा है। पिछले कुछ चुनावों से कांग्रेस अपने घोषणापत्र को ‘गारंटी’ के तौर पर पेश कर रही है।