नगर निगम हवा बंगला के पीछे अवैध कॉलोनी काटने के मामले एफआईआर झेलने वाले गौरव द्विवेदी उर्फ गोल्डी को सुदामा नगर संस्था के अध्यक्ष श्यामसुंदर राठौर के अधिकारी बेटे योगेंद्र सिंह उर्फ कृष्णा से नजदीकियों के चलते शिक्षक कल्याण समिति में भी, बतौर संचालक जगह मिली हुई है….
सदस्यों का ही आरोप है कि इन दोनों भ्रष्टाचारियों कीजोड़ी समिति में भी खूब काला पीला कर रही है….. वहीं आज के अंक में अब हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह इसी जोड़ी ने महनाका स्थित तरण पुष्कर स्विमिंग पूल पर भी अपना एकाधिकार जमा रखा है…. स्विमिंग करने आने वाले सदस्यों का कहना है कि यहां मनीष इमोलिया, सागर तोंडे, गौरव उर्फ गोल्डी और योगेंद्र उर्फ कृष्णा की मनमानियां जारी है….
सदस्यों का आरोप है कि स्विमिंग पूल को ये गैंग अपने घर का माल समझती है….
पिछले दिनों ही तोंडे एंड गैंग पर बुजुर्गों से बदतमीजी और मारपीट करने के आरोप लगे थे…..
मामले ने काफी तूल पकड़ा था लेकिन क्षेत्रीय नेताओं की दखलंदाजी और माफीनामे के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया…..
इसके ठीक बाद हुसी गैंग पर पूल परिसर पर बने भेरु बाबा के ओटले को भी ठिकाने लगाने का आरोप लगा
है…. चौकीदार की तनख्वाह किसी इंसान को मिल रही है या इस कुत्ते के खाते में जा रही है यह भी जांच का विषयगोल्डी, कृष्णा, तोंडे के साथ साथ इमोलिया का नाम भी यहां काफी सुर्खियों में है….
आरोप है कि हमोलिया दो जगह से पीएफ का पैसा कटा रहा है…
मुख्य प्रशिक्षका भी गायब
सदस्यों का कहना है कि यहां गैंग ने इतनी ज्यादा
अंधेरगर्दै मचा रखी है कि शब्द कम पड़ जाएं…..
हिंदू संगठनों ने भी कड़ी आपत्ति ली थी…..
यहां स्विमिंग सिखाने वाले पास के स्कूल में नौकरी करते हैं लेकिन तनख्वाह यहां से उठाते हैं…. मनीष इमोलिया, मोहित इमोलिया, तृप्ति इमोलिया, सागर तोंडे, विशाल तोडे, दीपाली, पवन जैसे दर्जन भर नामों पर तमाम तरह के आरोप हैं…. सदस्यों का कहना है कि विश्राम बाग पूल प्रोजेक्ट आकार लेने से इस गैंग की कारस्तानियां पर टोटल लगाम लगाई जा सक सकती है…. बशर्ते कि इनकी एंट्री और दखल वहां भी ना शुरु हो जाए…. हालांकि इसी के साथ महापौर पुष्यमित्र भार्गव से भी सदस्यों ने मांग की है कि तरण पुष्कर की इस गैंग पर जो भी थोथलियों के आरोप है, उसकी विधिवत जांच करवाकर दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए….
मामले में पड़ताल शुरु कीतो कई चौकाने वाली बातें सामने आई हैं…… बताया जा रहा है कि स्विमिंग पूल की आड़ में कई कर्मचारी घर बैठे ही वेतन ले रहे हैं…..कुछ ठेकेदार भी बने बैठे हैं….इनका सरगना कृष्णा ही है…..
जो भी मुख्य टूर्नामेंट होते हैं उनमें भी सभी अहम भूमिकाओं में कृष्णा एंड गैंग ही रहती है….
रिश्तेदारों के नाम से भी नगर निगम का कामकाजनिपटाया जा रहा है…..
तैराकी छोड़कर कृष्णा के पर्सनल इंटरेस्ट और किया जाता है…. पूरी गैंग उसमें पदाधिकारी है…. पदाधिकार वाले केनो सलालम खेल पर ज्यादा फोकसकुछ मूल कर्मचारियों को यहां से बाहर निकाल के अपने वालों को फिट कर दिया है….कई बार शेर जैसे दिवाने वाले पॉमेरियन हृदयी कुत्ते के भरोसे भरी दुपहरी स्विमिंग लावारिस छोड़ दिया जाता है।