जो कभी हमीदिया अस्पताल पहुंची ही नहीं ऐसे एकाउंट में प्रसूति सहायता राशि के पैसे डाले
भोपाल के हमीदिया अस्पताल से बड़ी गड़बड़ी सामने आई है. अनमोल पोर्टल और बर्थ रिकॉर्ड रजिस्टर के आंकड़ों में बड़ा फर्क है. 2913 ऐसे एकाउंट में प्रसूति सहायता राशि के पैसे डाले गए है, जो कभी हमीदिया अस्पताल पहुंची ही नहीं है. आइए आपको इससे जुड़ा पूरा मामला बताते हैं.
मध्य प्रदेश के भोपाल के सरकारी अस्पताल में जिन महिलाओं की डिलीवरी होती है, उन्हें जननी सुरक्षा योजना के तहत प्रसूति सहायता राशि दी जाती है. इसकी पूरी जानकारी अनमोल पोर्टल पर दर्ज की जाती है. लेकिन, भोपाल के हमीदिया अस्पताल में इस योजना से जुड़ी बड़ी गड़बड़ी सामने आई है. यहां राजधानी के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में प्रसूति सहायता योजना के तहत 2913 ऐसे खातों में पैसे डाले गए, जिनका प्रसव हमीदिया अस्पताल में हुआ ही नहीं… इसका खुलासा तब हुआ जब प्रबंधन ने अनमोल पोर्टल और अस्पताल के बर्थ रिकॉर्ड रजिस्टर को आपस में टैली किया.
अस्पताल प्रबंधन ने थाने में की शिकायत
इस मामले में अब हमीदिया असप्ताल के अधीक्षक ने शिकायत कोहेफिजा थाने में की है और एकाउंट्स की डिटेल भी पुलिस को सौंपी है. 9 दिन पहले की गई शिकायत पर अब तक FIR दर्ज नहीं हुई है. जिसके पीछे बड़ी वजह यह है कि हमीदिया प्रबंधन ने पुलिस को पर्याप्त जानकारी नहीं थी. अब पुलिस ने पत्र लिखकर इस मामले की और जानकारी मांगी है. हालांकि, जांच प्रबंधन भी पुलिस को सहयोग नहीं कर रही है. जिसके चलते पुलिस को पर्याप्त जानकारी नहीं मिल पा रही है और FIR में देरी भी हो रही है.
भोपाल की कोहेफिजा पुलिस 2913 अकाउंट्स की डिटेल देखकर भी परेशान है. क्योंकि, इन सभी की जांच करना एक बड़ी चुनौती है. ऐसे में पुलिस ने अस्पताल प्रबंधन से यह भी मांग की है कि प्रबंधन इन सभी अकाउंट्स की जंच भी करें.
हमीदिया अधीक्षक ने बताया पूरा मामला
हमीदिया के अधीक्षक सुनीत टंडन ने जब हमने अस्पताल प्रबंधन की ओर से कार्रवाई को लेकर सवाल पूछा, तो उन्होंने कहा कि कार्रवाई अस्पताल प्रबंधन नहीं बल्कि पुलिस करेगी. हमीदिया के अधीक्षक सुनीत टंडन ने बताया कि अस्पताल का जो बर्थ रिकॉर्ड रजिस्टर है, उसमें जो नाम है उसके विपरीत अनमोल पोर्टल पर नाम दिख रहे थे. ऐसे नाम जो अनमोल पोर्टल में है वह बर्थ रिकॉर्डिंग में नहीं है. हमने उनकी लिस्ट अलग कर ली है. ऐसे सभी प्रकरण को लेकर शिकायत थाना कोहेफिजा में की गई है.
जानकारी के लिए बता दें कि जननी सुरक्षा योजना के तहत सरकार का प्रावधान है कि प्रत्येक प्रसूता को कई फेज में कुल 14 हजार रुपये दिए जाते हैं. इस मामले में न तो हमीदिया अस्पताल और न प्रशासन की ओर से साफ है कि कितने फेज का पैसा इन 2913 खातों में ट्रांस्फर किया गया है.
डीसीपी ने मामले को लेकर बताई पूरी जानकारी
वहीं इस मामले DCP रियाज इक़ाबल ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन ने जिस मामले को लेकर शिकायत की वह भी क्लियर नहीं है. हमने उनसे और जानकारी मंगाई है, लिखित में एक शिकायत मिली है. इसमें उन्होंने कुछ वित्तीय अनियमित के आशंका जताई है. कुछ ऐसे खातों में पैसे गए हैं, जो हमीदिया अस्पताल में एडमिट ही नहीं हुए हैं. पुलिस अभी पूछताछ कर रही है और कुछ अतिरिक्त जानकारी मंगाई गई है.