अग्नि आलोक

हासन से यौन उत्पीड़न की शिकार कई महिलाएं कर रही हैं पलायन

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जेडी (एस) प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा का गढ़ हासन आज बुरे कारणों से चर्चा में है। देवगौड़ा का पोता प्रज्वल रेवन्ना हासन से वर्तमान सांसद हैं जो वहां से चुनाव लड़ रहा है। हाल ही में आए प्रज्जवल रेवन्ना के केस में एक विडियो के रिलीज होने के बाद देखने में आ रहा है कि सांसद प्रज्वल रेवन्ना द्वारा कथित तौर पर यौन उत्पीड़न की शिकार कई महिलाएं जिले को छोड़कर पलायन कर रही हैं। पिछले दो हफ्तों में यह घटना तेजी से देखने को मिली है। इस वीडियो में पहचान उजागर होने के बाद उन्हें बदनामी के साथ-साथ अपनी जान का खतरा भी महसूस हो रहा है। 

26 अप्रैल को प्रज्वल हासन में हुए मतदान के तुरंत बाद देश छोड़कर चला गया। इसी बीच उसके पिता और पूर्व मंत्री होलेनारसीपुर के विधायक एचडी रेवन्ना को एक महिला के अपहरण के मामले में शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। आरोप है कि एसआईटी के पास जाने से रोकने के लिए इस महिला का अपहरण किया गया है। जिले के लोग दबी जुबान में सारा मामला जानते और समझते हैं। नाम न बताने की शर्त पर कुछ लोग इस मामले में बोलते हैं।

स्थानीय निवासियों, दुकानदारों और अन्य लोगों का कहना है कि पूरा जिला एचडी रेवन्ना के नियंत्रण में है। लोगों का कहना है कि अगर कोई कुछ भी कहता है या कोई बुराई करता है तो सारी बात उन तक पहुंच जाती है। क्योंकि परिवार और पार्टी के पास बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जो उनके लिए हर तरह से काम करते हैं।

जिले के कस्बों और गांवों का दौरा करने पर निवासी कुछ बताने को तैयार होते हैं लेकिन फिर से उनकी यही शर्त होती है कि कहीं से भी नाम न आ जाए। कुल मिलाकर इस राजनीतिक परिवार के खौफ तले पूरा जिला जी रहा है। प्रज्वल के खिलाफ पहली एफआईआर 28 अप्रैल को एक महिला की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई थी। उस महिला का परिवार अब अपना घर छोड़ कर जा चुका है।

महिला के पड़ोसी ने बताया कि शिकायतकर्ता महिला रेवन्ना के घर पर घरेलू सहायिका के रूप में काम करती थी। उनके कुछ वीडियो प्रसारित होने लगे और फिर उनके घर पर ताला लगा हुआ देखा गया। लोगों को यह पता नहीं चला कि महिला कब चली गई। एक स्थानीय जद (एस) नेता ने कहा कि कई ऐसी महिलाएं गायब हो गई हैं जो पहले पार्टी के लिए काम करती थीं। इतना ही नहीं, इस वीडियो के बाद यह भी देखने को मिला है कि पार्टी की कई महिलाओं ने सोशल मीडिया पर प्रज्वल के साथ अपनी फोटो हटा दी है। इस मामले ने घरों में भी शक के बीच बो दिए हैं।

कुछ मामलों में पुरुष अपनी पत्नियों से सांसद के साथ उनके संबंधों के बारे में सवाल कर रहे हैं। स्थानीय निवासी ने कहा कि यह घटना और कृत्य कई महिलाओं की जिंदगी और घर बर्बाद कर देगा। बलात्कार के मामले में शिकायत देने वाली जिला पंचायत सदस्य ने आरोप लगाया कि उसके साथ तीन साल तक बलात्कार किया गया और वीडियो रिकॉर्ड किए गए। वह तब से अपना घर छोड़ चुकी है। एक स्थानीय नेता ने कहा कि उक्त महिला 24 अप्रैल तक वहां थी… उसके अगले दिन वीडियो सामने आए और तब से परिवार को किसी ने नहीं देखा है।

वीडियो क्लिप से महिलाओं की पहचान उजागर होने के साथ कई अन्य परिवारों ने भी हासन छोड़ दिया है। रेवन्ना मैसूर जिले के केआर नगर में दर्ज मामले में दो आरोपियों में से एक हैं। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि जद (एस) सांसद और रेवन्ना के बेटे प्रज्वल रेवन्ना द्वारा कथित यौन उत्पीड़न के मामले में पुलिस के पास जाने से रोकने के लिए उसकी मां का अपहरण कर लिया गया था।

जब एक एसआईटी टीम रेवन्ना के आवास पर पहुंची तो बाहर इकट्ठा हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को महिलाओं के बारे में बात करते हुए सुना गया। किसी ने कहा कि वह महिला उनके घर के पास ही रहती थी और जद (एस) गतिविधियों में बहुत सक्रिय थी। अब उसका घर बंद है, उसके छोटे-छोटे बच्चे हैं।

एक को कहते हुए सुना गया कि महिला किसी के पड़ोसी की रिश्तेदार है और एक पारिवारिक समारोह में शामिल हुई थी। लोगों का कहना है कि इस मामले में महिलाओं के चेहरे उजागर करना सही नहीं था। एक दुकान संचालक ने बताया कि घर छोड़कर गए लोग वापस आएंगे या नहीं, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। उसका कहना था कि रेवन्ना परिवार का इतना खौफ है कि लोग मामले दर्ज नहीं करना चाहते क्योंकि लोगों को पता है कि जिले में रहते हुए रेवन्ना परिवार से लड़ना नामुमकिन है। लोग अपनी जान जोखिम में डालना नहीं चाहते।

इस मामले में कुछ स्थानीय नेताओं ने देवगौड़ा के प्रति सहानुभूति भी व्यक्त की। लोगों का कहना था प्रज्वल ने जो किया वह एक अक्षम्य अपराध है। देवगौड़ा ने अपने जीवन के चार दशक देकर एक राजनीतिक विरासत बनाई थी और यह प्रज्वल के आपराधिक कृत्यों के कारण ढह गई।

पदुवलहिप्पे गांव, जहां देवगौड़ा ने अपना वोट डाला था, वहां के एक जेडी (एस) नेता ने कहा कि वीडियो क्लिप प्रसारित होने के बाद पार्टी ने प्रचार नहीं किया। कार्यकर्ताओं का कहना था कि इस निर्वाचन क्षेत्र के युवाओं के मोबाइल में वीडियो थे। ऐसे में वे लोगों का सामना कैसे कर सकते थे और उनसे प्रज्वल के लिए वोट कैसे मांग सकते थे। 

गांव में आठ फुट की दीवार से घिरा एक बड़ा फार्म हाउस है। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक प्रज्वल अक्सर फार्महाउस जाता था, जहां कथित तौर पर कुछ वीडियो रिकॉर्ड किए गए थे। अब वहां एक पुलिस कांस्टेबल बाहर पहरा देता है। वहां के एक कर्मचारी ने बताया कि प्रज्वल दोस्तों के साथ यहां आता था और पार्टी करता था, इसके अलावा उन्हें कुछ भी जानकारी नहीं है। 

नाम न छापने की शर्त पर एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि जिला खुफिया इकाई को वीडियो क्लिप के बारे में पता था लेकिन हालांकि मामला कितना संगीन है, इसका अंदाजा नहीं था। अधिकारी ने कहा कि सवालों के घेरे में आई पेन ड्राइव 2023 में कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले प्रसारित हो रही थी, लेकिन उस समय वीडियो सामने नहीं आए।

प्रज्वल को वीडियो क्लिप के संबंध में 86 मीडिया आउटलेट्स और तीन व्यक्तियों के खिलाफ एक जून, 2023 को बेंगलुरु सिविल कोर्ट से एक गैग ऑर्डर मिला था। व्यक्तियों में से एक वकील और स्थानीय भाजपा नेता जी देवराजे गौड़ा थे। प्रज्वल के पूर्व ड्राइवर कार्तिक ने कहा है कि उन्होंने देवराजे गौड़ा के साथ पेन ड्राइव साझा की थी।

अधिकारी ने बताया कि इस साल जनवरी में देवराजे गौड़ा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी। अनुमान लगाया गया था कि वह इस दौरान वीडियो जारी करेंगे लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस अचानक रद्द कर दी गई। विभाग को लगा कि वह प्रज्वल रेवन्ना का सेक्स वीडियो हो सकता है लेकिन इस बात का अंदाजा नहीं था कि इस पेन ड्राइव में 2,900 से अधिक फाइलें होंगी जिनमें कई महिलाएं शामिल थीं।

(इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट पर आधारित।)

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