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विपक्षी पार्टियों की बैठक खत्म, साथ चुनाव लड़ने पर बनी सहमति, खड़गे के नेतृत्व में अगली मीटिंग शिमला में

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केजरीवाल अड़े:कहा- अध्यादेश पर कांग्रेस रुख साफ करे

पटना. भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मोर्चाबंदी के लिए पटना में आज विपक्षी दलों की बैठक खत्म हो गई है.  इसके शामिल सभी नेताओं ने एक साथ चुनाव लड़ने पर सहमति जताई है. विपक्ष पार्टियों की बैठक खत्म होने के बाद नीतीश काफी खुश दिखाई दिए. उन्होंने बताया कि पहली बैठक कामयाब रही. सभी पार्टियों ने एकजुटता दिखाई है और कोई मनभेद और मतभेद सामने नहीं आए. आज सीट शेयरिंग को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है. अगली बैठक में इस चर्चा होगी. यह 12 जुलाई में शिमला में होगी.

इस बैठक में शामिल होने के लिए उद्धव ठाकरे, अखिलेश यादव, सीताराम येचुरी, राघव चड्ढा, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे पटना पहुंचे थे. जबकि बीते गुरुवार की रात पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, दीपंकर भटाचार्य, डी राजा और संजय सिंह पटना पहुंच गए थे.

बता दें कि विपक्ष के कई प्रमुख राजनीतिक दलों के नेता 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को कड़ी चुनौती देने के मकसद से एक मजबूत मोर्चा बनाने की रणनीति पर शुक्रवार को यहां मंथन करेंगे. बैठक से एक दिन पहले बृहस्पतिवार को तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा था कि भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के खिलाफ विपक्षी नेता एक परिवार की तरह एकजुट होकर लड़ेंगे

पार्टियों की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश कुमार ने कहा कि एक साथ चलने की बात हुई है। एक साथ चुनाव लड़ने की सहमति बन गई है। अगली मीटिंग सब पार्टियों की एक और जल्द की जाएगी। इस मीटिंग में अंतिम रूप दिया जाएगा, कौन कहां से, कैसे लड़ेगा।

राहुल गांधी ने कहा, हिंदुस्तान की नींव पर हमला हो रहा है। BJP-RSS आक्रमण कर रही है। मैंने मीटिंग में कहा कि हम सब एक साथ खड़े हैं। सभी पार्टी में थोड़े-थोड़े डिफ्रेंसेज है, लेकिन एक साथ काम करेंगे। आज जो बातचीत की है, उसे अगली मीटिंग में और आगे बढ़ाएंगे।

ममता बनर्जी ने कहा- नीतीश कुमार ने बहुत अच्छे तरीके से मीटिंग का आयोजन किया है। पटना से ही जनआंदोलन शुरू होता है। दिल्ली में कई बार मीटिंग हुई, लेकिन उसका कोई निष्कर्ष नहीं निकला। आज की मीटिंग में तीन चीजें क्लियर हुई। पहला हम एक है। दूसरी हम एक साथ लड़ेंगे। तीसरी जो भी पॉलिटिकल एजेंडा बीजेपी लाए, हमलोग साथ मिलकर उसका विरोध करेंगे।इस लड़ाई में अपना खून बहाना पड़ा तो बहाएंगे। आज इतिहास का बड़ा दिन है।CM नीतीश कुमार ने एयरपोर्ट पर राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे का स्वागत किया।

आप ने कहा-अध्यादेश पर कांग्रेस रुख साफ करे

प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले अरविंद केजरीवाल दिल्ली के लिए रवाना हो गए। दिल्ली पहुंचकर AAP ने स्टेटमेंट जारी कर कांग्रेस को केंद्र सरकार के अध्यादेश पर अपना रुख साफ करने को कहा है। पार्टी ने कहा कि जब तक कांग्रेस अपना रुख साफ नहीं करती तब तक आम आदमी पार्टी कांग्रेस के साथ किसी बैठक में शामिल नहीं होगी।

बयान में कहा गया है कि केंद्र सरकार के काले अध्यादेश को हराना बहुत जरूरी है। पटना की बैठक में शामिल 15 दलों में से 12 दलों का प्रतिनिधित्व राज्यसभा से है। कांग्रेस को छोड़कर सभी 11 दलों ने केंद्र के अध्यादेश को लेकर AAP का समर्थन किया है। सभी 11 दलों ने यह कहा कि वे राज्यसभा में इसका विरोध करेंगे।

बैठक में 15 पार्टियों के 27 नेता शामिल

इन मुद्दों पर बात हुई:

  1. हर सीट पर भाजपा के खिलाफ विपक्ष का एक प्रत्याशी
  2. भाजपा के खिलाफ बनने वाले गठबंधन का नाम
  3. कॉमन मिनिमम प्रोग्राम
  4. सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला
  5. इसके अलावा, दिल्ली अध्यादेश।

उमर ने धारा 370 हटाने पर आश्चर्य जताया

बैठक में जो जानकारियां निकलकर आई थीं, उनके अनुसार नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने धारा 370 हटाने पर आम आदमी पार्टी के रुख पर आश्चर्य जताया है। वहीं, सभी दलों ने केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ केजरीवाल का समर्थन करने के लिए कांग्रेस से कहा है।

जेडीयू सूत्रों ने दैनिक भास्कर को बताया कि बैठक में ममता बनर्जी ने कहा कि सभी को महत्वाकांक्षा छोड़नी होगी। कोई अपना दबदबा नहीं बनाए।

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव शुक्रवार सुबह 11 बजे पटना एयरपोर्ट पहुंचे।

श्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी बैठक में शामिल होने के लिए जाती हुईं।

रखंड के सीएम हेमंत सोरेन सबसे आखिरी में बैठक में शामिल होने पहुंचे।

ओवैसी ने विपक्षी एकता बैठक में शामिल दलों पर सवाल उठाए
विपक्षी एकता बैठक पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तंज कसा है। उन्होंने कहा- बैठक में शिवसेना है। क्या वे सेक्युलर हो गए हैं? दिल्ली के CM हैं। उन्होंने अनुच्छेद 370 को हटाए जाने पर भाजपा का समर्थन किया था। नीतीश कुमार हैं, जो NDA के तरफ से मुख्यमंत्री रहे हैं।

हम भी नहीं चाहते के 2024 में देश के प्रधानमंत्री मोदी बनें, लेकिन इन पार्टियों का ट्रैक रिकॉर्ड क्या है? कांग्रेस आगे रहना चाहती है, नीतीश प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब देख रहे हैं।

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