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बद्रीनाथ अष्ठापद के पट खोलने का सौभाग्य मुंबई और इन्दौर जैन समाज को मिला

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बद्रीनाथ। भारी वर्फवारी और ठण्डा मौसम हो जाने के कारण बद्रीनाथ प्रतिवर्ष छह माह के लिए बंद कर दिया जाता है। इस वर्ष बद्रीनाथ धाम के पट खोलने का मुहूर्त 12 मई का रखा गया था। जिस तरह बद्रीनाथ धाम हिन्दुओं के लिये श्रद्धास्पद है उसी तरह वहाँ स्थित श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र, अष्टापद बद्रीनाथ संपूर्ण जैन समाज के लिए आस्था का केन्द्र हैं। जो प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ भगवान का निर्वाण स्थल माना जाता है। इस जैन मंदिर के पट भी बद्रीनाथ धाम के साथ बंद होते और खुलते हैं।

इस वर्ष बद्रीनाथ तीर्थ के पट खोलने का सौभाग्य फिल्म प्रोड्यूसर बड़जात्या परिवार मुबई व इन्दौर जैन समाज के गौरव सुशील पाडंया और श्री डी.के. जैन (डीएसपी) परिवार को मिला। डी. के. जैन ने बताया कि उन्हें पट खोलने के साथ साथ झंडारोहण, अभिषेक, शांतिधारा, पूजा, संध्याकालीन आरती और युगल मुनिराजों को आहारदान देने का भी सौभाग्य मिला।

श्री डी.के. जैन व उनकी पत्नी श्रीमती गुणमाला जैन ने वीडियो कॉल पर डॉ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’ को वहाँ के दर्शन कराते हुए बताया कि उन्हें नौवीं वार वद्रीनाथ तीर्थ के पट खोलने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। यहाँ दिगम्बर मुनि श्री शिवानंद जी व मुनिश्री द्रवानंद जी महाराज और क्षुल्ल्क समर्पणसागर जी महाराज ने भी पट खोलने के अवसर पर अपना सान्निध्य प्रदान किया। श्री जैन ने बताया कि 12 मई को ही उनकी वैवाहिक वर्षगांठ भी है। ज्ञातव्य है कि श्री डी.के. जैन सन् 2005 मंे आचार्य श्री योगीन्द्रसागर जी का पूरा संघ अष्टापद वद्रीनाथ ले गये थे। संघ वहाँ 10 दिन रुका था। अनेक लोगों ने श्री डी.के. जैन व उनकी धर्मपत्नी को इस पुण्यकार्य को संपन्न करने उनकी वैवाहिक वर्षगांठ की शुभकामनाएँ दी हैं।

-डॉ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’
22/2, रामगंज, जिंसी, इन्दौर
मो. 9826091247

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