इन्दौर। मुंबई में अग्नि प्रबंध सुरक्षा के प्रबंधों पर आयोजित प्रदर्शनी में भाग लेने के लिए एमआईसी मेंबर के साथ-साथ नगर निगम की अफसरों की टीम भी गई थी। टीम लौट आई और वहां बीस करोड़ की अत्याधुनिक हाइड्रोलिक प्लेटफार्म वाली स्काय लिफ्ट इंदौर के लिए उपयुक्त मानी गई है। 22 मंजिल तक आग बुझाने की क्षमता रखने वाली यह स्काय लिफ्ट टू वे आपरेट है।
नगर निगम और फायर ब्रिगेड के पास अधिक ऊंचाई की इमारतों में आग बुझाने के लिए संसाधनों की कमी है और वर्षों पुरानी एक हाइड्रोलिक गाड़ी खराब पड़ी है, जिसे सुधारने के लिए फायर ब्रिगेड से लेकर नगर निगम ने तमाम मशक्कत कर ली, लेकिन सफलता नहीं मिली। नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक मुंबई में लगी प्रदर्शनी की जानकारी मिलने के बाद विद्युत यांत्रिकी समिति के प्रभारी जीतू यादव, निगम अधिकारी अनूप गोयल, मनीष पांडे के साथ-साथ फायर ब्रिगेड के कई आला अधिकारी भी उनके साथ गए थे। मुंबई में आयोजित प्रदर्शनी के दौरान करीब 25 से 30 ऐसे वाहन वहां प्रदर्शित थे, जिनके माध्यम से ऊंची इमारतों में आग पर काबू पाया जा सकता है। इनमें एक कंपनी का अत्याधुनिक वाहन निगम और फायर ब्रिगेड की टीम ने इंदौर के लिए उपयुक्त माना है, जिसकी खासियत यह है कि वह 22 मंजिल ऊंचाई तक आसानी से आग पर काबू पा सकती है और यह टू वे आपरेट रहती है। हाइड्रोलिक प्लेटफार्म स्काय लिफ्ट के नाम से इसे कंपनियों द्वारा लांच किया गया है और इसकी एक और खासियत यह है कि इसमें लगी लिफ्ट के माध्यम से पांच किलो का वजन भी लाया ले जा सकता है। इंदौर के मान से यह मशीन इसलिए उपयुक्त है कि यहां अत्यधिक ऊंचाई की इमारतें नहीं हैं और 22वीं मंजिल तक के मान से बेहतर है। अब इसके प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि 20 करोड़ के आसपास इसकी कीमत है और कुछ और वाहन भी खरीदने की तैायरी है।