पाकिस्तान में बिलावल भुट्टो-जरदारी की पार्टी पीपीपी और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पीएमएल-एन के बीच सरकार गठन को लेकर सहमति बन गई है। आम चुनाव में नेशनल असेंबली में किसी भी दल को बहुमत न मिलने के बाद दोनों दलों ने आधिकारिक तौर पर सरकार बनाने की कवायद शुरू की। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के चेयरमैन बिलावल भुट्टो-जरदारी और पार्टी अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी ने रविवार को लाहौर में अपने आवास पर पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ से मिले। बैठक में दोनों दल सैद्धांतिक रूप से देश को राजनीतिक अस्थिरता से बचाने के लिए एकसाथ आने पर सहमत हुए।
पीएमएल-एन अध्यक्ष की ओर से एक्स पर जारी एक बयान में कहा गया है कि दोनों दलों के नेताओं ने देश की मौजूदा स्थिति और भविष्य में राजनीतिक सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की। शहबाज शरीफ और बिलावल भुट्टो ने देश में राजनीतिक स्थिरता के लिए संघीय सरकार बनाने पर सहमति व्यक्त की। बयान के मुताबिक, पीपीपी चेयरमैन बिलावल सरकार गठन को लेकर पीएमएल-एन के प्रस्तावों को अब पार्टी की केंद्रीय कार्यकारी समिति की बैठक में रखेंगे। पीपीपी नेतृत्व से मुलाकात करने वाले पीएमएल-एन के प्रतिनिधिमंडल में आजम नजीर तरार, अयाज सादिक, अहसान इकबाल, राणा तनवीर, ख्वाजा साद रफीक, मलिक अहमद खान, मरियम औरंगजेब और शजा फातिमा शामिल थे।
पाकिस्तान में आठ फरवरी को आम चुनाव के लिए मतदान हुआ था। जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने नेशनल असेंबली में सबसे अधिक सीटों (93) पर जीत हासिल की है। नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन को 79 सीटें और पीपीपी को 54 सीटें मिली हैं। इस तरह संघीय सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी के पास बहुमत नहीं है। कुछ पीटीआई समर्थित विजयी उम्मीदवारों के साथ अन्य पार्टियां सरकार गठन में पीएमएल-एन को अपना समर्थन दे सकती हैं।