Site icon अग्नि आलोक

नीतीश कुमारः कमाल का सियासी संतुलन? सत्ता अलग, सिद्धांत अलग!

Share

प्रदीप द्विवेदी* 
बिहार में सीएम नीतीश कुमार ने कमाल का सियासी संतुलन कायम कर रखा है, उनके सियासी सिद्धांत भले ही बीजेपी से अलग हों, लेकिन सत्ता में साथ-साथ हैं?
नीतीश कुमार जानते हैं कि बीजेपी उनके बगैर बिहार में सत्ता हासिल नहीं कर सकती है, लिहाजा बीजेपी नेता कुछ भी बोलते रहें, वे परवाह नहीं करते हैं!
आजकल पूरे देश में लाउडस्पीकर की शोर है, लेकिन नीतीश कुमार शांत हैं, बल्कि वे तो इसे फालतू का मुद्दा करार दे रहे हैं?
बीजेपी राज्यों में लाउडस्पीकर हटाने को लेकर कार्रवाई शुरू हो चुकी है, जाहिर है, बिहार में भी बीजेपी लाउडस्पीकर हटाने की मांग शुरू कर चुकी है, परन्तु बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तो इसे फालतू का मुद्दा बताकर मुद्दे को ही किनारे कर दिया है!
खबरों की मानें तो जब लाउडस्पीकर को लेकर चल रही राजनीति पर नीतीश कुमार से प्रेस-प्रश्न किया गया तो उन्होंने कहा कि…. ये फालतू की चीज है, जिसे जैसे मन करता है वो वैसे चलता है, सबकी अपनी इच्छा है, ये सब चीजों पर कहीं कोई खतरा नहीं है? 
सियासी सयानों का मानना है कि नीतीश कुमार के बयान पर बीजेपी के नेता चाहें तो नाराज हो सकते हैं, लेकिन होना-जाना कुछ नहीं है!
*देश में चल रहे लाउडस्पीकर के मुद्दे पर प्रमुख कार्टूनिस्ट शेखर गुरेरा कुछ इस तरह से व्यंग्यबाण चला रहे हैं….*

Exit mobile version