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लापता कोचिंग छात्र का आठ दिन बाद भी कोई सुराग नहीं लग पाया, तलाश में जुटे हैं 100 पुलिसकर्मी

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कोटा: कोचिंग सिटी कोटा से लापता हुए कोचिंग छात्र का आठ दिन बाद भी अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है. लापता हुआ छात्र रचित मध्य प्रदेश के राजगढ़ का रहने वाला है. वह कोटा में रहकर जेईई की तैयारी कर रहा था. इस लापता छात्र की तलाश में बीते आठ दिनों से पुलिस, आरएसी, होमगार्ड, एसडीआरएफ और निगम के गोताखोरों सहित 100 अधिकारियों, कर्मचारियों व पुलिसकर्मियों की टीम जुटी है. इसके लिए कोटा के घने जंगलों और चंबल नदी में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.

डॉग स्क्वायड की टीमें भी चंबल नदी के किनारे और जंगल में छोड़ी गई थी पर रचित को कोई पता नहीं चल पाया है. लापता बेटे की तलाश में हताश पिता ने उसके पोस्टर छपवाकर कोटा के आसपास के हाईवे और ग्रामीण क्षेत्र में लगवाए हैं, पिता सहित अन्य परिजन बेटे की तलाश के लिए खुद भी जंगलों में भटक रहे हैं. उनकी आंखों से आंसू बह रहे हैं. बताया जा रहा है कि घर पर रचित मां ने कई दिनों से कुछ नहीं खाया है. वे बेसुध हो रखी हैं.

दूसरी तरफ लापता छात्र की तलाश के लिए न केवल ड्रोन की मदद ली जा रही है बल्कि डॉग स्क्वायड की मदद से भी जंगल के चप्पे चप्पे को छाना जा रहा है. लापता बेटे को ढूंढने मध्य प्रदेश के राजगढ़ से आए पिता जगनारायण सोंधिया करीब 60 लोगों के साथ गरडिया महादेव के चप्पे चप्पे की तलाश में जुटे हुए हैं. रचित के परिवार के 50 से 60 लोग कोटा में डेरा डाले हुए हैं. रचित की लास्ट लोकेशन गरड़िया महादेव मंदिर आई थी. पुलिस और परिजनों को मंदिर से 200 मीटर दूरी पर रचित का बैग, चप्पल, मोबाइल, पावर-बैंक, कमरे की चाबी, एक चाकू और रस्सी सहित अन्य सामान मिला था.

अब लापता छात्र रचित के परिजनों में कोटा जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट परिसर में डेरा डाल दिया है. वहां बड़ी संख्या में छात्र के परिजन और अन्य लोग डटे हुए हैं. वे जल्द से जल्द रचित को तलाश करने की मांग कर रहे हैं. सोमवार को आठवें दिन आज भी घने और खतरनाक जंगल में लापता कोचिंग स्टूडेंट की तलाश की जा रही है. परिवार को लोग उम्मीद के सहारे जगह-जगह उसकी तलाश में जुटे हैं.

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