इंदौर। लगातार सातवीं बार देश में क्लीनेस्ट सिटी का खिताब जीतने वाला इंदौर एक जीवंत शहर है, जो अपने क्षितिज का विस्तार कर रहा है , नए अवसरों का स्वागत करता है और जीवन की बेहतर गुणवत्ता का निर्माण करता है। इंदौर के विकास में त्रि- स्तरीय आयाम जुड़ गए है। शहर की वर्तमान तस्वीर भले कैसी नजर आए , मगर शहर में विकास कार्य जो चल रहे है वो उम्मीद बंधा रहे है की भविष्य की तस्वीर सुनहरी होगी। विकास कार्यों के माध्यम से शहर की तस्वीर को और अधिक सुंदर बनाने के लिए नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, सांसद शंकर लालवानी और महापौर पुष्यमित्र भार्गव अपने अपने सेक्टर में टारगेट लेकर काम कर रहे है। आने वाले समय में इंदौर भी देश के टॉप शहरों में शामिल हो जाएगा। कैलाश जी का पहला लक्ष्य 51 लाख पौधे लगाने का है , वहीं सांसद लालवानी ने इंदौर में रेलवे का विस्तार करना चुना है और महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने स्वच्छता सर्वेक्षण में आठवीं बार गांधी जी के चित्र वाली ट्रॉफी पर निशाना सादा है। एक जानकारि के मुताबिक इंदौर की स्वच्छता देखने, उसे कायम रखने की नीति समझने और स्वच्छ शहर की खूबसूरती निहारने के लिए पर्यटकों की संख्या में तीन गुना वृद्धि हुई है।
*स्वच्छ शहर इंदौर को**ग्रीन सिटी बनाना*
मप्र की भाजपा के सबसे पॉवरफुल तथा कुशल , रणनीतिकार मध्य प्रदेश सरकार के नगरी प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बारे में कहा जाता है की वे जो सोच लेते है उसे पूरा करके ही दम लेते है। उनकी जिद के आगे किसी की नहीं चलती है। शहर में 12 घंटे में 12 लाख पौधे लगाकर गिनीज बुक आॅफ वर्ल्ड रिकार्ड में इंदौर का नाम दर्ज कराना उनकी जिद का सबसे बड़ा उदाहरण है। रेडियो पर मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक पौधा मां के नाम अभियान का ऐलान किया था। तब से ही वे इस अभियान में जुट गए थे। उन्होंने पौधे लगाने का वर्ल्ड रिकार्ड तो बना दिया है। अब अगला लक्ष्य 51 लाख पौधे रोपकर इंदौर को ग्रीन सिटी का दर्जा दिलाने का है। इसी प्रकार इंदौर – भोपाल में मेट्रो को लेकर कैलाशजी की पूरी नजर है। मेट्रो के अफसरों की बैठक लेकर उन्होंने साफ कह दिया है की मेट्रो चलाना अच्छी बात है, लेकिन जनता को परेशानी न हो इस बात का ध्यान रखा जाए। कैलाशजी ने स्पष्ट कर दिया है की अवैध कालोनी से संबंधित जो नियम राज्य सरकार ने बनाए , उन्हें कड़ाई से लागू किया जाएगा। अवैध कालोनी बनाने वाले कालोनाइजर को भी बख्शा नहीं जाएगा।
देश में सर्वाधिक मतों से लोकसभा का चुनाव जीतने वाले दुूसरी बार के सासंद शंकर लालवानी शहर के विकास को गति देने का लगातार प्रयास कर रहे है। उनके सामने पहला लक्ष्य रेलवे का विस्तार करना है। 2028 में उज्जैन में होने वाले सबसे बड़े धार्मिक पर्व सिंहस्थ महाकुंभ को लेकर रेल यात्रियों को रेलवे की सुविधा मुहैया कराने के लिए जुट गए है। रेलवे के विकास के लिए रेलमंत्री से मुलाकात कर कई मांग रखी है। रेलवे के अलावा इंदौर विकास प्राधिकरण की विभिन्न योजनाओं को पूरा करने के लिए अधिकारियों की लगातार बैठक लेने के साथ योजनाओं पर चल रहे कार्यों के फिटबेक भी लेते रहते है। लालवानी हाल ही में केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद आयुष मंत्रालय की इकाई (यूनिट) देवी अहिल्या विश्व विधालय में स्थापित करके के सिलसिले में नवनियुक्त आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव से मांग की है। इसी प्रकार लालवानी ने इंदौर से खंडवा और इच्छापुर, इंदौर से हरदा बैतूल होते हुए नागपुर, इंदौर – उज्जैन -झालावाड़, इंदौर – मुंबई मार्ग पर गणेश घाट में बन रही अतिरिक्त सड़क पर के लिए मांग केंद्रीय मंत्री के समक्ष रखी है। साथ ही बेटमा में बन रहे लॉजिस्टिक पार्क पर एवं बेस्ट प्राइस के पास बन रहे 3 लेयर ओवरब्रिज के बारे में भी बैठक में विस्तार से बात हुई।
महाधिवक्ता से महापौर बने पुष्यमित्र भार्गव अब पूरी तरह से राजनीति के पक्के खिलाड़ी हो गए है। महापौर के रुप में शहर की कमान संभाले उन्हें लगभग ढाई से तीन साल हो गए है। जब उन्होंने महापौर का पद संभाला था तब उनका सपना था की टैÑफिक में भी इंदौर को नम्बर वन बनाना है। वे अपने इस सपने को पूरा करने के लिए अभी भी ट्रेफिक को लेकर आए दिन कुछ न कुछ नया करते रहते है। फिलहाल तो उनकी सबसे बड़ी चुनौती स्वच्छता में इंदौर का वर्चस्व कायम रखने का है। आगामी दिनों में स्वच्छता सर्वेक्षण -2024 शुरु होने वाला है। इंदौर की स्वच्छता को लेकर तेजी से काम करने की आवश्यकता है। शहर की सफाई व्यवस्था को देखते हुए पता चलता है की हाल के कुछ दिनों में इंदौर की स्वच्छता में थोड़ी गिरावट जरुर आई है, लेकिन महापौर और निगम कमिश्नर इंदौर को खिताब दिलाने के लिए जी जान से लगे हुए है। महापौर ने इंदौर को सोलर सिटी बनाने में लगे हुए है। इस पर तेजी से काम चल रहा है। इसके अलावा शहर की प्रमुख सड़कों का चौड़ीकरण व सौन्दर्यीकरण, नई सड़कों का निर्माण, पुल पुलियाओं का चौड़ीकरण आदि काम महापौर पुष्यमित्र भार्गव के टारगेट पर है।