अब घर-घर बाटेंगे पर्चे, समर्थन जुटाएंगे
इंदौर। एबी रोड देवास नाका से आगे मांगलिया-उज्जैन से जोडऩे वाली सडक़ पर रेलवे ओवरब्रिज की दरकार लंबे समय से है। स्थानीय ग्रामीण इसके लिए 11 दिवसीय धरना प्रदर्शन करने वाले थे, लेकिन उन्हें मांगलियामें रेलवे लाइन के पास प्रदर्शन की अनुमति नहीं मिली। अब ग्रामीण लोगों का समर्थन जुटाने के लिए घर-घर पर्चे बाटेंगे और रेलवे ओवर ब्रिज बनाने की मांग करेंगे।
मांगलिया, ढाबली, गारी पिपलिया, पिपलिया, बीजूखेड़ी, धनखेड़ी, टोड़ी आदि दर्जनभर से ज्यादा गांवों में रहने वाले ग्रामीणों को इंदौर-उज्जैन रोड की भी कनेक्टिविटी मांगलिया से शुरू होती है। यहां पर रेल लाइन दशकों से डली हुई है। जब भी रेल गाड़ी यहां से गुजरती है तो ग्रामीणों को रेलवे क्रॉसिंग खुलने के इंतजार में 15 से 20 मिनट का इंतजार करना पड़ता है। ऐसा दिन में 10 से 12 बार होता है। ग्रामीण यहां रेलवे ओवरब्रिज की मांग लंबे समय से कर रहे हैं। इसके लिए वे 6 अप्रैल से धरना प्रदर्शन करने वाले थे। ग्रामीण हंसराज मंडलोई ने बताया कि विधिवत अनुमति नहीं मिलने के कारण तय समय पर धरना देने ग्रामीण पहुंचे, लेकिन पुलिस प्रशासन की ओर से अनुमति नहीं मिली। हंसराज मंडलोई ने बताया कि ग्रामीणों ने मन बनाया है कि वह रेलवे ओवरब्रिज के लिए घर-घर जागरूकता के लिए पर्चे बाटेंगे और समर्थन भी जुटाएंगे। केंद्र सरकार से मांग करेंगे कि मांगलिया में रेलवे ओवरब्रिज बनाया जाए। यहां पर ऑयल कंपनी के डिपो भी बने हुए हैं, जिनके बड़े-बड़े टैंकर भी सडक़ किनारे ही ज्यादातर समय रहते खड़े रहते हैं, जिसके कारण वाहनों की आवाजाही में दिक्कत होती है। खासकर स्कूली बच्चों को रोजाना समय पर स्कूल जाने की मशक्कत करते देखा जा सकता है।