कांग्रेस ने भाजपा को घेरा, वहीं, भाजपा ने पलटवार किया
सीहोर के कारोबारी मनोज परमार द्वारा पत्नी संग खुदकुशी करने पर सियासत गर्मा गई है। कांग्रेस ने जहां इसे लेकर भाजपा को घेरा है। वहीं, भाजपा ने पलटवार किया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इसे सरकारी हत्या बताते हुए ईडी पर परमार परिवार को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री और विधायक भगवानदास सबनानी ने कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पर सत्यहीन एवं तथ्यहीन आरोप लगाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आत्महत्या हो या मृत्यु, यह अत्यंत दुखद है और यह शोकमय परिवार पर वज्रपात है। भारतीय जनता पार्टी इस दुख की घड़ी में शोकमय परिवार तथा बच्चों के साथ संवेदनशीलता के खड़ी है। यह अत्यंत दुखद एवं निंदनीय है कि कांग्रेस को इस दुख की घड़ी में भी राजनैतिक अवसर और स्वार्थ दिखाई देता है। भाजपा नेता सबनानी ने कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पीड़ित परिवार के भोले-भाले बच्चे को पहले अलग ले जाकर बरगलाया, फिर उससे प्रश्नोत्तर की शैली में भाजपा पर तथ्यहीन, सत्यहीन, अनर्गल आरोप लगवाए। सबनानी ने कहा कि यह कांग्रेस द्वारा जारी वीडियो में स्पष्ट दिखाई देता है। जीतू पटवारी का यह कृत्य स्वयं के नकारा नेतृत्व को छिपाने और सुर्खियां बटोरने के प्रयास के अलावा कुछ भी नहीं है।
भाजपा नेता सबनानी ने कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पीड़ित परिवार के भोले-भाले बच्चे को पहले अलग ले जाकर बरगलाया, फिर उससे प्रश्नोत्तर की शैली में भाजपा पर तथ्यहीन, सत्यहीन, अनर्गल आरोप लगवाए। सबनानी ने कहा कि यह कांग्रेस द्वारा जारी वीडियो में स्पष्ट दिखाई देता है। जीतू पटवारी का यह कृत्य स्वयं के नकारा नेतृत्व को छिपाने और सुर्खियां बटोरने के प्रयास के अलावा कुछ भी नहीं है।
कांग्रेस अध्यक्ष माफी मांगें अन्यथा कानूनी कार्यवाही की जाएगी
सबनानी ने कहा कि मध्य प्रदेश एवं देश में हाशिए पर पहुंच चुकी कांग्रेस राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए निम्न स्तर पर गिर गई है कि उसे किसी व्यक्ति की मृत्यु व आत्महत्या में भी राजनैतिक स्वार्थ और अवसर दिखाई दे रहा है। जीतू पटवारी की यह घृणित व निंदनीय राजनीति उनके नैतिक पतन और मानसिक दिवालियेपन को दर्शाती है। जीतू पटवारी की स्तरहीन राजनीति की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार के आत्महत्या के मामले की जांच होगी और उसके कारण भी सामने आएंगे। जीतू पटवारी शोकाकुल परिवारजनों के घर संवेदना व्यक्त करने जाते हैं और फिर वहां बच्चे को बहलाकर बरगलाते हैं, जो यह नहीं जानता कि मैं किनकी बात कर रहा हूं। जीतू पटवारी को अपने असत्य बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए, नहीं तो भाजपा उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही करेगी।
यह आत्महत्या नहीं सरकारी हत्या : पटवारी
उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि मनोज परमार और उनकी पत्नी की मौत को आत्महत्या नहीं मानता यह आत्महत्या नहीं, सरकारी हत्या है। पटवारी ने कहा कि अभा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा पूर्व में निकाली गई भारत जोड़ो यात्रा के दौरान आष्टा के कुछ बच्चों ने राहुल जी को अपनी गुल्लक भेंट की थी, तब से उन बच्चों और उनके माता पिता को सीबीआई, पुलिस, ईडी द्वारा परेशन किया जा रहा था। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा लगातार उन पर भाजपा ज्वाइन करने का दबाव बनाया गया, लेकिन परमार भाजपा के दबाव में नहीं आए। पटवारी ने कहा कि इसी के चलते परमार और उनके परिवार पर दबाव बनाया गया, ईडी की कार्यवाही की गई। परमार ने ईडी की कार्यवाही के चलते इतना बड़ा कदम उठाते हुए पूरी भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है, इसका प्रमाण उनके द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट है, जिसमें भाजपा द्वारा प्रताड़ित करने का जिक्र स्पष्ट तौर पर लिखा गया है। देश और मध्य प्रदेश के सामने सवाल है, कि भाजपा और नरेंद्र मोदी कैसा देश चलाना चाहते हैं, क्या यही है नया भारत? सारा घटनाक्रम सरकारी पाप है। क्राइम है और सरकारी हत्या है। भारतीय जनता पार्टी कानून और संविधान के हिसाब से चलना नहीं चाहती, बल्कि यह संविधान की हत्या करना चाहती है।
परमार के बेटे ने पूरे परिवार समेत खुदकुशी की बात कही थी : कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री मुकेश नायक ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि मनोज परमार के बेटे का उनके पास चार बार फोन आया और चारों बार उसने फोन पर यह कहा कि ईडी के अधिकारी जिस तरह से उनको और उनके परिवार को प्रताड़ित कर रहे हैं, पूरा परिवार दुखी होकर आत्महत्या करने जा रहा है, यदि आप न्याय दिला सकते हैं तो हमारी मदद करिए। मैं उस समय दिल्ली में था, मैंने उनसे कहा कि धीरज रखो मैं लौटकर आपसे बात करूंगा और हम जो कुछ भी कर सकते हैं, आपके लिए जरूर करेंगे। उसके बाद उनके बेटे ने कहा कि हम पर यह दबाव डाला जा रहा है कि हम राहुल गांधी के खिलाफ एक वीडियो बनाकर डालें और भाजपा ज्वाइन करें तो उनका मामला रफा दफा कर दिया जाएगा।
सुसाइड नोट मीडिया को दिया
नायक ने कहा कि जो सुसाइड नोट मनोज परमार ने लिखा है मैंने आज पत्रकार वार्ता के दौरान उसकी प्रति मीडिया के लिए प्रेषित की है, जिससे मीडिया जगत स्वयं समझ सकता है कि ईडी के अधिकारियों ने किस तरह से उन्हें और उनके परिवार को प्रताड़ित किया है। उन्होंने कहा कि 24 घंटे तक परमार और उनके परिवार को भोजन नहीं करने दिया गया, उनके साथ मारपीट की और प्रताड़ित किया। आष्टा में हुई दिल दहलाने वाली यह घटना राजनीति के पराभव और उसकी विकृत मनोवृति और नीचे की तरफ जाती हुई राजनीतिक संस्कृति का उदाहरण है जिसमें ना संवेदनशीलता है ना मानवता है ना दया और ना उदारता है।
आष्टा के शांति नगर निवासी मनोज परमार एवं पत्नी नेमा परमार ने फांसी लगाकर अपने निवास पर आत्महत्या कर ली है। कुछ दिन पहले यहां ईडी की रेड पड़ी थी। एसडीओपी आकाश अमलकर का कहना है कि घटना का कारण अज्ञात है।
ईडी ने जब्त किए थे कई दस्तावेज
फर्जी दस्तावेज लगाकर सरकारी योजना में ऋण लेकर घोटाला करने के मामले में इडी (प्रर्वतन निदेशालय) ने आष्टा के कारोबारी मनोज परमार के शांति नगर स्थित घर पांच दिसंबर को छापा मारा था। ईडी की टीम ने परमार के यहां से दस्तावेज सहित अन्य सामान जब्त किए थे और उसके सहयोगियों के ठिकानों पर भी कार्रवाई की थी।
6 करोड़ रुपये से ज्यादा का घोटाला
जानकारी के अनुसार साल 2017 में प्रधानमंत्री स्वरोजगार सृजन कार्यक्रम व मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत सर्विस सेंटर, रेडिमेड कपड़े की फैक्ट्री के नाम पर बैंक से ऋण लेकर करीब 6 करोड़ रुपये से ज्यादा का घोटाला किया था। आरोपितों ने षडयंत्र पूर्वक 6 महीने के अंदर 18 लोन लिए। इसमें फर्जी दस्तावेज का उपयोग किया गया था। इसमें परमार का नाम भी शामिल था।
टीम ने चार ठिकानों पर मारा था छापा
मिली जानकारी के अनुसार, ईडी की टीम ने परमार के आष्टा स्थित मकान के अलावा उसके इंदौर में चार जगह के ठिकानों पर कार्रवाई कर दस्तावेज सहित अन्य सामान जब्त किए थे। उसके करीबी के यहां से भी दस्तावेज जब्त करने की बात सामने आई थी।