यज्ञदत्त परसाई, इंदौर
इंदौर में BM फार्मेसी कॉलेज की प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा अस्पताल में भर्ती हैं। उनको एक स्टूडेंट ने पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया था। वह जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही हैं। डॉक्टरों का कहना है कि अब तो भगवान पर ही भरोसा है। इधर, मामले में नया खुलासा हुआ है। प्रिंसिपल शर्मा के परिवार ने कहा है कि पुलिस को घटना से एक साल पहले ही सिरफिरे छात्र आशुतोष श्रीवास्तव की करतूतों की खबर थी, लेकिन प्राचार्य के तीन बार दिए गए आवेदनों को सिमरोल पुलिस ने ‘रद्दी’ समझ लिया। दो आवेदन फरवरी 2022 और एक आवेदन सितंबर 2022 में दिया गया था।
इधर, कलेक्टर इलैयाराजा टी ने दैनिक भास्कर से कहा कि आरोपी छात्र के खिलाफ रासुका लगा दी गई है। इसके आदेश जारी कर दिए हैं। वहीं मंत्री तुलसी सिलावट ने भी कहा कि जांच होते ही और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इंदौर के BM फार्मेसी कॉलेज की प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा की हालत नाजुक है। वह 80 प्रतिशत जल गई हैं। उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है।
प्राचार्य ने जिन दो सिमरोल टीआई के कार्यकाल में ये आवेदन दिए, पहले उनके जवाब जान लीजिए…
सबसे पहले वर्तमान टीआई आरएन भदौरिया का जवाब
यह आवेदन मेरे समय के नहीं है। मेरी पोस्टिंग मई 2022 के आसपास हुई है। यहां पहले टीआई धर्मेंद्र शिवहरे थे, उनके समय के होंगे।
अब तत्कालीन सिमरोल TI धर्मेंद्र शिवहरे का जवाब
पिछले साल के आवेदन की पूछ रहे हैं। इतना मुझे याद नहीं है, देखना पड़ेगा। बहुत सारे आवेदन आते हैं।
और जब ‘भास्कर’ ने शिवहरे से क्रॉस क्वेश्चन पूछा कि…
प्रश्न : सिमरोल के टीआई आरएन भदौरिया तो कह रहे हैं कि उनके कार्यकाल का आवेदन नहीं है। फरवरी में आप ही के समय का होगा?
जवाब : नहीं। एक आवेदन उनके समय (सिमरोल के वर्तमान टीआई आरएन भदौरिया) में भी आया हुआ है।
आखिर में एक बार फिर सिमरोल TI भदौरिया से इसी तरह से पूछा कि…
प्रश्न : हमारी धर्मेंद्र शिवहरे जी से भी बात हुई, वे बता रहे हैं कि प्राचार्य की ओर से एक आवेदन आपके समय सितंबर 2022 में भी आया है?
जवाब : हां, वो एक आवेदन है, उस पर काेई कार्रवाई नहीं हुई थी। अक्टूबर में जरूर एफआईआर दर्ज कर ली गई थी।
सिमरोल के दो थाना प्रभारियों से हमने 2 सवाल और 2 क्रॉस सवाल किए, जिसके बाद सच सामने है। फरवरी 2022 से सितंबर 2022 के बीच प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा ने सिरफिरे छात्र आशुतोष के खिलाफ तीन बार आवेदन दिए थे। इसके बावजूद पुलिस ने एक्शन नहीं लिया। नतीजा, अक्टूबर 2022 में प्रोफेसर विजय पटेल को चाकू से मारा गया, अब प्रिंसिपल को जला दिया गया। इस घटना के बाद परिवार के दबाव में सिमरोल थाने के एएसआई संजीव तिवारी को निलंबित कर दिया गया है।
जांच में लापरवाही बरतने पर एएसआई सस्पेंड
इंदौर ग्रामीण एसपी भगवत सिंह बिरदे के मुताबिक सिमरोल थाना प्रभारी ने बताया कि 14 फरवरी 2022 को बीएम फार्मेसी कॉलेज की ओर से छात्र आशुतोष श्रीवास्तव के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी। छात्र ने आत्महत्या की धमकी दी थी। इस मामले की जांच सिमरोल थाने में पदस्थ एएसआई संजीव तिवारी को सौंपी थी। उन्होंने जांच में लापरवाही बरती, इसलिए उन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। उन्हें रक्षित केंद्र महू में अटैच किया गया है।
एक साल पहले दिए गए आवेदन की जांच में लापरवाही बरतने वाले सिमरोल थाने में पदस्थ एएसआई संजीव तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया है।
अब पढ़िए वो तीन नामजद चिटि्ठयां, जिससे प्राचार्य ने आगाह किया था
14 फरवरी 2022 को पहला लेटर
परीक्षा परिणाम अनुकूल नहीं रहा इसके चलते 14 फरवरी 2022 की दोपहर 2.30 बजे कॉलेज परिसर में रस्सी लेकर आया और आत्महत्या की धमकी देने लगा। पत्र में यह भी लिखा है कि कक्षा 12वीं में भी आशुतोष पिता संतोष श्रीवास्तव आत्महत्या की कोशिश कर चुका है।