कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को अडाणी के मुद्दे पर फिर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सच्चाई छिपाते हैं, इसलिए रोज भटकाते हैं। उन्होंने सवाल किया कि अडाणी की कंपनियों में 20,000 करोड़ रुपए बेनामी पैसे किसके हैं? राहुल ने इसके अलावा कांग्रेस के पूर्व 5 नेताओं को भी अडाणी से जोड़ा। उन्होंने ट्विटर पर एक फोटो शेयर की।
इसमें वर्ड प्ले पजल के जरिए पांच नेताओं के नाम का जिक्र किया। इसमें अडाणी (ADANI) के ‘A’ अक्षर के साथ गुलाम (नबी आजाद), D अक्षर के साथ सिंधिया (ज्योतिरादित्य), ‘A’ के साथ किरण (रेड्डी), ‘N’ के साथ हिमंता (बिस्व सरमा) और ‘I’ के साथ अनिल (एंटनी) लिखा गया। उन्होंने कहा कि मैं भारत की आवाज के लिए लड़ रहा हूं। मैं हर कीमत चुकाने को तैयार हूं।
राहुल के इस पजल को लेकर असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा और हाल ही में भाजपा में शामिल हुए पूर्व रक्षा मंत्री और कांग्रेस नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने जवाब दिया है।
असम के CM ने लिखा- नेशनल हेराल्ड घोटाले की कमाई कहां छुपाई, अब कोर्ट में मिलेंगे
हिमंता बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी के ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए लिखा, ‘यह हमारी शालीनता थी कि हमने आपसे कभी नहीं पूछा कि आपने बोफोर्स और नेशनल हेराल्ड घोटालों की कमाई को कहां छुपाया है. और आपने कैसे कई बार ओतावियो क्वात्रोची को भारतीय कानून के शिकंजे से बचने दिया। अब हम कोर्ट में ही मिलेंगे।’
अनिल एंटनी ने लिखा- सोशल मीडिया सेल ट्रोल की तरह बोले राहुल
राहुल गांधी के इस ट्वीट के बाद हाल में BJP में शामिल हुए अनिल एंटनी ने उन पर पलटवार किया। अनिल एंटनी ने इस तरह के ट्वीट करने पर राहुल गांधी की आलोचना की और लिखा, ‘एक राष्ट्रीय पार्टी के पूर्व अध्यक्ष, कांग्रेस के तथाकथित पीएम उम्मीदवार को देखकर दुख होता है कि वह एक ऑनलाइन/सोशल मीडिया सेल ट्रोल की तरह बोले, न कि एक राष्ट्रीय नेता की तरह।
राष्ट्र निर्माण के काम में दशकों तक योगदान देने वाले इन बड़े दिग्गजों के साथ अपना नाम देखकर बहुत खुशी हुई, और उन्हें पार्टी छोड़नी पड़ी क्योंकि वे भारत और हमारे लोगों के लिए काम करना पसंद करते हैं, न कि एक परिवार के लिए।’
अडाणी मुद्दे पर शरद पवार की अलग राय
राहुल का यह बयान उस वक्त सामने आया, जब एक दिन पहले ही NCP चीफ शरद पवार ने अडाणी मुद्दे पर JPC बनाने पर अपनी अलग राय रखी। शुक्रवार को एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में शरद पवार ने कहा कि ऐसा लगता है उनको (अडाणी) टारगेट किया जा रहा है। उन्होंने इस मुद्दे पर शनिवार को दिल्ली में सफाई भी दी। कहा कि मेरा इंटरव्यू अडाणी पर नहीं था। इस दौरान मुझसे सवाल किए गए। मैंने बताया कि JPC क्यों नहीं होनी चाहिए?
23 मार्च को सूरत कोर्ट ने राहुल को सुनाई थी सजा
राहुल ने 13 अप्रैल 2019 को कर्नाटक में चुनावी रैली में मोदी सरनेम पर विवादित टिप्पणी की थी। इसको लेकर गुजरात के बीजेपी विधायक पूर्णेश मोदी ने उनके खिलाफ मानहानि का केस दायर किया था। राहुल गांधी को सूरत की कोर्ट ने 23 मार्च को दो साल की सजा सुनाई थी। इसके अगले ही दिन उनकी सांसदी रद्द कर दी गई थी और तीन दिन बाद उन्हें सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस मिल गया।