लंबे इंतजार के बाद सीएम भजनलाल शर्मा के कैबिनेट का विस्तार हो गया है। इस मंत्रिमंडल में 22 भाजपा विधायकों ने राजस्थान सरकार के मंत्री के रूप में शपथ ली। 15 दिसंबर को भजनलाल शर्मा ने बतौर मुख्यमंत्री और दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा ने बतौर उपमुख्यमंत्री शपथ ग्रहण की थी।राजस्थान में दो बार मुख्यमंत्री रहीं वसुंधरा राजे आज अपनी पार्टी की सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुईं। उनके नजदीकियों ने बताया कि उनकी पुत्र वधू के पिता का निधन होने के कारण वह उत्तर प्रदेश शोक प्रकट करने गई हुई हैं।
बता दें कि वसुंधरा राजे की अहम मौके पर गैर मौजूदगी चर्चा का विषय बनी रही। हालांकि, मंत्रिमंडल में बात की जाए तो 22 में से सात मंत्री ऐसे हैं, जो उनके नजदीकी माने जाते हैं। इनमें तीन कैबिनेट मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर, सुरेश रावत और हेमंत मीणा एक-एक राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार, सुरेंद्र पाल सिंह टीटी तथा दो राज्यमंत्री ओटाराम देवासी और मंजू वाघमार शामिल हैं।
22 में से 16 पहली बार मंत्री
राजस्थान में भाजपा की नई सरकार में मंत्रिमंडल लगभग नया है। आज 22 विधायकों को शपथ दिलाई गई है। उनमें से 16 पहली बार मंत्री बने हैं। वहीं, मुख्यमंत्री और दोनों उप-मुख्यमंत्रियों को भी जोड़ लिया जाए तो भाजपा सरकार की 25 सदस्य वाली मंत्री परिषद में 19 विधायक ऐसे हैं, जो पहली बार मंत्री बने हैं।
आज जिन विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है, उनमें से किरोड़ीलाल मीणा, मदन दिलावर, गजेंद्र सिंह खींवसर, ओटाराम देवासी और सुरेंद्र पाल सिंह टीटी राजस्थान में मंत्री रह चुके हैं तथा राज्यवर्धन सिंह राठौड़ केंद्र में मंत्री रह चुके हैं।
25 में से सिर्फ दो महिला
भारतीय जनता पार्टी ने हालांकि महिलाओं को आरक्षण देने के लिए नारी शक्ति वंदन बिल पारित किया है। लेकिन भाजपा की राजस्थान की सरकार में सिर्फ दो महिलाएं मंत्री के रूप में नजर आएंगी। इनमें से एक दीया कुमारी को उप-मुख्यमंत्री बनाया गया है। वहीं, मंजू बाघमार को राज्यमंत्री बनाया है।
इस जाति के इतने मंत्री बने
- जाट- 4
- राजपूत- 3
- एससी- 3
- ब्राह्मण- 2
- एसटी- 3
- गुर्जर- 1
- सिख- 1
- पटेल- 1
- माली- 1
- वैश्य- 1
- धाकड़- 1
- देवासी- 1
- बिश्नोई- 1
- कुमावत- 1
- रावत- 1
- कुल- 25