इंदौर
धार जिले के राजगढ़ स्थित राजेंद्र सूरी साख सहकारिता संस्था में 93 करोड़ की धोखाधड़ी में डेढ़ साल से फरार 10 हजार रुपए के इनामी आरोपी सविंद्र बुंदेला को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। आरोपी इस साख संस्था में प्रबंधक था। संस्था के ऑडिट में 93 करोड़ की धोखाधड़ी उजागर हुई थी। इसमें संस्था के 20 से ज्यादा सदस्य, बैंक कर्मी, प्रबंधन व संचालक मंडल के लोग आरोपी हैं।
मामले में एक साल पहले आरोपी विकास भंडारी को एसटीएफ इंदौर ने गिरफ्तार किया था। इस सहकारी संस्था में धोखाधड़ी करने के 20 आरोपी अब भी फरार है।
एसटीएफ इंदौर एसपी मनीष खत्री ने बताया, राजगढ़ स्थित राजेंद्र सूरी साख सहकारिता संस्था की कुल 9 शाखा में 19 हजार लोगों के खाते हैं। संस्था में वित्तीय अनियमितताओं के चलते 30 अगस्त 2019 काे सहकारिता विभाग के अंकेक्षण द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। जांच के बाद संस्था के संचालक मंडल और प्रबंधकों के खिलाफ धार जिले के विभिन्न थानों में 6 केस दर्ज की गई थी। मामले में अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। वहीं, 20 अरोपी अब भी फरार हैं।
सूचना मिली थी, संस्था का संचालक और धोखाधड़ी का आरोपी सविंद्र बुंदेला धार में फरारी काट रहा है। सूचना पर एसटीएफ ने योजना बनाकर मौके पर दबिश दी गई। आरोपी को गिरफ्त में लिया गया।
पूर्व में इस प्रकरण के आरोपी , सोनू भंडारी, विध्वेंश मंडलोई बाबूलाल चावड़ा, मुकेश कावडिया, धर्मेन्द्र बागड़िया, कालू सिंह निनामा, निर्मल मुरमकर, दीपक बेरागी, भुवानसिंह कुशवाह को पकड़ा जा चुका है। यह सभी आरोपी वर्तमान में जेल में है। वहीं, हेमंत जैन, जितेन्द्र मुरानिया, , पंकज पंवार सहित 20 आरोपी अब भी फरार हैं।