राज्यसभा चुनाव में भाजपा ने उत्तर प्रदेश में सात प्रत्याशियों की घोषणा की है। भाजपा ने पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, यूपीए सरकार में मंत्री रहे और कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए आरपीएन सिंह और पार्टी के प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य को उम्मीदवार बनाया है। आगरा के पूर्व महापौर नवीन जैन, गाजीपुर सदर भाजपा की पूर्व विधायक संगीता बलवंत बिंद, मुगलसराय से भाजपा की पूर्व विधायक साधना सिंह और मथुरा के पूर्व सांसद तेजवीर सिंह को भी प्रत्याशी बनाया गया है। विधानसभा में भाजपा की सदस्य संख्या के लिहाज से सभी सात प्रत्याशियों का राज्यसभा सदस्य निर्वाचित होना तय है। पार्टी ने जातीय समीकरण साधने के लिए एक ब्राह्मण, एक वैश्य, एक ठाकुर और चार पिछड़े (एक कुर्मी, एक मौर्य, एक जाट और एक बिंद ) को प्रत्याशी बनाया है।
नौ में से आठ सदस्यों के टिकट कटे
भाजपा ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जातीय समीकरण साधने के लिए यूपी के मौजूदा नौ राज्यसभा सदस्यों में से आठ का टिकट काट दिया है। मौजूदा सदस्यों से केवल सुधांशु त्रिवेदी को दोबारा मौका दिया गया है। जबकि, अनिल डॉ. अनिल अग्रवाल, डॉ. अशोक बाजपेयी, डॉ. अनिल जैन, कांता कर्दम, सकलदीप राजभर, जीवीएल नरसिम्हा राव, हरनाथ सिंह यादव और विजयपाल सिंह तोमर का टिकट कट गया है।
बाकी राज्यों से ये प्रत्याशी
इसके अलावा बिहार से धर्मशीला गुप्ता, डा. भीम सिंह पार्टी के उम्मीदवाद बनाए गए हैं। इस सूची में छत्तीसगढ़ से राजा देवेंद्र प्रताप सिंह, हरियाणा से सुभाष बाराला, कर्नाटक से नारायण कृष्णासा भांडगे को पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया है। उत्तराखंड से महेंद्र भट्ट और पश्चिम बंगाल से सामिक भट्टाचार्य को उम्मीदवार बनाया गया है।