बालाघाट: मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। सभी पार्टियां चुनावी रणनीति का जमीन पर उतारने की कोशिश में लगी हुई हैं। इस बीच बसपा ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में एक नाम ऐसा है जिससे कांग्रेस विधायक की मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। दरअसल, बालाघाट लोकसभा सीट से बसपा ने सीनियर नेता कंकर मुंजारे को टिकट दिया है। कंकर मुंजारे की पत्नी अनुभा मुंजारे बालाघाट विधानसभा सीट से विधायक हैं। ऐसे में कांग्रेस विधायक के सामने अब मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। वह पति के लिए प्रचार करें या फिर कांग्रेस पार्टी के लिए।
कंकर मुंजारे कभी कांग्रेस के कद्दावर नेता थे। इस बार भी वह लोकसभा चुनाव के लिए बालाघाट से टिकट की दावेदारी कर रहे थे लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया जिसके बाद उन्होंने बसपा ज्वाइन कर ली। बसपा ने अब उन्हें उम्मीदवार भी घोषित कर दिया है। हालांकि कंकर मुंजारे ने अपना नामांकन 27 मार्च को ही दाखिल कर दिया था क्योंकि इस दिन नामांकन की आखिरी तारीख थी।
जीतू पटवारी ने कहा था पति को मनाएं
अनुभा मुंजारे के पति की बगावत से कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगने का डर है। यही कारण है कि प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बालाघाट की रैली में अनुभा मुंजारे से कहा था कि पति को मनाए और लोकतंत्र को बचाने में हमारा साथ दें। कंकर मुंजारे एक बार सांसद और तीन बार विधायक रह चुके हैं। उनके बागी होकर बसपा में शामिल होने से बालाघाट में लड़ाई रोचक हो गई है।
घर में नहीं लगाने दिया था झंडा
बता दें कि विधानसभा चुनाव के दौरान भी टिकट नहीं मिलने से कंकर भुंजारे नाराज थे। वहीं, कांग्रेस ने उनकी पत्नी अनुभा मुंजारे को टिकट दिया था। उन्होंने अपनी पत्नी को घर में कांग्रेस का झंडा लगाने से माना कर दिया था। जिसके बाद पत्नी ने घर में कांग्रेस का झंडा नहीं लगाया था।
अनुभा ने गौरीशंकर बिसेन को हराया था चुनाव
बता दें कि 2023 के विधानसभा चुनाव में अनुभा मुंजारे ने बीजेपी के सीनियर नेता गौरीशंकर बिसेन को हराया था। गौरी शंकर बिसेन बीजेपी के सीनियर नेता हैं। वह शिवराज कैबिनेट में मंत्री भी रह चुके हैं।