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नेमावर हत्याकांड में खुलासा: आरोपी हिंदू संगठन का पदाधिकारी, प्रेम प्रसंग में 5 हत्याएं कीं

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देवास

मध्य प्रदेश के देवास जिले के नेमावर में दलित परिवार के 5 लोगों की हत्या के मामले में खुलासा हुआ है कि मुख्य आरोपी सुरेंद्र केसरिया हिन्दू संगठन का पदाधिकारी है। उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर 5 लोगों की हत्या की और शव खेत में दफना दिए। यह पूरा मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा है।

आरोपी सुरेंद्र पुलिस को गुमराह करने के लिए रूपाली (मृतक) के मोबाइल से उसके सोशल मीडिया अकाउंट पर परिवार के सकुशल होने की स्टेटस अपडेट करता रहा। हालांकि, बार-बार एक ही फोटो पोस्ट करने पर पुलिस को शक हुआ और पूरे मामले का मंगलवार को खुलासा हो गया।सुरेंद्र और उसके साथियों ने आदिवासी कोरकू समाज के इस परिवार के लोगों की हत्या कर शव दस फीट गहरे गड्‌ढे में दफना दिए गए। शवों पर खाद और नमक डाल दिया गया ताकि जल्दी गल जाएं। इससे सभी शव कंकाल में बदल गए।परिवार के पांचों लोग 47 दिन से लापता थे। इस मामले में पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार कर कंकाल फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिए हैं। पुलिस का कहना है कि इस हत्याकांड के पीछे अफेयर की बात सामने आ रही है। खेत में काम करने वाले एक मजदूर ने यह खुलासा किया था।

नेमावर के इस परिवार के पांचों सदस्य 13 मई से लापता थे। 17 मई को ममताबाई की बड़ी बेटी भारती कास्ते पीथमपुर से भाई के साथ गांव लौटी तो घर में कोई नहीं मिला। इसके बाद उसने इनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जांच के दौरान पुलिस ने नेमावर के हुकुमसिंह चौहान के खेत में हाली का काम करने वाले एक शख्स से पूछताछ की तो उसने खेत में दफन शवों की जानकारी दी। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने हुकुमसिंह के 25 साल के पोते सुरेंद्र सिंह और उसके छोटे भाई भुरू को हिरासत में लिया। पुलिस की सख्ती के आगे दोनों ने गुनाह कबूल लिया।

13 मई को ही कर दी थी हत्या
पुलिस ने हुकुमसिंह के खेत से ममताबाई कास्ते (45), रूपाली कास्ते (21), दिव्या कास्ते (14), पूजा (15) और पवन (14) के शव बरामद किए हैं। आरोपियों ने 13 मई को ही इन पांचों की हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड में पुलिस ने सुरेंद्र राजपूत, उसके छोटे भाई वीरेंद्र राजपूत, विवेक तिवारी, राजकुमार, मनोज काेरकू, करण कोरकू और राकेश निमौर को गिरफ्तार किया है।

पांचों मृतकों के फाइल फोटो। इनके शव खेत में 8 से 10 फीट नीचे दबे हुए थे।

रस्सी से सबका गला घोंटा, रॉड से सिर पर वार किया और शव दफना दिए
SP डॉ. शिवदयाल सिंह के मुताबिक सुरेंद्र और रूपाली का प्रेम प्रसंग था। इस बीच सुरेंद्र की शादी कहीं और तय हो गई, लेकिन रूपाली इसमें अड़चन बन रही थी। दोनों में विवाद भी हुआ था। रूपाली को रास्ते से हटाने के लिए सुरेंद्र ने ही हत्याकांड को अंजाम दिया। सुरेंद्र और उसके साथियों ने पहले रस्सी से सभी का गला दबाया और फिर रॉड से सिर पर वार किए, जिससे सभी की मौत हो गई। सुरेंद्र के खेत में ट्रांसफाॅर्मर लगाने के लिए गड्‌ढा खोदा गया था। 13 मई को पांचों की हत्या करने के बाद सुरेंद्र ने शव इसी गड्ढे में दफना दिए थे।

JCB से गड्‌ढा खोदकर शवों को बाहर निकालते लोग।

शवों को पोस्टमार्टम के लिए ले जाते हुए कर्मचारी।

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