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सचिन पायलट और उनकी पत्नी सारा पायलट आधिकारिक तौर पर अलग हो गए

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राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य सचिन पायलट और उनकी पत्नी सारा पायलट आधिकारिक तौर पर अलग हो गए हैं। यह खुलासा सचिन पायलट के चुनावी हलफनामे से हुआ, जहां सारा पायलट के नाम के कॉलम में “तलाकशुदा” लिखा था। सचिन पायलट ने आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए टोंक विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया है। 31 अक्टूबर, 2023 को प्रस्तुत अपने चुनावी हलफनामे में, उन्होंने सारा पायलट को “तलाकशुदा” बताते हुए अपनी वैवाहिक स्थिति में बदलाव का उल्लेख किया। दोनों की शादी को 19 साल हो गए थे, जनवरी 2004 में शादी कर ली थी। सारा पायलट जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की बेटी हैं। दंपति के दो बेटे हैं। आइए जानते हैं सारा अब्दुला के बारे में कुछ अनुसनी बातें।

विदेश में हुई थी मुलाकात

विदेश में पढ़ाई के दौरान ही सचिन पायलट की मुलाकात सारा अब्दुल्ला से हुई और फिर धीरे-धीरे उनकी दोस्ती हुई और ये दोस्ती फिर धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। दरअसल, सारा पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की बेटी और उमर अब्दुल्ला की बहन हैं।

प्यार के बीच में मजहब की दीवार

सचिन और सारा के प्यार के बीच मजहब की दीवार आकर खड़ी हो गई। दरअसल, सचिन हिंदू परिवार से थे, जबकि सारा मुस्लिम परिवार से थीं। आखिरकार साल 2004 में सचिन और सारा ने एक दूसरे से शादी कर ही ली।


सारा पायलट के बारे में कुछ जानकारी

— उनकी मां ईसाई थीं और पेशे से नर्स थीं। यहां तक कि उनकी भाभी भी एक हिंदू परिवार से हैं।
— 1990 में कश्मीर घाटी में बढ़ती अस्थिरता और अशांति के बीच फारूक अब्दुल्ला ने अपनी बेटी सारा को लंदन भेज दिया।
— सारा ने लंदन में सचिन पायलट से मुलाकात की। दोनों पहले से ही पारिवारिक मित्र थे और एक-दूसरे के प्यार में पड़ गए।


— पारिवारिक मित्र होने के बावजूद, उनके धर्मों के कारण उनकी शादी को लेकर दोनों परिवारों में कड़ा विरोध था। सचिन के परिवार ने तो जैसे-तैसे सारा को स्वीकार कर लिया, लेकिन सारा के माता-पिता उनकी शादी में भी शामिल नहीं हुए। हालांकि, जैसे-जैसे समय बीतता गया, इस जोड़ी को सारा के परिवार ने भी स्वीकार कर लिया।

— अपनी उच्च शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने महिलाओं के लिए संयुक्त राष्ट्र विकास कोष के तहत एक प्रशिक्षु के रूप में काम किया।


— महिला उत्थान की समर्थक होने के नाते उन्होंने 2009 में सह-संस्थापक लोरा प्रभु के साथ सेंटर फॉर इक्विटी एंड इंक्लूजन नामक एक एनजीओ की स्थापना की।
— एक योग्य योग शिक्षिका बनने के बाद, उन्होंने 2014 में दक्षिण दिल्ली के एक योग विद्यालय में योग सिखाना शुरू किया।
— 2014 में सारा और सचिन के रिश्ते में कथित तनाव की अफवाहें उड़ी थीं। इसकी वजह सचिन पायलट का अपनी एक महिला मित्र के प्रति लगाव बताया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सारा दिल्ली में अपने पिता के घर में अलग रहने लगीं।

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