नई दिल्ली
पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री दस साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है। ऑटोमोबाइल कंपनियों की बॉडी सियाम ने गुरुवार को बिक्री के आंकड़े जारी किए। इसके मुताबिक अप्रैल से दिसंबर 2020 के दौरान 17.77 लाख पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री हुई। 2019 के इन 9 महीनों में 21.17 लाख गाड़ियां बिकी थीं। यानी इसमें 16% की गिरावट आई है।
दिसंबर तिमाही के आंकड़े सही तस्वीर पेश नहीं करते
सियाम के प्रेसिडेंट केनिची आयुकावा ने कहा, “दिसंबर तिमाही और दिसंबर के आंकड़े जरूर अच्छे हैं। लेकिन ये ऑटो इंडस्ट्री की हकीकत को पूरी तरह बयां नहीं करते। अप्रैल से दिसंबर का आकड़ा देखें तो कई बातें साफ होती हैं। पैसेंजर और कॉमर्शियल व्हीकल्स की बिक्री 10 साल, टू-व्हीलर की 7 साल और थ्री-व्हीलर की 20 साल में सबसे कम हुई है।” अप्रैल-दिसंबर के दौरान टू-व्हीलर की बिक्री में 22.63%, कॉमर्शियल व्हीकल्स में 37.23% और थ्री-व्हीलर में 74.25% गिरावट आई है।
अप्रैल-जून तक बिक्री बंद थी, उसका असर दिखा है
अक्टूबर से दिसंबर तक 8.97 लाख पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री हुई है। इसमें 14.44% ग्रोथ है। दिसंबर में ग्रोथ 13.6% रही और कुल 2.52 लाख गाड़ियां बिकीं। लेकिन आयुकावा के अनुसार 2019-20 में भी गिरावट चल रही थी। इसलिए उस आधार पर इस ग्रोथ को देखना गलत होगा। इसके अलावा, अप्रैल से जून तक बिक्री लगभग बंद थी। इसका असर भी दिसंबर तिमाही में दिखा है। इसलिए इस तिमाही के आंकड़े सही तस्वीर नहीं पेश करते हैं।
जरूरी कंपोनेंट्स की कमी से इंडस्ट्री में अनिश्चितता
आयुकावा ने कहा कि सेमीकंडक्टर और स्टील जैसे जरूरी कंपोनेंट्स की काफी कमी चल रही है। लॉजिस्टिक्स का खर्च भी बढ़ा है। इसलिए इंडस्ट्री में काफी अनिश्चितता बनी हुई है। फिर भी, 2020 की तुलना में 2021 बेहतर रहने की संभावना है। पीएलआई स्कीम, सस्ता कर्ज और ग्रामीण इलाकों में सरकार के खर्च बढ़ाने से इंडस्ट्री को मदद मिलेगी।
दिसंबर तिमाही में सभी कैटेगरी की गाड़ियों की बिक्री 10.6% बढ़ी
दिसंबर तिमाही में सभी कैटेगरी की 59.44 लाख गाड़ियां बिकी हैं। यह 10.61% बढ़ा है। टू-व्हीलर की बिक्री 13.37% बढ़कर 47.82 लाख हो गई है। लेकिन कॉमर्शियल वाहनों में 1.12% की गिरावट है। तीन महीने में 1.93 लाख कॉमर्शियल वाहन बिके हैं।