Site icon अग्नि आलोक

साँची अंगौछा मध्यप्रदेश की पहचान : श्रीधर पराड़कर

Share

मृगनयनी का साँची अंगौछा अब बाजार में उपलब्ध

अखिल भारतीय साहित्य परिषद् के महामंत्री श्री श्रीधर पराड़कर ने कहा है कि  हस्तशिल्प विकास निगम   मध्यप्रदेश की कला और संस्कृति को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार के माध्यम से वैश्विक समुदाय तक  पहुँचा रहा है। उन्होंने कहा है कि मृगनयनी साँची अंगौछा मध्यप्रदेश की पहचान बनेगा। श्री पराड़कर ने यह बात साँची स्तूप से सजे अँगोछे की लाँचिंग अवसर पर कही। श्री पराड़कर ने बुधवार को मृगनयनी के मुख्यालय हस्तशिल्प भवन में पूरी टीम की श्रेष्ठ कार्य के लिये सराहना की।

हाथकरघा आयुक्त राजीव शर्मा ने कहा कि मृगनयनी कलावन्तो और बुद्धिजीवियों का ब्राण्ड है इसीलिये हम अपने यहाँ लेखकों, कवियों, पत्रकारों, सम्पादकों, संगीतज्ञों, शिल्पकारों को विशेष आदर देते हैं। मृगनयनी अंगौछे में चन्देरी और महेश्वर के बुनकरों का कमाल हैं और सूती होने से आरामदायक हैं। कार्यक्रम के बाद श्री पराड़कर ने पत्थर शिल्प के विशिष्ट शोरूम स्पीकिंग स्टोन का भी अवलोकन किया।

Exit mobile version