लोकसभा चुनाव की सियासी हलचल शुरू हो गई है। राजनीतिक दल भी पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गए हैं। चुनाव से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी एक्टिव नजर आ रहा है। 6 से 8 फरवरी 2024 तक संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत उज्जैन दौरे पर रहेंगे। बताया जा रहा है कि इस दौरान उज्जैन में संघ का बड़ा शिविर लगेगा, जिसमें आगामी अभियान की रूपरेखा तैयार होगी। संघ प्रमुख का यह उज्जैन दौरा मध्यप्रदेश के सियासी नजरिए से भी बेहद अहम माना जा रहा है।
आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत 6 फरवरी से 8 फरवरी तीन दिनों तक उज्जैन में रहेंगे। इस दौरान वे सम्राट विक्रमादित्य भवन में कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि इस दौरान संघ मालवा-निमाड़ में संगठन को लेकर मंथन करेगा।
मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच संघ भी एक्टिव हो गया है। आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत 6 फरवरी से 8 फरवरी तीन दिनों तक उज्जैन में रहेंगे। इस दौरान वे सम्राट विक्रमादित्य भवन में कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि इस दौरान संघ मालवा-निमाड़ में संगठन को लेकर मंथन करेगा। मालवा संघ का सबसे बड़ा केंद्र माना जाता है, जिसमें उज्जैन की भूमिका भी सबसे अहम रहती है। ऐसे में माना जा रहा है कि संघ प्रमुख, प्रांत के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ सालभर के काम-काज की समीक्षा कर आगे का टारगेट तय करेंगे। इस बैठक में संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत के साथ सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले और सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य, अरुण कुमार, कृष्णगोपाल समेत सात बड़े पदाधिकारी शामिल होंगे।
मध्यप्रदेश में लोकसभा की 29 सीटें आती हैं, जिनमें सबसे ज्यादा मालवा-निमाड़ रीजन में हैं। उज्जैन, इंदौर, मंदसौर, खरगोन, खंडवा, रतलाम, देवास और धार सीटें आती हैं। वर्ष 2019 में भाजपा ने सभी सीटों पर जीत हासिल की थी। भाजपा इन सभी सीटों पर काबिज रहे इसीलिए बीजेपी ने अभी से मालवा-निमाड़ रीजन में सक्रियता बढ़ा दी है। वैसे भी विधानसभा चुनाव में भाजपा को यहां अच्छी सफलता मिली है, जिससे पार्टी लोकसभा चुनाव में भी यह सफलता बरकरार रखना चाहती है। यही वजह है कि पार्टी ने 2024 के लिए भी इन सीटों पर तैयारियां शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि इसी के तहत संघ भी अब इन सीटों पर एक्टिव हो गया है, जिसका असर आने वाले दिनों में देखने को मिल सकता है।