*क्या छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल और उसकी चांडाल चौकड़ी ने महादेव ऐप के संचालकों को संरक्षण देकर किया है देश विरोधी काम?*
*सूत्रों के मुताबिक जल्द हो सकती है मामले में एनआईए की एंट्री, टेरर फंडिंग का भी आया एंगल*
*मिले सुर मेरा तुम्हारा- दो दिन पहले रात 12.00 बजे छत्तीसगढ़ भाजपा के बड़े नेता चुपके से पहुंचे भूपेश बघेल के घर*
*विजया पाठक, संपादक, जगत विजन*
करीब एक साल पहले मैंने महादेव सट्टा ऐप घोटाले को लेकर एक विस्तृत स्टोरी प्रकाशित की थी। जिसमें प्रकाशित किया था कि कैसे इस ऐप और इससे संबंधित ऐप्स को छत्तीसगढ़ से राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। इस अवैध सट्टा कारोबार का पैमाना अब पैन-इंडिया 20 हजार करोड़ तक फेल गया है। आश्चर्य की बात है कि प्रकाशित स्टोरी में मैंने दाऊद इब्राहिम का लिंक भी छापा था। अब मेरी लिखी बात चरितार्थ हो रही है। सूत्रों के मुताबिक गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई ने दुबई स्थित महादेव ऐप संचालक सौरभ चंद्राकर को प्रोटेक्शन मनी के लिए फोन किया था, पर उलट सौरभ चंद्राकर ने दाऊद का नाम लेकर उल्टा ही धमका दिया था। इस मामले में एनआईए भी जांच में जुट गई है। उनके पास पूरी वायर्ड बातचीत के सबूत हैं। सवाल यह है कि महादेव ऐप का पैसा टेरर फंडिंग के उपयोग होता था और छत्तीसगढ़ में सत्ताशीन देश विरोधी काम में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से शामिल हो गए हैं। इन लोगों में पैसा कमाने की ऐसी क्या हवस रही कि इन्होंने देश से गद्दारी तक करने से गुरेज नहीं किया।
सूत्रों के मुताबिक इस मामले में मुख्यमंत्री बघेल अपनी पूर्व सुपर सीएम से रोज बातचीत कर सलाह भी ले रहे हैं। वैसे भी महादेव ऐप छत्तीसगढ़ राज्य के लिए राष्ट्रीय शर्म की तरह साबित हो रहा है। जहां एक तरफ मुख्यमंत्री के ओएसडी, राजनीतिक सलाहकार, कई आईपीएस अफसर भ्रष्टाचार के बाद अब टेरर फंडिंग के फेर में आ गए हैं, जिससे अब इनका बच पाना नामुमकिन सा है। यह बात अलग है कि इससे ध्यान भटकाने के लिए भूपेश बघेल कुछ भी कर सकते हैं। यही सलाह उनकी पूर्ण सुपर सीएम ने भी दी है।
*विजय भाटिया हो सकते हैं जल्द गिरफ्तार, गायब हो गए हैं रामगोपाल*
भिलाई स्थित कारोबारी विजय भाटिया भूपेश बघेल के पार्टनर इन क्राइम भी हैं। अश्लील सीडी कांड में वो भूपेश बघेल और विनोद वर्मा के साथ सह अभियुक्त रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री के खासमखास भाटिया को जल्द ही ईडी गिरफ्तार करने वाली है। एजेंसी को इनके खिलाफ ठोस प्रमाण मिला है। भूमिगत हुए कांग्रेस नेता रामगोपाल अग्रवाल के लिए ईडी धरपकड़ चालू करने वाली है। बताया जा रहा है कि रामगोपाल को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
गौरतलब है कि प्रदेश के सबसे बहुचर्चित महादेव ऐप घोटाले की पूरे देश में इसकी गूँज सुनाई दे रही है। ईडी इस मामले में प्रतिदिन नए-नए खुलासे कर रही है। देश भर में ईडी छापा मार रही है और नई-नई जानकारियां हासिल कर रही है। महादेव ऐप के तार अब मध्यप्रदेश से भी जुड़ गए हैं। हाल ही में ईडी ने मध्यप्रदेश के भोपाल, सिवनी और बालाघाट में छापामारी कर कई लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ के 04 आईपीएस भी इस ऐप घोटाले में ईडी की रडार पर हैं। महादेव ऐप को लेकर एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, अनिल दम्यानी, सुनील दम्यानी, सतीश चंद्राकर को ईडी ने गिरफ्तार किया था। मामला अब संगीन नजर आ रहा है। कैसे छत्तीसगढ़ पुलिस ने फरवरी में सौरभ चंद्राकर के भिलाई से परिवार और दोस्तों को दुबई जाने दिया। आखिर छत्तीसगढ़ की इंटेलिजेंस आंखे क्यों मूंदकर बैठी रही जबकि सब गोरखधंधा उनके सामने चलता रहा और देखते ही देखते इसका पैसा टेरर फंडिंग तक पहुंच गया। छत्तीसगढ़ के राजनीतिक-पुलिसिया गठजोड़ ने जो देश विरोधी काम किया है, उसका हिसाब तो इनको देश को देना ही होगा।
*झूठ बोलते हैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा*
चौड़े होकर झूठ बोलना अब भूपेश और उनके सहयोगियों की आदत सी हो गई है। जहां भी किरकिरी होने लगती है कॉन्फिडेंस के साथ एक झूठ बोलकर निकल जाते हैं। अभी जो छत्तीसगढ़ के होनहारों के सपनों को कुचलने वाले पीएससी घोटाले में भूपेश ने सबके सामने झूठ बोला कि इसमें कोई कंप्लेंट नहीं हुई। जबकि इस मामले को उजागर करने वालों में से एक भाजपा नेता ननकीराम कंवर ने पत्र क्रमांक रायपुर/MLA/20/2023/181 को दिनांक 01/7/2023 के माध्यम से भूपेश बघेल को शिकायत की थी। इससे इन मामले में इनकी संलिप्तता साफ नजर आ रही है वरना भूपेश बघेल तुरंत कार्यवाही करते। ऐसे ही अभी एक न्यूज वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में विनोद वर्मा ने कहा की महादेव ऐप को लेकर हाईकोर्ट में मामला खारिज हो गया जिसमें जांच को खारिज होने की बात कही थी। जबकि इस मामले में मैंने एक पिटीशन एवं मणिशंकर पांडे ने अभिरक्षा एवं सीबीआई जांच को लेकर पिटीशन लगाई थी, जिस पर छत्तीसगढ़ शासन ने मेरे खिलाफ कोई मामला नहीं होने का लिखित दस्तावेज माननीय हाईकोर्ट में सबमिट किया था। इसके साथ ही इस मामले में सीबीआई जांच को लेकर भी पिटीशन थी क्योंकि मामला इंटर स्टेट, इंटर कंट्री का था और छत्तीसगढ़ पुलिस अपने राजनीतिक आकाओं के साथ महादेव ऐप संचालकों को संरक्षण दे रखा था। उस समय मैं अकेले ही इस भ्रष्ट तंत्र से लड़ रही थी और केंद्र की कोई भी एजेंसी उस समय इस मामले में रोल में नहीं थी। खैर, मेरी पिटीशन यहां से खारिज होने पर उसके बाद सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है और अब इस परिपेक्ष में ईडी और एनआईए तो जांच में आ हो चुकी है, बात सीबीआई की तो माननीय अदालत जल्द ही यह बात भी मानेगी।
*क्या छत्तीसगढ़ भाजपा के वरिष्ठ नेता और भूपेश बघेल के बीच पक रही है खिचड़ी?*
सूत्रों के मुताबिक कोई दो दिन पहले रात के 12.00 बजे छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ भाजपा नेता ने चुपचाप से भिलाई-3 स्थित भूपेश बघेल के घर में आमद दी। दिनों-दिन भाजपा की मजबूत स्थिति होते देख भूपेश बघेल बैकडोर में कोई खेल रच रहे हैं। मामला अब अमित शाह के पास भी पहुंच गया है, पर इन सब में भाजपा को सतर्क रहने की जरूरत है। क्योंकि कहीं ऐसा ना हो कि चुनाव में अपने ही नुकसान पहुंचा दें।
[10/6, 12:09 PM] +91 90391 45143: *इंजीनियर युवती से चलती बस में छेड़छाड़:बस रूकवाकर ऑटो से सहेली के पास पहुंची,कंडक्टर पर दर्ज कराया छेड़छाड़ का केस*इंदौर से खरगाने के बीच चलने वाली एक बस में इंजीनियर युवती से छेड़छाड़ हो गई। मामले में युवती ने अपने दोस्तो के साथ आकर थाने पर बस के कंडक्टर के खिलाफ छेड़छाड़ की धाराओं में केस दर्ज कराया है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया। छोटी ग्वालटोली पुलिस के मुताबिक बड़वाह निवासी 23 साल की युवती की शिकायत पर बस नंबर MP09FA4448 के कंडक्टर के खिलाफ छेड़छाड़ की धाराओं में केस दर्ज कराया गया है। पीड़ित युवती ने बताया कि वह स्कीम नंबर 78 में एक कंपनी में क्वालिटी इंजीनियर की पोस्ट पर जॉब करती हूं। रात में ड्यूटी खत्म होने के बाद रात 9 बजे के लगभग वह बस से बड़वाह जाने के लिये बैठी। इस दौरान आगे की सीट खाली होने के चलते कंडक्टर ने उसे सीट दे दी। रात का समय होने के चलते सवारी ज्यादा नही थी। वही कुछ दूरी पर बस में सवारी बैठने लगी। इस दौरान मेरे पास की सीट पर कडंक्टर बैठ गया। बस चलने के दौरान उसने मेरे पैरो के बीच बुरी नीयत से हाथ मारा। इस दौरान उसे मैने डांटा तो वह ठीक से बैठ गया। जब बस व्हाईट चर्च चौराहे के यहां पहुंची तब मेने पैरो के उपर बैग रखा हुआ था। इसके बाद फिर से बैग के नीचे से हाथ डालकर आरोपी ने बुरी तरह से टच किया। तभी मैने भरी बस में कडंक्टर को चिल्लाया ओर बस रूकवाकर नीचे उतर गई। यहां से ऑटो रिक्शा कर अपनी सहेली के पास स्कीम नंबर 78 पहुंची। यहां उन्हें सारी बात बताई। बाद में माता पिता को घटना की जानकारी मोबाइल पर दी। रात में थाने आकर आरोपी कंडक्टर के खिलाफ केस दर्ज करवाया।