नेशनल हाइवे इंदौर-नेमावर मार्ग पर मंगलवार दोपहर लंबा ट्रैफिक जाम लगा। दोपहर एक बजे लगा जाम साढ़े चार बजे के बाद खुल पाया। तब तक हजारों वाहन सड़कों पर फंसे रहे। इनमें यात्री और शैक्षणिक संस्थानों की बसें भी शामिल थी। ट्रैफिक जाम दुधिया गांव में रेती से भरे डंपर का कमानी का पत्ता टूटने से लगा था।जाम की जानकारी मिलने के बाद इंदौर बायपास पर बेरिकेड लगा दिए गए और पुलिस जवान वाहनों को यातायात बाधित होने की सूचना देते रहे। मेडिकल काॅलेज के छात्र सुधीर यादव ने बताया कि दोपहर में हम काॅलेज से निकले थे, लेकिन चार घंटे तक सड़क पर ही फंसे रहे।
दोपहर में दुधिया गांव डंपर खराब होने के बाद एक ही लेन से दोनों तरफ के वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई। भारी वाहनों को निकलने में परेशानी होने लगी और फिर पीछे वाहन फंसते चले गए।
धीरे-धीरे वाहनों की कतार लगने लगी। दुधिया गांव से छह किलोमीटर दूर जामन्य गांव तक वाहनों की कतार लग गई। इंदौर की तरफ बडि़या कीमा गांव तक वाहनों के पहिए थम गए।
जाम की जानकारी मिलने के बाद इंदौर बायपास पर बेरिकेड लगा दिए गए और पुलिस जवान वाहनों को यातायात बाधित होने की सूचना देते रहे। मेडिकल काॅलेज के छात्र सुधीर यादव ने बताया कि दोपहर में हम काॅलेज से निकले थे, लेकिन चार घंटे तक सड़क पर ही फंसे रहे। कई यात्री बसें भी जाम में फंसी रही और उसमें बैठे बच्चे व महिलाएं परेशान होती रही।
गांव के रास्तों पर भी फंसे वाहन
नेमावर रोड पर लंबा जाम लगने के बाद ज्यादातर वाहन असरावद गांव से बिचौली मर्दाना होते हुए इंदौर पहुंचने लगे, लेकिन थोड़ी देर बाद इस मार्ग पर भी यातायात बाधित होने लगा। नेमावर रोड से जुड़े गांवों के रास्तों में भी वाहन पहुंचे रहे। सड़क के अलग-अलग हिस्सों से पुलिसकर्मियों के जाम खुलवाने की कोशिश की।