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महाराष्ट्र में सपा के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी बदलेंगे पाला

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देशभर में लोकसभा चुनाव की सरगर्मियां अपने चरम पर हैं। इस बीच महाराष्ट्र की राजनीति से जुड़ी बड़ी खबर है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि समाजवादी पार्टी (सपा) की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख अबू आजमी जल्द ही पाला बदलेंगे।

मिली जानकारी के मुताबिक, सपा के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी लोकसभा चुनाव के बीच एनसीपी (अजित पवार) का दामन थाम सकते है। ऐसे में मुंबई में अजित दादा और महायुति का दमखम बढ़ना तय है। महायुति में शिवसेना (एकनाथ शिंदे), बीजेपी और एनसीपी (अजित पवार) शामिल है।

खबर है कि रविवार रात में एनसीपी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल और अबू आजमी के बीच मुंबई में बैठक हुई। इसी बैठक में आजमी के अजित दादा की पार्टी में शामिल होने को लेकर अंतिम फैसला लिया गया।

सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र में बीजेपी के एक बड़े नेता अबू आजमी की एंट्री महायुति गठबंधन में कराने का प्रयास कर रहे हैं। दरअसल अबू आजमी बीजेपी में शामिल नहीं हो पाने के कारण एनसीपी में शामिल होने वाले हैं।

अबू आजमी कौन है?

अबू आजमी सपा के बड़े नेता है और महाराष्ट्र में सपा के मुखिया है। वह मुंबई के मानखुर्द शिवाजी नगर निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार विधायक बने है। राज्यसभा के पूर्व सांसद भी रह चुके है। मुंबई में रहने वाले उत्तर भारतीय मुसलमानों में आजमी की अच्छी पकड़ मानी जाती है। अगर वें अजित पवार की एनसीपी में शामिल होते हैं तो इससे उत्तर पूर्व मुंबई लोकसभा सीट पर महायुति को ज्यादा फायदा होगा।

बताया जा रहा है कि इसी हफ्ते सपा विधायक अबू आजमी एनसीपी (अजित पवार) में शामिल हो जाएंगे। अबू आजमी को खासतौर पर मुंबई के मुस्लिम समुदाय का समर्थन हासिल है। अगर वह सपा छोड़ एनसीपी में शामिल होते हैं तो अजित पवार की ताकत बढ़ जाएगी और विपक्षी खेमें खासकर अखिलेश यादव को बड़ा झटका लगेगा।

अबू आजमी नाराज क्यों?

पिछले कुछ दिनों से चर्चा है कि अबू आजमी समाजवादी पार्टी के नेतृत्व से नाखुश हैं। दो दिन पहले ही भिवंडी से सपा विधायक रईस शेख ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। शेख ने अबू आजमी पर निशाना साधते हुए समाजवादी पार्टी में दलालों का दबदबा होने का आरोप लगाया था। हालांकि महज 24 घंटे में ही शेख ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया।

रईस शेख ने शनिवार को घोषणा की थी कि सपा का राज्य नेतृत्व उनकी शिकायतें दूर करने में विफल रहा है, इसलिए विरोध में वह महाराष्ट्र विधानसभा से इस्तीफा दे रहे हैं। हालांकि शेख ने रविवार को कहा कि उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के कहने पर अपना इस्तीफा वापस ले लिया है।

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