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पाकिस्तान में अजीब संवैधानिक संकट:प्रेसिडेंट अल्वी बोले- स्टाफ ने धोखाधड़ी की; अब क्या होगा

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इस्लामाबाद

पाकिस्तान में रविवार को प्रेसिडेंट आरिफ अल्वी के एक ट्वीट से अजीब तरह का संवैधानिक संकट खड़ा हो गया है और यह इस मुल्क के इतिहास में पहली बार हुआ। अल्वी ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा- मैंने ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट और आर्मी अमेंडमेंट बिल को मंजूरी नहीं दी है। मेरे स्टाफ ने मेरे साथ धोखाधड़ी की है।

इमरान खान के करीबी दोस्त अल्वी की पोस्ट से सियाली बवाल मच गया। इससे कई सियासी और संवैधानिक सवाल भी पैदा हो गए। मसलन, अब इन दो बिलों का क्या होगा? क्या प्रेसिडेंट हाउस का स्टाफ उनका हुक्म टाल सकता है? क्या प्रेसिडेंट झूठ बोल रहे हैं? इस हरकत का फायदा किसको होगा? और सबसे बड़ी बात- क्या अल्वी ने यह चाल इमरान को बचाने के लिए चली है? चलिए इन सवालों के सिलसिलेवार जवाब तलाशते हैं….

प्रेसिडेंट आरिफ अल्वी सितंबर में रिटायर हो रहे हैं। माना जा रहा है कि इस कंट्रोवर्सी के बाद वो रिटायरमेंट के पहले ही इस्तीफा दे देंगे। (फाइल)

सबसे पहले मामले पर नजर

आरिफ अल्वी और इमरान खान करीबी दोस्त हैं। इसके अलावा अल्वी इमरान के बिजनेस पार्टनर भी हैं। खान ने ही उन्हें प्रेसिडेंट बनवाया था। (फाइल)

तो दिक्कत कहां हुई

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अल्वी ने जो दो बिल रिजेक्ट किए हैं, वो दोनों ही आर्मी चीफ आसिम मुनीर के कहने पर लाए गए थे। इनका मकसद इमरान और उनके कुछ साथियों पर मजबूत केस बनाकर उन्हें लंबे वक्त तक जेल में रखना है। (फाइल)

ये संवैधानिक संकट क्यों है

शाहबाज शरीफ ने नेशनल असेंबली भंग करने के ठीक पहले ये दोनों बिल पास करा लिए थे। इसमें दिखावे के लिए बहुत मामूली बदलाव किए गए थे। (फाइल)

फायदा किसको होगा

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