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पथ विक्रेताओं ने महापौर से मुलाकात की 

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मुसाखेड़ी क्षेत्र के पथ विक्रेताओं द्वारा नगर निगम कार्यालय जाकर महापौर से मुलाकात की और अपनी समस्या रखी।*

इंदौर में स्मार्ट सिटी, सड़क निर्माण, स्वक्षता के नाम पर शहर से ठेले, पथ विक्रेताओं को हटाने का काम कर रही है। सरकार पहले ही कोई रोजगार नहीं दे पा रही है। इतने में जैसे तैसे अपनी घर जमीन बेच कर कोई छोटी सी दुकान लगा ले तो नगर निगम लगने नही देती है। नगर निगम उनका समान ले जाती है ठेला ले जाती है। ऐसी कई घटनाएं है जिनसे आप रोए बिना नहीं रह सकते है। पर नगर निगम को कोई मलाल नहीं है क्यों की नगर निगम अब देशी-विदेशी व्यापारियों (रियल स्टेट) के लिए काम कर रही है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बोलते हैं कि देशी-विदेशी व्यापारियों के लिए जो भी सुविधाएं होंगी मध्यप्रदेश सरकार मुहैया कराएगी और वह जिधर अपनी उंगली कर देंगे उधर की जमीन कौड़ियों के दाम व्यापारियों के लिए दी जाएगी। एक तरफ जहां पर बेरोजगार मजदूर अपने छत को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। जैसे-तैसे झोपड़ी बनाकर शहर में रहते हैं। सरकार उनकी झोपड़ी तोड़कर देशी-विदेशी व्यापारियों के लिए फायदा पहुंचाने के लिए स्मार्ट सिटी जैसी योजनाएं बना रही है। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि यह सरकारें आम जनता, गरीब मजदूरों की ना होकर इन व्यापारियों की है क्योंकि उन्हीं के लिए सारी नीतियां तैयार की जा रही हैं। स्मार्ट सिटी की मांग आम जनता ने नहीं की बल्कि आम जनता शहर में बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य सस्ता और सुलभ और बेहतर हो सके इसके लिए शतत आंदोलन करती रही, मांग करती रही। पर सरकार ने इन सब की अनदेखी कर सड़क को चमकाना, चौड़ी सड़कों का निर्माण करना आदि कामों में सारा पैसा खर्च कर दिया और आम मजदूरों की मेहनतकशो कि जिंदगी बद-से-बदतर होती जा रही है। शहर की सेकड़ो बस्तियों को उजाड़ा जा रहा है। हजारों ठेले वालों को उजाड़ा जा रहा है, मात्र चंद लोगो के लिए।

इसी क्रम में मूसाखेड़ी में एक चौड़ी सड़क का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें 300 फुटपाथ, पथ विक्रेताओं को बेरोजगार करने का काम नगर निगम कर रही है। इसी मांग को लेकर आज महापौर के समक्ष प्रदर्शन किया गया और मांग की गई की मुसाखेड़ी क्षेत्र में ही एक हॉकर जोन बनाया जाए ताकि सेकडो लोगो की जीविका उपार्जन हो सके। महापौर के द्वारा यह आश्वाशन दिया गया है कि जल्द से जल्द उपयुक्त कार्यवाही की जाएगी। ओर समस्या का समाधान किया जायेगा। जिसमें मूसाखेड़ी के विभिन्न साथीगण शामिल हुए। साथियों ऐसे ही इंदौर शहर के अलग-अलग बस्तियों में नगर निगम लोगों के घरों को छीनने का काम रोजगार छीनने का काम कर रहा है। आइए अपने शहर को बचाने के लिए गरीबी को बेघर और बेरोजगार करने बाली स्मार्ट सिटी के खिलाफ जोरदार आंदोलन खड़ा करें ।

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