देपालपुर के पास गौतमपुरा के चांदनखेड़ी में मंगलवार को हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं पर पत्थरबाजी के बाद बने तनावपूर्ण हालात फिलहाल नियंत्रण में हैं। यहां एहतियात के तौर पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं, 35 लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। उधर, मामले में राजनीति शुरू हो गई है। सांसद शंकर लालवानी ने घटना को निंदनीय बताया। उन्होंने दोषियों पर सख्त कार्रवाई के लिए निर्देश दिए हैं। वहीं, पूर्व विधायक मनोज पटेल ने भी मौके पर पहुंचकर अधिकारियों से चर्चा की।
मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने राम मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह के उद्देश्य से बाइक रैली निकाली। रैली के दौरान बाइक एक पक्ष के लोगों ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिए। विवाद मस्जिद से आगे निकलने के बाद हुआ। इलाके में तनाव की स्थिति बन गई। सूचना पर डीआरपी लाइन से 50 पुलिसकर्मियों की टुकड़ी समेत डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्रा, एसपी महेश चंद्र जैन मौके पर पहुंच गए।घटना से नाराज हिंदू संगठन के लोग आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर भी बैठ गए। डीआईजी ने कहा है कि पत्थरबाजों पर रासुका लगाई जाएगी। कहा जा रहा है कि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रदर्शनकारियों पर लाठियां भी भांजी।
कलेक्टर ने कहा- फायरिंग की जांच होगी
बताया जा रहा है कि कुछ लोगों ने हवाई फायर तक किए। मौके पर पहुंचे कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। रैली की अनुमति भी ली गई थी, लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है। सभी कार्यकर्ताओं को घर भेज दिया गया है। मामले की गंभीरता से जांच करवाई जा रही है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं, पूर्व विधायक मनोज पटेल की भी पुलिसकर्मियों से नोंकझोंक भी हुई। उन्होंने कहा कि घटना निंदनीय है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई है।
उज्जैन में बन गए थे तनाव के हालात
बता दें, 25 दिसंबर को उज्जैन में भी आरएसएस के कार्यकर्ताओं पर कुछ लोगों ने पत्थर बरसाए थे। इसके बाद तनावपूर्ण स्थिति बन गई थी। इसी को ध्यान में रखते हुए इंदौर में प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की।