मंदसौर
मंदसौर के भानपुरा थाना क्षेत्र के भेसोदा में रामपाल बाबा के अनुयायियों द्वारा किए जा रहे विवाह आयोजन के दौरान फायरिंग कांड में मारे गए संस्था के को-ऑर्डिनेटर देवीलाल मीणा की मौत के बाद सोमवार को कोटा अस्पताल से शव को उनके गृह ग्राम जमुनिया लाया गया। शाम को अंतिम संस्कार से पहले समाजजनों ने शव को सड़क पर रखकर चक्काजाम करते हुए 5 करोड़ के मुआवजे की मांग की। साथ ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी और आरोपियों के अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त करने की मांग के साथ चक्काजाम कर दिया। करीब 2 घंटे पुलिस की समझाइश के बाद भी लोग सड़क से हटने को तैयार नहीं हुए। उन्होंने 5 करोड़ रुपए मुआवजा नहीं देने पर रातभर सड़क पर ही गुजारने की चेतावनी दी।
यह था मामला
रविवार की शाम को भानपुरा थाना क्षेत्र के भैसोदा में रामपाल बाबा के अनुयायियों द्वारा एक मैरिज गार्डन में विवाह समारोह के साथ सत्संग का आयोजन किया गया था। इस आयोजन के दौरान कुछ लोगों ने पंडाल में तोड़फोड़ करते हुए हमला कर दिया। इसमें संस्था के को-ऑर्डिनेटर देवीलाल मीणा को गोली लगी और अस्पताल ले जाते हुए रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया। मामले को पुलिस ने 9 नामजद आरोपियों सहित अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया है। अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।