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अनिल अम्बानी पर माल्या व नीरव मोदी से दस गुना ज्यादा कर्ज

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देश के दिवालिये उद्योगपति अनिल अम्बानी ने भले ही अपनी सम्पत्ति को शून्य घोषित कर दिया हो, लेकिन फिर भी देश के तमाम बैंक यह बात मान नहीं रहे है।

रिलायंस कम्युनिकेशंस के दिवाला प्रस्ताव प्रक्रिया के बीच, तीन भारतीय बैंक – भारतीय स्टेट बैंक (SBI), यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया (UBI) और इंडियन ओवरसीज़ बैंक (IOB) – कंपनी के खातों और उसके खातों का वर्गीकरण कर रहे हैं ।

इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबित  तीन बैंकों, जिनमें भारत का सबसे बड़ा ऋणदाता भी शामिल है, अनिल अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस समूह की संस्थाओं – रिलायंस कम्युनिकेशंस, रिलायंस इंफ्राटेल और रिलायंस टेलीकॉम के खाते से लेनदेन की गहन जांच शुरू करना चाहते हैं।

हालांकि, दिल्ली उच्च न्यायालय ने 13 जनवरी को अगली सुनवाई तक धोखाधड़ी के रूप में खातों के वर्गीकरण से संबंधित मामले में यथास्थिति बनाए रखने के लिए यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक को निर्देश दिया है।

कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, बकाया राशि में 19 49,193 करोड़ बकाया है।

 

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