Site icon अग्नि आलोक

पहली मंजिल पर बनी दुकानों को बेसमेंट में बता कर सील कर दिया,महापौर के एक्शन से हल निकला 

Share

इंदौर।कलेक्टर के आदेश पर बहुमंजिला व्यावसायिक भवनों के बैसमेंट में बनी दुकानें-गोदाम सील करने के अभियान में कैसी मनमानी चल रही है इसका शिकार अशोक नगर स्थित प्रेम प्लाजा के नौ दुकानदारों को होना पड़ा।बेसमेंट में निर्मित मान कर जिन नौ दुकानों को सील किया गया वो नक्शे के अनुरुप तो बनी ही थी और पहली मंजिल पर निर्मित थीं। ये दुकानदार गिड़गिड़ाते रहे कि आप हकीकत तो जान लीजिये लेकिन निगम अधिकारियों ने एक ना सुनी।दुकानों पर ताले और तालों पर सील के साथ ही दुकानों के शटर पर नोटिस चस्पा कर चलते बने। 

निगमकर्मियों की मनमानी का खुलासा होने पर उन्होंने पहले निगमायुक्त शिवम वर्मा से संपर्क किया तो निगमायुक्त ने भी निगम कार्रवाई को सही ठहराया।सभी दुकानदार झोनल कार्यालय पहुंचे वहां भी सुनवाई नहीं हुई।

पीड़ित दुकानदारों ने थक हार कर पत्रकार मुकेश ठाकुर को परेशानी बताई उन्होंने पहले सत्यता पता लगाई कि दुकानदारों की बात में कितना दम है।उन्होंने महापौर पुष्यमित्र भार्गव से सम्पर्क किया और दुकानदारों के साथ निगमकर्मियों-निगमायुक्त के रवैये से अवगत कराया कि गुरुवार की सुबह झोनल अधिकारी (हरसिध्दिी) के साथ आए निगम अमले ने प्रेम प्लाजा की जिन नौ दुकानों को सील किया है वो पहली मंजिल पर बनी है।बीस साल पहले नक़्शे के अनुरूप निर्मित होने के बाद भी सील कर दी।

महापौर ने दुकानदारों की बात सुनी, मामला समझा, प्रेम प्लाजा का नक़्शा देखा तो इन नौ दुकानों का निर्माण सही पाया। उन्होंने आधे घंटे में दुकान खोलने के आदेश दिये और मनमानी करने वाले निगम अमले पर कार्रवाई के निर्देश भी दिये। 

पहले लायब्रेरी सील कर दी थी

प्रेम प्लाजा (5-6 अशोक नगर) में बेसमेंट के नाम पर तीन माह पूर्व लायब्रेरी भी बंद कर दी गई थी।तब सूडेंट और दुकानदारों ने कलेक्टर को वस्तुस्थिति बताई थी।नक्शे में निर्माण सही पाए जाने पर कलेक्टर के आदेश के बाद लायब्रेरी को भी पुन: शुरु करना पड़ा था। 

ग़लत कार्यवाही करने वाले अफ़सरों को हटाया 

महापौर के सख्त निर्देश का ही असर रहा कि निगमायुक्त शिवम वर्मा ने प्रेम प्लाजा हरसिद्धि झोन में ग्राउंड फ्लोर की दुकान को बेसमेंट की बताकर सील करने वाले  झोनल अधिकारी पीएस कुशवाह और दरोग़ा से भवन अधिकारी बने पंकज शर्मा का तबादला कर दिया।महापौर की तत्परता से मिले न्याय से संतुष्ट नौ दुकानदारों ने झोनल अधिकारी और भवन अधिकारी पर की गई कार्रवाई पर संतोष व्यक्त किया है किंतु कुछ का कहना था निगमायुक्त ने भी तो सच्चाई नहीं जानी थी।यदि वे ही हमारी बात सुन लेते तो महापौर तक जाने की जरूरत ही नहीं पड़ती।

Exit mobile version