अग्नि आलोक

इंदौर के बेरोजगारों ने अपनी पीड़ा इंदौर प्रशासन को बताई

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*व्यापमं, शिक्षक भर्ती घोटाला,पटवारी घोटाला, मध्यप्रदेश का नर्सिंग कॉलेजो का घोटाला और हाल ही में NEET घोटाला एवम् सभी भर्ती परीक्षाओं, में हो रहे भ्रष्टाचार के दोषियों को सक्त से सक्त सजा देने की मांग पर सोपा ज्ञापन*AIDYO के बैनर तले मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सोपा गया

 आज पूरा मध्यप्रदेश भ्रष्टाचार का दलदल बन चुका है । सरकारी नौकरियों में हो या स्कूल कॉलेज की परीक्षाओं में हो या फिर प्रोफेशनल कॉलेजो की मान्यता में हो हर जगह भ्रष्टाचार है । इसमें कार्यवाही के नाम पर एक दो छोटे कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया जाता है। ताकि देखने में लगे की सरकार कितनी कठोर है भ्रष्टाचार को लेकर, परंतु जो मूल दोषी है वह खुल्ले घूमते है। परिणाम हमारे सामने है, हमारे मध्यप्रदेश के लाखों बच्चो का भविष्य आज खतरे में है । प्रतिवर्ष पेपर लीक होने से छात्र आत्म हत्या कर लेते है। प्रतियोगी परीक्षाओं में पैसे देकर अभ्यर्थियों को पास कराया जाता है । 

अभी हाल ही में नर्सिंग कॉलेजों फर्जीवाड़ा का मामला हमारे सामने है कि किस तरह सरकार की शह पर फर्जी कॉलेज खोले गए। इन कॉलेजो में ना कोई बिल्डिंग थी ना लैब ना ही कोई फैकल्टी जब इनकी जांच की गई तो यह कॉलेज पूर्णत: फर्जी निकले। यह कॉलेज किसी मंत्री या धन्ना सेठों के है। इनकी जांच के लिए जो CBI गठित की गई थी।  उनके अधिकारी भी रिश्वत लेते पकड़े गए ।

आज नर्सिंग के लाखो छात्रों का भविष्य सरकार के भ्रष्ट तंत्र ने खराब कर दिया है।  

हम निम्नलिखित मांग करते है-

 1.सभी भ्रष्ट अधिकारी एवं तात्कालिक मंत्रियों को  तत्काल गिरफ्तार कर उदाहरण मुलक सजा दी जाए।

2.जिन कॉलेजों के पास छात्रों की फीस और वास्तविक दस्तावेज है तुरंत बापिस किए जाए।

3.छात्रों के भविष्य के साथ खिलबाड़ कर रहे सभी फ़र्ज़ी कॉलेजों को तुरंत बंद कर उन कॉलेजों के छात्रों को सरकारी देखरेख मै अन्य सरकारी मान्यता प्राप्त कॉलेज मै दाखिल किया जाए।

4. सरकारी सह पर नर्सिंग कॉलेजों को मुनाफा कमाने का गोरखधंधा बनाने वाले नेताओं व अफसरों पर भी कड़ी कार्यवाही की जाए।

5.सभी अपात्र नर्सिंग कॉलेजों की हाईकोर्ट की सीधी निगरानी में  पुनः उच्च स्तरीय कमिटी बना कर जाँच की जाए। इस जाँच प्रक्रिया के दौरान छात्रों के नियमित पढ़ाई हो पाये उनका सत्र नियमित संचालित हो यह सुनिश्चित किया जाए।

6.जो भी परीक्षा हो वह सरकारी संस्थाओं के द्वारा ली जाए।

7..प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए एक आयोग गठित किया जाए । और सभी परीक्षाएं समय पर हो ओर सरकार अपनी संस्थाओं के। द्वारा परीक्षा कराए ।

8.4 साल से नर्सिंग छात्र मानसिक रूप से प्रताड़ित हुई सभी छात्रों को मुआवजा दिया जाए।

9. सभी विभागों में पड़े रिक्त पदों को भरा जाए।

10 अखबारों से प्राप्त जानकारी के अनुसार neet परीक्षा में भी फर्जी बाड़े की आशंका है उसकी भी जांच कराई जाए।

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