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सीएम रेस सबसे आगे टीम मोदी का ये दिग्गज,दीया कुमारी, वसुंधरा या राज्यवर्धन नहीं…

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राजस्थान में नए मुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंस गहराता जा रहा। लगातार नए-नए नामों पर चर्चा हो रही। पहले वसुंधरा और योगी बालकनाथ का नाम इस रेस में आगे माना जा रहा था, हालांकि, मोदी कैबिनेट में शामिल बीजेपी के इस दिग्गज को सीएम पोस्ट के लिए सबसे आगे माना जा रहा। जानिए कौन हैं ये।

जयपुर : राजस्थान में अगला सीएम कौन होगा? यह सवाल प्रदेश के लिए अभी तक पहेली बना हुआ है। इस बीच बीजेपी ने विधायक दल की बैठक के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी है। ऐसे में कयास है कि विधायक दल की बैठक के बाद जल्द ही मुख्यमंत्री के लिए नाम तय होगा। उधर, पीएम मोदी ने अपने भाषण में एक बड़ा संकेत दिया। इसमें कहा कि मुख्यमंत्री तो राजस्थान के चेहरों में से ही शामिल होगा। इस बीच केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का नाम तेजी से इस रेस में सबसे आगे दिख रहा है। हालांकि इस रेस में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, ओम बिरला, किरोड़ी लाल मीणा, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और दीया कुमारी का नाम भी है। लेकिन सियासत में वैष्णव के नाम को लेकर सरगर्मियां बढ़ी हुई है।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव का प्रोफाइल

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जोधपुर के रहने वाले हैं। वो आईएएस ऑफिसर भी रहे। वैष्णव ओडिशा कैडर के आईएएस अफसर थे। इस दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के PMO में उपसचिव के रूप में काम किया था। मौजूदा रेल मंत्री ने कानपुर IIT से ग्रेजुएशन किया। उन्होंने 2008 में पेंसिलवानिया यूनिवर्सिटी के व्हाटर्न स्कूल से MBA किया। इसके बाद 2010 में उन्होंने सिविल सर्विस छोड़ दी और राजनीति में प्रवेश किया। वैष्णव को साफ-सुथरे और लो प्रोफाइल नेताओं में माना जाता है।

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत दूसरे बड़े दावेदार

राजस्थान में मुख्यमंत्री की रेस को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को भी मजबूत दावेदार माना जा रहा है। गजेंद्र सिंह शेखावत जोधपुर से सांसद हैं। उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को हराया था। शेखावत का नाम संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव घोटाले से जुड़ा। इसको लेकर गहलोत ने उन्हें जमकर घेरा। इसके अलावा गजेंद्र सिंह ऐसे नेता हैं जिन्होंने पूरे 5 साल तक गहलोत का डटकर मुकाबला किया है। ऐसी स्थिति में सीएम पोस्ट को लेकर गजेंद्र सिंह को भी मजबूत दावेदार माना जा रहा।

विधायकों से राय लेने के बाद नाम होगा फाइनल

राजस्थान में नए मुख्यमंत्री को लेकर सियासत और राज्य की नजरे बेसब्री से इंतजार कर रही है। इधर, बीजेपी ने राजस्थान में नए मुख्यमंत्री के चयन करने के लिए तीन केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। इनमें केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विनोद तावड़े और सरोज पांडे हैं। यह तीनों पर्यवेक्षक जयपुर आएंगे, जहां विधायक दल की बैठक होगी। बैठक में विधायकों और नेताओं से बातचीत करने के बाद मुख्यमंत्री के नाम की सिफारिश पार्टी हाई कमान तक पहुंचाएंगे। कहा जा रहा कि पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के बाद ही बीजेपी नेतृत्व अगले सीएम का नाम तय करेगी।

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