इंदौर ठेला एवं पथ व्यापारी महासंघ के संस्थापक/ अध्यक्ष राजेश बिडकर, कमल राजोरिया, सतनाम सलूजा, गंगा गुजराती ने जारी एक बयान में बताया है कि मध्य प्रदेश शासन के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने छोटे एवं निम्न तबके के पथ व्यवसाई को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए शासन की ओर से कई आर्थिक एवं सामाजिक योजनाएं चला रखी है 10000 से लेकर 100000 तक शिशु लोन के रूप में बिना ब्याज के लोन करीब 54000 लोगों को दिए जा चुके हैं वर्षों से राजवाड़े पर अपना रोजी रोजगार कर कर परिवार का जीवन यापन करने वाले करीब 500 परिवार को गोपाल मंदिर रेडीमेड व्यापारी एसोसिएशन नगर निगम चुनाव दबाव की राजनीति कर हटाना चाहता है पथ विक्रेता अधिनियम में स्पष्ट रूप से उल्लेख है की ऐसे पथ व्यापारियों को स्थान देकर नगर निगम बसता है पूर्व में भी ज्ञापन ,धरना ,प्रदर्शन के माध्यम से मुख्यमंत्री के समक्ष उक्त विषय को रखा था मुख्यमंत्री हस्तक्षेप के बाद हटाए गए पथ व्यवसाई को पुनः राजवाड़े पर व्यवसाय करने की अनुमति दी गई थी
श्री बिडकर बताया है कि पथ व्यवसायियों का विरोध वह लोग कर रहे हैं जिन्होंने जिन्होंने अवैध रूप से गोपाल मंदिर के पास अपनी गुमटियां रख ली थी और नगर निगम पर दबाव बनाकर स्थाई दुकान आवंटित कर ली थी यह सभी दुकाने किराए अन्य लोगों को देकर पैसा कमा रहे हैं
इन व्यापारियों के खिलाफ इंदौर के विभिन्न क्षेत्रों के हजारों पथ व्यवसाई संगठित होकर मुख्यमंत्री ,एवं प्रभारी मंत्री के समक्ष अपना पक्ष मजबूती से रखेंगे, गोपाल मंदिर कांपलेक्स व्यापारियों, रेडीमेड व्यापारियों एवं गुमटी माफिया के नाम सहित की जमीनी हकीकत को बताएंगे, दुकान की आड़ में 5 और 10 फीट डिस्प्ले लगाकर सड़कों पर कब्जा कर रखा है यह व्यापारी पथ व्यवसायियों को दुकान के बाहर जगह 300 से ₹500 प्रतिदिन के हिसाब से किराए पर देकर वसूली करते हैं इस कारण पथ व्यवसायियों को हटाने की मुहिम चला रखी है ताकि भविष्य में लगने वाली दुकान इनके अनुसार लग सके,
पिछली बार रेडीमेड व्यापारी एसोसिएशन ने प्रशासन के समक्ष सीसीटीवी कैमरे एवं गार्ड लगाने का आश्वासन भी दिया था परंतु यह सब छोटे व्यापारियों को हटाने के लिए था
इंदौर के समस्त पथ विक्रेता इस दबाव की नीति के खिलाफ संगठित होकर एक मोर्चा खोल रहे हैं