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आज की ताजा खबर:चौथे समन पर भी ED के दफ्तर नहीं जाएंगे केजरीवाल!,गर्भगृह में विराजमान हुए प्रभु श्रीराम,भारत के पास सऊदी अरब और ब्रिटेन से ज्यादा सोने का भंडार

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आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को जवाब देते हुए पूछा है कि यदि वह आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में आरोपी नहीं हैं तो उन्हें समन क्यों जारी किया गया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि भारत में शायद सबसे भ्रष्ट सरकार असम में है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को अयोध्या में राम मंदिर पर स्मारक डाक टिकट और दुनिया भर में भगवान राम पर जारी डाक टिकटों की एक पुस्तक जारी की और कहा कि ये श्री राम, माता सीता और रामायण की एक झलक पेश करते हैं। पाकिस्तान ने बृहस्पतिवार को ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में ‘आतंकी ठिकानों’ पर सैन्य हमले किए, जिसमें सात लोग मारे गए। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बृहस्पतिवार को पश्चिम बंगाल के स्कूलों में भर्ती में कथित अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में कोलकाता और उसके आसपास सात स्थानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की। 

गर्भगृह में विराजमान हुए प्रभु श्रीराम

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का विधिवत कर्मकांड बृहस्पतिवार को गणेश पूजन के साथ शुरू हो गया। शुभ मुहूर्त में दोपहर 1:20 बजे गणेश, अंबिका और तीर्थ पूजा की गई। इससे पहले 12:30 बजे रामलला की अचल मूर्ति को आसन पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विराजित कराया गया। पहले दिन करीब सात घंटे तक पूजन चला। मुख्य यजमान अशोक सिंहल फाउंडेशन के अध्यक्ष महेश भागचंदका रहे।

काशी के आचार्य गणेश्वर द्रविड़ और आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के निर्देशन में पूजन प्रक्रिया संपन्न कराई जा रही है। रामलला के अचल विग्रह को अभी ढक कर रखा गया है। आवरण 20 जनवरी को हटाया जाएगा। बृहस्पतिवार को ढकी मूर्ति का ही पूजन किया गया। रामलला के अचल विग्रह, गर्भगृह स्थल और यज्ञमंडप का पवित्र नदियों के जल से अभिषेक किया गया। पूजन के क्रम में ही राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला का जलाधिवास व गंधाधिवास हुआ।

उधर, रामलला के नवनिर्मित मंदिर में अचल विग्रह की स्थापना के साथ विराजमान रामलला को भी पूजित-प्रतिष्ठित किया जाएगा। राममंदिर के गर्भगृह में सोने के सिंहासन पर रामलला की 51 इंच की अचल मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जानी है। उनके सिंहासन के ठीक आगे विराजमान रामलला स्थापित होंगे। वे मंदिर में चल मूर्ति यानी उत्सव मूर्ति के रूप में पूजित होंगे।

विराजमान रामलला की उपेक्षा के उठ रहे सवाल पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने साफ कहा है कि विराजमान रामलला मुकदमा जीते हैं। उन्हें कैसे हटाया जा सकता है नवनिर्मित गर्भगृह में वे भी प्रतिष्ठित किए जाएंगे। अचल विग्रह के ठीक आगे सिंहासन पर उन्हें भाइयों समेत विराजमान किया जाएगा। रोजाना उनकी पूजा, आरती होगी। अचल मूर्ति स्थापित होने के बाद हिल नहीं सकेगी, इसलिए विराजमान रामलला उत्सव मूर्ति के रूप में यहां प्रतिष्ठित रहेंगे। पर्व व त्योहारों पर इसी उत्सव मूर्ति के साथ शोभायात्रा भी निकाली जाएगी।

चंपत राय ने बताया कि विराजमान रामलला आकार में बहुत छोटे हैं, ऐसे में भक्तों को ठीक से भगवान के दर्शन नहीं हो पाते थे। भक्तों की भावना को देखते हुए एक बड़ी मूर्ति बनाने का निर्णय लिया गया, ताकि रामलला के मुख मंडल का दर्शन भक्त ठीक तरह से कर पाएं। अचल मूर्ति 51 इंच की है। इसे चार फीट ऊंचे सिंहासन पर विराजमान किया जाएगा। इस तरह मूर्ति की कुल ऊंचाई करीब आठ फीट हो जाएगी। ऐसे में भक्त को सुलभ दर्शन प्राप्त हो सकेंगे।

मात्र छह इंच की है विराजमान रामलला की मूर्ति
अस्थायी मंदिर में रामलला चारों भाइयों समेत विराजमान हैं। विराजमान रामलला की मूर्ति मात्र छह इंच की है। रामलला इस मूर्ति में एक हाथ में लड्डू लिए हुए घुटने के बल पर बैठे हैं। भरत की मूर्ति भी छह इंच की है, जबकि लक्ष्मण व शत्रुह्न की मूर्ति तो मात्र तीन-तीन इंच की है। गर्भगृह में हनुमान की भी दो मूर्तियां हैं, इनमें से एक मूर्ति पांच इंच की है। एक बड़ी मूर्ति लगभग तीन फीट की है।

यह है अधिवास
अधिवास वह प्रक्रिया है जिसमें मूर्ति को विभिन्न सामग्रियों में कुछ समय तक के लिए रखा जाता है। मान्यता है कि मूर्ति पर शिल्पकार के औजारों से आई चोट इससे ठीक हो जाती है। तमाम दोष खत्म हो जाते हैं। इसी क्रम में जलाधिवास के तहत अचल विग्रह को शास्त्रीय विधि से जल में रखा गया। शाम के समय गंधाधिवास हुआ। इसमें श्रीराम की मूर्ति पर सुगंधित द्रव्यों का लेपन किया गया। अनुष्ठान के क्रम में ही यज्ञमंडप की भी पूजा हुई।

वेदों का पारायण 21 को
मंडपपूजा के क्रम में मंदिर के तोरण, द्वार, ध्वज, आयुध, पताका, दिक्पाल, द्वारपाल की पूजा की गई। वहीं, पांच वैदिक आचार्यों ने अनुष्ठान की कड़ी में ही चारों वेदों का पारायण भी शुरू कर दिया है, जिनका पारायण 21 जनवरी को होगा।

अरणिमंथन से आज प्रकट होगी अग्नि
शुक्रवार सुबह 9 बजे अरणिमंथन से अग्नि प्रकट होगी। उसके पूर्व गणपति आदि स्थापित देवताओं का पूजन, द्वारपालों द्वारा सभी शाखाओं का वेदपारायण, देवप्रबोधन, औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास, कुंडपूजन, पञ्चभूसंस्कार होगा। अरणिमंथन द्वारा प्रकट हुई अग्नि की कुंड में स्थापना, ग्रहस्थापन, असंख्यात रुद्रपीठस्थापन व प्रधानदेवतास्थापन होगा। इसके अलावा राजाराम, भद्र, श्रीरामयंत्र, बीठदेवता, अङ्गदेवता, आवरणदेवता, महापूजा, वारुणमंडल, योगिनीमंडलस्थापन, क्षेत्रपालमंडलस्थापन, ग्रहहोम, स्थाप्यदेवहोम, प्रासाद वास्तुशांति, धान्याधिवास सायंकालिक पूजन एवं आरती होगी। 

रिलायंस जनरल इंश्योरेंस के खिलाफ ईडी की कड़ी कार्रवाई, बीमा घोटाले में 36 करोड़ की संपत्ति अटैच

एफआईआर जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के उस दावे के बाद दर्ज की गई थी कि जिसमें उन्हें सरकारी कर्मचारियों के लिए समूह मेडिकल बीमा योजना के अनुबंध देने सहित फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रिलायंस जनरल इंश्योरेंस प्रा. लि. और ट्रिनिटी रीइंश्योरेंस ब्रोकर्स प्रा. लि. की 36.57 करोड़ की सावधि जमा और जमीन अटैच की है। ईडी ने बृहस्पतिवार को बताया कि यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर में बीमा घोटाले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के तहत की गई है। जांच जम्मू-कश्मीर के वित्त विभाग के ट्रिनिटी रीइंश्योरेंस ब्रोकर्स लि. (टीआरबीएल) की मिलीभगत से सरकारी कर्मचारियों, पीएसयू कर्मियों, पेंशनभोगियों के लिए मेडिक्लेम बीमा पॉलिसी का टेंडर धोखाधड़ी से रिलायंस जनरल इंश्योरेंस प्रा. लि. को देने से संबंधित है। ईडी का मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सीबीआई की एफआईआर पर आधारित है।

सत्यपाल मलिक के दावे के बाद की गई थी एफआईआर
एफआईआर जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के उस दावे के बाद दर्ज की गई थी कि जिसमें उन्हें सरकारी कर्मचारियों के लिए समूह मेडिकल बीमा योजना के अनुबंध देने सहित फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी। मलिक से पिछले साल सीबीआई ने पूछताछ की थी। ईडी ने रिलायंस जनरल इंश्योरेंस के 32.53 करोड़ रुपये कीमत के सावधि जमा और ट्रिनिटी रीइंश्योरेंस ब्रोकर्स की सब्सिडयरी कंपनी ग्लोबस ट्रेड लिंक्स प्रा. लि. की 4.04 करोड़ कीमत की जमीन अटैच की है। अटैच की गई संपत्ति की कुल कीमत 36.57 करोड़ रुपये है।

ज्यादातर विश्वविद्यालयों ने नियुक्त नहीं किया लोकपाल, डिफॉल्ट सूची में 421 विवि शामिल

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने छात्रों की शिकायतों का निपटारा करने के लिए लोकपाल नियुक्त न करने पर 421 विश्वविद्यालयों को डिफॉल्ट सूची में शामिल करते हुए उनके नाम सार्वजनिक किए हैं। यूजीसी ने विश्वविद्यालयों को 31 दिसंबर तक नियमों के तहत लोकपाल नियुक्त करने की चेतावनी दी थी। लेकिन, विश्वविद्यालय तय समय के बाद भी नियम पूरा करने में नाकाम रहे। इसमें यूपी, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, पंजाब समेत कई राज्यों के विश्वविद्यालयों के नाम शामिल हैं।

यूजीसी के सचिव प्रोफेसर मनीष जोशी की ओर से बुधवार शाम इन विश्वविद्यालयों की सूची सार्वजनिक की गई। इसमें सर्वाधिक 256 स्टेट यूनिवर्सिटी हैं। एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय नॉर्थ-ईस्टन हिल्स यूनिवर्सिटी शिलांग है। जबकि 162 निजी विश्वविद्यालय और दो डीम्ड-टु-बी यूनिवर्सिटी हैं। डीम्ड-टु-बी यूनिवर्सिटी में दिल्ली के मोरारजी देसाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ योग और हरियाणा के करनाल का नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट का नाम शामिल है। राज्य विश्वविद्यालयों की सूची में यूपी के 27 और उत्तराखंड के नौ संस्थान शामिल हैं। इसके अलावा दिल्ली के चार विश्वविद्यालय इस सूची में हैं। इसमें दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी, इंदिरा गांधी दिल्ली महिला तकनीकी विश्वविद्यालय और डॉ बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी का नाम शामिल है।

डिफॉल्टरों में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी का भी नाम
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, भातखंडे संस्कृति विवि, चंद्रशेखर आजाद यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी, छत्रपति शाहू महाराज कानपुर यूनिवर्सिटी, दीन दयाल उपाध्याय गोखरपुर यूनिवर्सिटी, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी., डॉ. बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी, डॉ. राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, डॉ. शंकुतला मिश्रा नेशनल रिहॅबिलिटेशन यूनिवर्सिटी, एचबी टेक्निकल यूनिवर्सिटी, एचबी टेक्निकल यूनिवर्सिटी, जननायक चंद्रशेखर यूनिवर्सिटी, ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती लैंग्वेज यूनिवर्सिटी, किंग चार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, मां शाकुम्भरी यूनिवर्सिटी, महाराजा सुहेल देव स्टेट यूनिवर्सिटी., महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, एमजीपी रूहेलखंड यूनिवर्सिटी, प्रो. राजेंद्र सिंह यूनि, राजा महेंद्र प्रताप सिंह स्टेट यूनि., संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी, सरदार बल्लभभाई पूर्वांचल यूनिवर्सिटी, यूपी पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय, यूपी किंग जार्ज यूनिवर्सिटी ऑफ डेंटल साइंसेस, लखनऊ यूनिवर्सिटी,उत्तर प्रदेश यूनिविर्सटी ऑफ मेडिकल साइंसेस और वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल यूनिवर्सिटी का नाम शामिल है।

दून और पंत यूनिवर्सिटी में भी नहीं हुई तैनाती
उत्तराखंड के नौ विश्वविद्यालय इस सूची में शामिल हैं। इसमें दून यूनिवर्सिटी, जीबी पंत यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, हेमवंती नदंन बाहुगुना मेडिकल एजुकेशन यूनि., श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय, उत्तराखंड आवासीय विश्वविद्यालय, उत्तराखंड आयुर्वेद यूनि., उत्तराखंड संस्कृत यूनि., उत्तराखंड टेक्निकल यूनि.,वीरचंद्र सिंह गढवाल उत्तराखंड यूनिवर्सिटी ऑफ हॉर्टिक्ल्चर एंड फॉरेस्ट्री का नाम शामिल है।

भारत के पास सऊदी अरब और ब्रिटेन से ज्यादा सोने का भंडार

भारत स्वर्ण भंडार के मामले में सऊदी अरब, ब्रिटेन और स्पेन जैसे देशों से काफी आगे है। इन देशों की तुलना में भारत के पास 519.2 टन तक अधिक सोने का भंडार है। फोर्ब्स की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, सोने के भंडार के लिहाज से शीर्ष-20 देशों की सूची में भारत 9वें स्थान पर है। इसके पास 2023 की तीसरी तिमाही तक 800.78 टन सोने का भंडार है। यह सूची में 16वें स्थान पर काबिज सऊदी अरब के 323.07 टन के सोने के भंडार से 477.71 टन, 17वें स्थान पर काबिज ब्रिटेन के 310.29 टन से 490.49 टन व 20वें स्थान वाले स्पेन के 281.58 टन से 519.2 टन अधिक है।

शीर्ष-10 देशों में अमेरिका सबसे आगे

  1. अमेरिका- 8,133.46 टन
  2. जर्मनी- 3,352.65 टन
  3. इटली- 2,451.84 टन
  4. फ्रांस- 2,436.88 टन
  5. रूस- 2,332.74 टन
  6. चीन- 2,191.53 टन
  7. स्विट्जरलैंड- 1,040.00 टन
  8. जापान- 845.97 टन
  9. भारत- 800.78 टन
  10. नीदरलैंड- 612.45 टन

सऊदी अरब के पास 323.07 टन व ब्रिटेन के पास 310.29 टन भंडार
देशों के स्वर्ण भंडार बनाए रखने के कई कारण हैं। सोने को मूल्य के एक स्थिर और भरोसेमंद भंडार के रूप में पहचाना जाता है। वैश्विक अनिश्चितता के दौर में सोना आर्थिक स्थिरता के प्रति भरोसा पैदा करता है। साथ ही, यह ऐतिहासिक रूप से किसी देश की मुद्रा के मूल्य का समर्थन करने में योगदान देता है। फोर्ब्स ने कहा कि टैंजिबल एसेट्स होने के नाते सोने को अपने भंडार में रखकर कोई भी देश पोर्टफोलियो में विविधता लाने का काम करते हैं। यही विविधता अन्य एसेट्स के मूल्य में उतार-चढ़ाव से जुड़े जोखिमों को कम करने में भी मदद करता है। कुछ देश व्यापार असंतुलन को निपटाने या कर्ज लेने के लिए सोने का इस्तेमाल करते हैं।

चौथे समन पर भी ED के दफ्तर नहीं जाएंगे अरविंद केजरीवाल!

नई दिल्ली: आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED ने दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल को गुरुवार को पेश होने के लिए कहा है। हालांकि इस बार भी उनके ईडी के सामने पेश होने पर संशय बना हुआ है। सूत्रों के अनुसार अरविंद केजरीवाल गुरुवार से गोवा के तीन दिन के दौरे पर हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि वह इस बार भी पेश नहीं होंगे

भेज सकते हैं ईडी को अपना जवाब

बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि कानून के मुताबिक जो ठीक होगा, वह करेंगे। हालांकि इसके पहले भी तीन समन पर केजरीवाल ED के सामने पेश नहीं हुए हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले हफ्ते चौथी बार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को समन भेजकर 18 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया था। संभावना है कि चौथी बार भी वह समन को दरकिनार कर अपना लिखित जवाब ईडी को भेजेंगे।

बुधवार को एक कार्यक्रम में पहुंचे केजरीवाल ने ईडी के समन को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि ‘कानून के तहत जो भी जरूरी होगा, हम वह करेंगे।’ उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि वह ईडी के सामने पेश होंगे या नहीं, लेकिन आम आदमी पार्टी के सूत्रों से जो संकेत मिले हैं, उससे यही लग रहा है कि जब तक ईडी अरविंद केजरीवाल के सामने यह स्पष्ट नहीं करती है कि उन्हें किस हैसियत से पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है और लिखित में सवाल भेजकर उनका जवाब लेने के बाद पूछताछ के लिए उनके व्यक्तिगत तौर पर पेश होने पर जोर क्यों दे रही है, तब तक सीएम ईडी के सामने पेश नहीं होंगे

सुप्रीम कोर्ट का भी रुख कर सकती है आप

ईडी के रवैये को देखते हुए आम आदमी पार्टी कानूनी तौर पर सीएम के बचाव के लिए सुप्रीम कोर्ट का भी रुख कर सकती है। गुरुवार से अरविंद केजरीवाल गोवा के तीन दिवसीय दौरे पर भी जा रहे हैं, जहां वह लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। ऐसे में संभावना यही है कि सीएम की तरफ से ईडी को समन का लिखित जवाब ही भेजा जाएगा।

दिल्ली के पीतमपुरा इलाके में दर्दनाक हादसा, घर में आग लगने से 5 लोगों की मौत

नई दिल्ली: दिल्ली के पीतमपुरा इलाके में एक घर में भीषण आग लगने का मामला सामने आया है। इस हादसे में अबतक 5 लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है। मरने वालों में तीन महिलाएं हैं तो दो पुरुष हैं। वहीं 2 लोग गंभीर रूप से झुलसे हुए हैं, वहीं अन्य 2 लोग भी आग की चपेट में आए हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि आग पर काबू पा लिया गया है। लेकिन घटनास्थल पर दमकल विभाग की टीम की ओर से सर्च अभियान चलाया जा रहा है। आग की घटना के बाद इलाके में हड़कंप मंच गया है। स्थानीय लोगों का जमावड़ा घटना स्थल के आसपाल लगा हुआ है। दमकल विभाग के अलावा दिल्ली पुलिस की टीम भी मौके पर है। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास से लोगों को हटाया है। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं लग पाया है।

खगोलविदों ने सबसे पुराने ‘ब्लैक होल’ का पता लगाया

अनुसंधानकर्ताओं ने अब तक के सबसे पुराने ब्लैक होल की खोज की है, जो ब्रह्मांड की शुरुआत में बना था और अपनी ही आकाशगंगा को ‘निगल’ रहा है।नेचर पत्रिका में प्रकाशित इस अनुसंधान पत्र के मुताबिक ब्लैक होल का पता लगाने के लिए जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (जेडब्ल्यूएसटी) का उपयोग किया गया। यह ब्लैक होल बिग बैंग(महाविस्फोट) के करीब 40 करोड़ वर्ष बाद का है और यह करीब 13 अरब वर्ष पुराना है। अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि आश्चर्यजनक रूप से यह विशाल ब्लैक होल का द्रव्यमान हमारे सूर्य के द्रव्यमान से कुछ लाख गुना ज्यादा है और ब्रह्मांड की शुरुआत से ही अस्तित्व में है। यह विशाल ब्लैक होल हमारी ब्लैक होल के बनने और बढ़ने की मौजूदा अवधारणा को चुनौती देता है। खगोलविदों का मानना है कि मिल्की वे जैसी आकाशगंगाओं के केंद्र में पाए जाने वाले ऐसे विशालकाय ब्लैक होल को बनने और वर्तमान आकार तक बढ़ने में अरबों साल लगते हैं। अनुसंधानकर्ताओं ने कहा हाल में खोजे गए ब्लैक होल के आकार से पता चलता है कि इनका निर्माण अन्य तरीकों से हो सकता है।

बिना डॉक्टर की पर्ची के अब दुवा दुकानों पर नहीं मिलेंगी एंटीबयोटिक्स दवाएं

एंटीबायोटिक दवाओं की बढ़ती बिक्री पर स्वास्थ्य महानिदेशक ने चिंता जताई है। दवा विक्रेताओं व डॉक्टरों के संगठनों को लिखे पत्र में महानिदेशक ने कहा है, मरीज को एंटीबायोटिक दवा देने से पहले डॉक्टर अन्य विकल्प पर भी विचार करें। दवा विक्रेता भी बिना डॉक्टर की पर्ची के एंटीबायोटिक दवा न बेचें।

दरअसल, एंटीबायोटिक दवाएं शेड्यूल एच और एच-1 के तहत आती हैं, जिनमें डॉक्टर की पर्ची अनिवार्य है। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अतुल गोयल ने सभी पंजीकृत डॉक्टरों से कहा है, एंटीमाइक्रोबियल दवाएं लिखते समय अनिवार्य रूप से सटीक कारण लिखना होगा।

निष्प्रभावी हो रही एंटीबायोटिक
स्वास्थ्य महानिदेशक ने डॉक्टरों से अपील की, एंटीबायोटिक दवाओं को बढ़ावा न दें। आदेशों का पालन करें। दरअसल, एंटीबायोटिक के बढ़ते चलन से वह निष्प्रभावी हो रही हैं। कोरोना के दौरान भी यह खुलासा हुआ था। रोगियों में बुखार कम करने के लिए पैरासिटामोल का असर भी नहीं मिला। एंटीबायोटिक की वजह से सुपर बग और रोगाणु प्रतिरोध के मामले भी तेजी से बढ़े हैं।

महात्मा गांधी से बड़ा हिंदू मेरी नजर में नहीं है: मनोज झा

RJD सांसद मनोज झा ने कहा, “महात्मा गांधी से बड़ा हिंदु मेरी नजर में नहीं है, जिस व्यक्ति को गोली लगी लेकिन फिर भी वे ‘हे राम’ कहते हुए दुनिया से विदा हुए। उन्होंने कभी राजनीति और धर्म का घालमेल नहीं किया। वे जानते थे कि राजनीति में धार्मिकता धर्मांधता में तब्दील हो जाती है… आज इस देश में कई महीनों से रोजगार पर बात नहीं हो रही है। 2014 में PM मोदी रोजगार के वादे पर आए थे, राम मंदिर पर नहीं। वे जानते हैं वे असफल हुए तभी उन्होंने इससे अपनी असफलता को छुपाने की कोशिश की है।”

भगवान राम की मूर्ति को मंदिर के गर्भगृह में रख दिया गया है।

बिलकिस बानो केस के दोषियों ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा

बिलकिस बानो मामले में 11 दोषियों में से तीन ने जेल अधिकारियों के सामने सरेंडर करने के लिए समय बढ़ाने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। दोषियों के वकील द्वारा तत्काल सुनवाई के लिए उनकी याचिका का उल्लेख करने के बाद सुप्रीम कोर्ट उनकी याचिका को सूचीबद्ध करने पर सहमत हुआ क्योंकि सरेंडर करने का समय 21 जनवरी को समाप्त हो रहा है।

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