इंदौर। अखिल भारतीय शांति एवं एकजुटता संगठन (एप्सो) द्वारा संगठन के पूर्व अध्यक्ष मंडल सदस्य और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव कॉमरेड सीताराम येचुरी के निधन पर उन्हें श्रद्धांजली दी गई। उनका निधन 12 सितंबर को दिल्ली में हुआ।
आयोजित श्रद्धांजली सभा में एप्सो के महासचिव अरविंद पोरवाल ने कहा कि कॉमरेड सीताराम येचुरी ने शांति और एकजुटता आंदोलन के विकास और मजबूती में महत्वपूर्ण योगदान दिया। सोवियत संघ और पूर्वी यूरोप में समाजवादी देशों के विघटन के बाद, एप्सो के लिए चुनौतीपूर्ण समय के दौरान, उन्होंने संगठन के पुनर्निर्माण और उस समय के एप्सो नेतृत्व को राजनीतिक समर्थन प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे एप्सो को काम करने में मदद मिली।
एप्सो के पुनर्निर्माण में उनके योगदान के सम्मान में, उन्हें 17 अगस्त 2024 को रोमेश चंद्र शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। यह उनकी अंतिम सार्वजनिक उपस्थिति थी।
एप्सो के राज्य अध्यक्ष श्याम सुन्दर यादव ने कहा कि कॉमरेड सीताराम येचुरी की मृत्यु शांति और एकजुटता आंदोलन के लिए एक महत्वपूर्ण क्षति है।
सभा में रामबाबू अग्रवाल, राहुल निहोरे, रामस्वरूप मंत्री, कैलाश लिम्बोदिया, फादर पायस लाकरा, अशोक दुबे, विवेक मेहता, अजय लागू सहित एप्सो के सदस्य उपस्थित थे।