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इंदौर में कांग्रेसियों के बीच तू-तू मैं-मैं, हाथापाई की नौबत

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इंदौर

इंदौर नगर निगम में स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर कांग्रेस पार्षद दल की बैठक हुई। इस दौरान कांग्रेसियों के बीच तू-तू मैं-मैं और हाथापाई हो गई। नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे और पार्षद पति शेख अलीम आपसे में भिड़ गए। दोनों के बीच जमकर बहस होने लगी। बात इतनी बढ़ गई की दोनों जोर-जोर से चिल्लाने लगे। मामले को बढ़ता देख कांग्रेस के अन्य नेताओं ने अलग किया।

पार्षद पति का आरोप है कि नेता प्रतिपक्ष पार्षदों की बात को निगम में नहीं रख रहे थे। इस पर नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि जब पार्षद खुद मौजूद थी, तो उनके पति कौन हैं समझाने वाले। वो अपनी बात खुद रख सकती हैं।

ये बैठक एआईसीटीएसएल ऑफिस में थी। बैठक में मौजूद कांग्रेस के कुछ पार्षदों ने बताया कि बैठक स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर थी। पार्षद अपनी समस्या बता रहे थे। लेकिन पार्षदों को वार्ड की अन्य समस्याएं बताने से मना किया गया था।

नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने भी स्वच्छता को लेकर बात करने को कहा। मीटिंग खत्म होने के बाद कुछ पार्षद अन्य मुद्दों पर नेता प्रतिपक्ष से चर्चा कर रहे थे। तभी पार्षद पति शेख अलीम नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे को समझाने पहुंच गए। इस बात पर दोनों के बीच जमकर तू-तू..मैं-मैं शुरू हो गई।

एआईसीटीएसएल ऑफिस में नेता प्रतिपक्ष और पार्षद पति के बीच जमकर हुआ विवाद।

एआईसीटीएसएल ऑफिस में नेता प्रतिपक्ष और पार्षद पति के बीच जमकर हुआ विवाद।

खींचतान बढ़ी, जमकर हुआ हंगामा

शेख अलीम का कहना है कि पार्षदों की बात रखना चाहिए थी। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा आपको जहां बात करना है करो। मुझे आपकी बात नहीं सुनना। इस बात पर दोनों नेताओं के बीच जमकर खींचतान होने लगी। पार्षदों के साथ अन्य लोगों की भीड़ जमा हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि कुछ पार्षद नेता प्रतिपक्ष को बिल्डिंग के नीचे ले गए। मामला यहां भी नहीं थमा। नीचे आकर दोनों के बीच जमकर बहस हुई। इसके बाद दोनों वहां से रवाना हो गए।

पार्षद पति मुझे समझाएंगे क्या

इधर, इस मामले में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे से जब बात की तो उन्होंने कहा कि जहां चार बर्तन रहते हैं तो खनखते हैं। वो मुझे समझाने की कोशिश कर रहे थे कि मुझे काम कैसे करना है। लेकिन ये तो मैं ही तय करूंगा की मुझे काम कैसे करना है। वो कौन हैं..? अगर बात करना है तो भाभी (पार्षद) बात करें। वो बैठक में किस हैसियत से आए थे। जब पार्षद वहां मौजूद थी तो वे क्यों आए। अगर मुझे ज्ञान देना है तो घर आएं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा मैं ईमानदारी से अपना काम कर रहा हूं। अगर कोई ज्ञान बांटने आए वो ठीक नहीं है।

नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे को समझाने का प्रयास करते अन्य कांग्रेस पार्षद व नेता।

पार्षदों की बात नहीं रखी

पार्षद पति शेख अलीम से जब विवाद के बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि “बैठक में पार्षदों की बात नेता प्रतिपक्ष नहीं रख रहे थे। वरिष्ठ होने के नाते मैं भी उनसे बात करने गया। इस दौरान वे भड़क गए और चिल्लाने लगे। पार्षद पति का कहना है कि नेता प्रतिपक्ष से कांग्रेस पार्षद संतुष्ट नहीं हैं। वे काम नहीं कर रहे हैं। पार्षदों के मुद्दे नहीं उठा रहे हैं।

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