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भास्कर पर IT रेड पर सवाल पूछने पर भड़के केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, कहा- इस पर जवाब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट देगा, सरकार नहीं

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नई दिल्ली

केंद्रीय खेल और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दैनिक भास्कर पर रेड पड़ने के सवाल पर कन्नी काट ली। जवाब देने की जगह मुंह पर मास्क चढ़ाकर प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म कर दी। कॉन्फ्रेंस खत्म होने के बाद उनसे दोबारा इस सवाल पर जवाब मांगा गया तो उन्होंने कहा, ‘सरकार इसका जवाब क्यों देगी? मैं इसका जवाब क्यों दूंगा? इसका जवाब इनकम टैक्स विभाग देगा। सरकार का इसमें कोई दखल नहीं।’

दरअसल, उनसे एक पत्रकार ने जंतर-मंतर पर किसानों के धरने को कवर करने गए पत्रकार की पिटाई को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने झट से इसका जवाब दिया कि आज यह एक पत्रकार के साथ हुआ, कल किसी और के साथ होगा। आपको समझना चाहिए कि धरने पर बैठे लोग असल में किसान नहीं हैं, लेकिन दैनिक भास्कर ने पत्रकारों और पत्रकारिता से जुड़ा दूसरा सवाल जैसे ही किया तो वे भड़क गए।

सवाल था, ‘दैनिक भास्कर और भारत समाचार पर रेड हुई आप इस पर क्या कहेंगे? क्या यह प्रेस की आजादी पर हमला नहीं है?’ उनका जवाब था, ‘यह रेड आयकर विभाग ने की है। सरकार ने नहीं, बल्कि आपको आयकर विभाग से सवाल पूछना चाहिए। इसमें मैं या सरकार जवाब नहीं देंगे।’ लेकिन दूसरे सवाल पर तो अनुराग ठाकुर आग बबूला हो गए।

रिपोर्टर से पूछा- दिखाइए गृह मंत्री ने कब बयान दिया
केंद्रीय मंत्री से दैनिक भास्कर ने पूछा, ‘गृहमंत्री अमित शाह ने फोन की जासूसी मामले में 19 जुलाई को बयान जारी कर कहा था कि आप क्रोनोलॉजी समझिए, मानसून सत्र के एक दिन पहले ही यह सूची जारी की गई। तो क्या दैनिक भास्कर पर हुई रेड की भी क्रोनोलॉजी समझने की जरूरत नहीं? एक मीडिया हाउस सरकार से सवाल करती हुई रिपोर्ट्स प्रकाशित करता है और उस पर रेड पड़ जाती है?’

अनुराग ठाकुर इस सवाल का जवाब देने की बजाय आग बबूला हो गए और पूछा कि गृह मंत्री जी ने कब यह कहा? मोबाइल की तरफ इशारा कर कहा, ‘आप दिखाइए, कब उन्होंने यह बयान दिया? आपको समझना चाहिए कि रेड सरकार या उसका कोई मंत्री नहीं डालता बल्कि संबंधित विभाग डालता है। जवाब भी उससे ही पूछने चाहिए। सरकार किसी विभाग के काम में अड़ंगे नहीं डालती।’

लेकिन सवाल उठता है कि पेगासस मामले में गृहमंत्री अमित शाह के चर्चित बयान के बारे में क्या वाकई अनुराग ठाकुर को पता नहीं था या फिर उनका मकसद पत्रकार से भड़ककर यह सवाल पूछकर उसे भ्रमित कर उसके असल सवाल को उठने से रोकना था?

क्या था अमित शाह का क्रोनोलोजी वाला बयान?
पत्रकारों की फोन की जासूसी के मामले में 19 जुलाई को अमित शाह ने बयान जारी कर कहा था कि इस तथाकथित रिपोर्ट के लीक होने का समय और फिर संसद में ये व्यवधान …आप क्रोनोलॉजी समझिए! यह भारत के विकास में रुकावट डालने वालों की भारत के विकास के अवरोधकों के लिए एक रिपोर्ट है। गृह मंत्री अमित शाह ने इस मामले में बयान जारी करते हुए इसे ‘लोकतंत्र को बदनाम करने का षड्यंत्र’ बताया।

दैनिक भास्कर के दफ्तर पर रेड
भास्कर समूह के कई दफ्तरों पर गुरुवार तड़के इनकम टैक्स विभाग ने छापा मारा। विभाग की टीमें दिल्ली, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान स्थित दफ्तरों पर पहुंची और कार्रवाई की। इसके साथ ही आईटी टीम ने भास्कर में काम करने वाले कई लोगों के घरों पर भी रेड की है। दफ्तरों में मौजूद कर्मचारियों के मोबाइल जब्त कर लिए गए हैं और उन्हें बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है।

यह फोटो दैनिक भास्कर के भोपाल ऑफिस की है। यहां देर रात आयकर विभाग की टीम रेड के लिए पहुंची थी।

नाइट शिफ्ट के लोगों को भी दफ्तर से बाहर जाने से रोक दिया गया। रेड में शामिल अधिकारियों का कहना है कि ये प्रोसेस का हिस्सा है और पंचनामा होने के बाद इन्हें जाने दिया जा रहा है। डिजिटल की नाइट टीम दोपहर 12:30 बजे दफ्तर से छूट पाई। भोपाल और अहमदाबाद समेत जहां-जहां छापेमारी हुई है वहां भास्कर की डिजिटल विंग में कई महिला कर्मचारी भी काम पर मौजूद थीं। टीम के आला अधिकारियों ने अब तक इस कार्रवाई का कोई कारण साफ नहीं किया है।

अनुराग ठाकुर ने क्यों की थी प्रेस कॉन्फ्रेंस?
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने ओलिंपिक खेलों में इंडियन टीम के हौसलों को बढ़ाने के लिए चियर फॉर इंडिया कैम्पेन लॉन्च करने के लिए यह कॉन्फ्रेंस की थी। जैसे ही पत्रकारों ने उनसे पेगासस या किसानों के मुद्दे पर सवाल करने चाहे, उन्हें रोक दिया गया। उन्होंने कहा कि यह कॉन्फ्रेंस जिस विषय पर है, वही सवाल करें।

हालांकि वहां मौजूद कई पत्रकारों ने इस पर ठिठोली करते हुए कहा कि चियर फॉर इंडिया कैम्पेन पर क्या सवाल हो सकते हैं? इस पर क्या सवाल पूछें? इस पर अनुराग ठाकुर के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस पर आए पार्टी के युवा मोर्चा के अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या और हाल ही में केंद्रीय कैबिनेट में शामिल हुए निशीथ प्रामाणिक भी अपनी हंसी नहीं रोक पाए।

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